हवाई यात्रियों के लिये डिजीयात्रा की शुरुआत जल्द ही | 30 Jul 2018
चर्चा में क्यों?
डिजीयात्रा परियोजना पर एक वर्ष से अधिक काम करने के बाद शीघ्र ही नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा हवाई अड्डों पर इस सेवा की शुरुआत की जाएगी।
प्रमुख बिंदु
- इस योजना का मूल उद्देश्य हवाई अड्डे पर कतारों को कम करना और बोर्डिंग प्रक्रिया में दक्षता लाना है। चूँकि नागरिक उड्डयन क्षेत्र में 20% की वृद्धि हुई है, अतः हवाई अड्डों के बुनियादी ढाँचे को विस्तारित करने की आवश्यकता है।
- डिजीयात्रा डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के अनुरूप नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा समन्वित एक उद्योग की अगुवाई वाली पहल है। इसका उद्देश्य यात्रियों को बेहतर उड़ान अनुभव प्रदान करना और भारतीय विमानन को दुनिया के सबसे नवीन विमानन नेटवर्कों में शामिल करना है।
- यह सुविधा टिकट बुकिंग से लेकर हवाई अड्डे में प्रवेश के दौरान जाँच, सुरक्षा जाँच और विमान बोर्डिंग तक हवाई यात्रियों के सभी प्रकार के अनुभव को बढ़ाने के लिये डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग करेगी।
- इसके लिये प्रत्येक यात्री को एयरसेवा एप के माध्यम से डिजीयात्रा कार्यक्रम में भाग लेने की आवश्यकता होगी और एक डिजीयात्रा सत्यापित यात्री को ई-गेट्स के माध्यम से हवाई अड्डे पर बाधामुक्त प्रवेश मिलेगा।
- आईडी का सत्यापन बीसीएएस द्वारा अनुमोदित सरकारी आईडी द्वारा किया जाएगा और हवाई अड्डे में प्रवेश हेतु प्रवेशद्वार पर यात्री को एक टोकन प्रदान किया जाएगा।
- डिजीयात्रा कार्यक्रम की शुरुआत बंगलूरू, हैदराबाद, कोलकाता, वाराणसी और विजयवाड़ा के हवाई अड्डों से किये जाने की उम्मीद है।
- टिकट बुकिंग के समय मूल्य प्रवृत्तियों की पहचान करने और भविष्य के हवाई किराये का अनुमान लगाने, यथाशीघ्र हवाई अड्डे में प्रवेश एवं किसी पेपर-आधारित हस्तक्षेप की आवश्यकता के बिना स्वचालित चेक-इन के लिये वैकल्पिक रूप से हवाई अड्डे और अन्य पारिस्थितिक तंत्र के प्रतिभागियों से आधार को लिंक करने आदि के द्वारा यह सुविधा यात्रियों को कुशलतापूर्वक अपनी यात्राओं की योजना बनाने में सक्षम बनाएगी।
- यह उन्नत बॉयोमीट्रिक सुरक्षा समाधानों के चलते तेज़ी से चलने वाले सुरक्षा स्कैनर को भी सुविधाजनक बनाएगा।