केरल में समाप्त हुआ एंडोसल्फान आंदोलन | 04 Feb 2019
चर्चा में क्यों?
हाल ही में केरल सरकार द्वारा एंडोसल्फान विषाक्तता (Endosulfan Poisoning) के शिकार लोगों में और अधिक परिवारों को शामिल करने के लिये उनके प्रतिनिधियों द्वारा की जाने वाली मांग को स्वीकार कर लिया गया जिसके पश्चात प्रतिनिधियों ने सचिवालय के सामने किये जाने वाले धरने को समाप्त कर दिया।
महत्त्वपूर्ण बिंदु
- केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने एंडोसल्फान विषाक्तता से प्रभावित लोगों के क्षति-पूर्ति दायरे में और अधिक परिवारों को शामिल करने की मांग को स्वीकार कर लिया। इससे राज्य सरकार द्वारा पीड़ितों को क्षति-पूर्ति और पुनर्वास हेतु सहयोग प्रदान किया जाएगा।
- मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने अपने आधिकारिक निवास पर ‘एंडोसल्फान पीडिथा जनकिया मुन्नानी’ (Endosulfan Peeditha Janakiya Munnani) को सामंजस्यपूर्ण वार्ता के लिये आमंत्रित किया।
- प्रदर्शनकारियों में 30 माताएँ भी शामिल थीं जिनके बच्चों में इसी कीटनाशक के संपर्क में आने की वज़ह से स्वास्थ्य संबंधी जटिलताएँ पाई गई हैं, साथ ही कुछ बच्चों में जन्मजात विकृति/विकलांगता पाई गई है।
- केरल सरकार ने इस मुद्दे पर अन्य राजनीतिक पार्टियों को इसे राजनीतिक आयाम नहीं देने की अपील की है, इसीलिये इस मुद्दे का मुन्नानी नेताओं के साथ बातचीत से हल निकालने का प्रयास किया जिससे आने वाले लोकसभा चुनाव में कोई बाधा न आये।
- मुख्यमंत्री ने इस कीटनाशक के हवाई छिड़काव से प्रभावित 11 गाँवों के अतिरिक्त भी अन्य प्रभावित लोगों को इस योजना के अंतर्गत लाभ प्रदान करने का विश्वास दिलाया है। उन्होंने विकृत बच्चों के लिये अतिरिक्त विशेष स्कूल खोलने की भी बात कही है।
पृष्ठभूमि
- 2017 में केरल सरकार द्वारा मुन्नानी की मांग को स्वीकार कर लिया गया था जिसमें राज्य के तत्काल एंडोसल्फान (कीटनाशक) प्रभावित 1,905 लोगों को एंडोसल्फान तत्काल मुआवज़ा योजना के अंतर्गत शामिल किया गया था।
- इस योजना के तहत प्रभावित लोगों को क्षति-पूर्ति तथा पुनर्वास का प्रावधान किया गया था।
हिंदू मुन्नानी
हिंदू मुन्नानी भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित एक धार्मिक और सांस्कृतिक संगठन है जिसका गठन हिंदू धर्म की रक्षा तथा हिंदू धार्मिक स्मारकों की सुरक्षा के लिये किया गया था।
एंडोसल्फान
- एंडोसल्फान एक प्रतिबंधित कीटनाशक है।
- इसका उपयोग 1940 से 1960 के दौरान कीटनाशक के रूप में कृषि और मच्छर नियंत्रण हेतु बड़े पैमाने पर किया जाता था।