स्वर्ण आभूषण निर्यातकों की मदद के लिये गोल्ड काउंसिल | 30 Jul 2018
चर्चा में क्यों?
केंद्र ने आभूषणों के निर्यात में सहायता के लिये ‘डोमेस्टिक काउंसिल फॉर गोल्ड’ (सोने के लिये घरेलू परिषद) का गठन करने और देश में आभूषणों के निर्माण में वास्तविक क्षमता का उपयोग करने के लिये एक तंत्र विकसित करने का निर्णय लिया है।
प्रमुख बिंदु
- यह परिषद उद्योग के विकास, रोज़गार सृजन, क्षेत्रीय समूहों का निर्माण और मूल्य श्रृंखलाओं को सुदृढ़ करने का कार्य करेगी।
- यह परिषद भारत के सभी ज्वैलर्स का प्रतिनिधित्व करेगी। ज्वैलर अलग-अलग समूहों का गठन कर उन लोगों को चुनेंगे जो परिषद में शामिल होंगे।
- यह परिषद निर्यात के लिये घरेलू सहायता भी प्रदान करेगी।
- ग्रामीण क्षेत्रों के जौहरियों को बेहतर मूल्य वाले उत्पादों के साथ आगे आने के लिये आभूषण डिज़ाइनरों द्वारा सहायता उपलब्ध कराई जाएगी और अंततः बड़ी कंपनियों द्वारा इन आभूषणों का निर्यात किया जाएगा।
समस्याओं का समाधान
- समस्याओं के समाधान के लिये एक समन्वय समिति की स्थापना की जाएगी जिसमें वाणिज्य मंत्रालय और रत्न तथा आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (Gem Jwellery Export Promotion Council- GJEPC) के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे, जो यह सुनिश्चित करने के लिये मासिक बैठक करेंगे कि उद्योग की चिंताओं को प्राथमिकता के आधार पर संबोधित किया जा रहा है अथवा नहीं। इस समिति की पहली बैठक 1 अगस्त को होगी।
स्वर्ण आभूषण निर्यात
- वर्ष 2017-18 में भारत का निर्यात पिछले छह वर्षों में सबसे अधिक था और साथ ही पिछले कुछ महीनों से निर्यात उच्च दर से बढ़ रहा है। यदि यह प्रवृत्ति जारी रही तो भारत 2018-19 में रिकॉर्ड निर्यात वृद्धि दर्ज कर सकता है।