अंतर्राष्ट्रीय संबंध
वैश्विक शांति सूचकांक-2019
- 15 Jun 2019
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चर्चा में क्यों?
हाल ही में जारी किये गए वैश्विक शांति सूचकांक/ग्लोबल पीस इंडेक्स, 2019 (Global Peace Index 2019-GPI) के अनुसार, भारत 163 देशों में से 141वें स्थान पर है, जबकि वर्ष 2018 में भारत की रैंकिंग 136वीं थी।
ग्लोबल पीस इंडेक्स
ग्लोबल पीस इंडेक्स (Global Peace Index-GPI) की शुरुआत एक ऑस्ट्रेलियाई प्रौद्योगिकी उद्यमी और समाज-सेवक स्टीव किल्लेली (Steve Killelea) ने की थी।
- यह सूचकांक ऑस्ट्रेलियाई थिंक टैंक इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस (Australian think tank Institute for Economics & Peace) द्वारा जारी किया जाता है।
- इसमें निम्नलिखित तीन प्रमुख शर्तों के अनुसार देशों की रैंकिंग की जाती है:
- सामाजिक सुरक्षा और सुरक्षा का स्तर
- देशों में होने वाले आंतरिक एवं बाह्य संघर्ष के आधार पर
- सैन्यीकरण की सीमा के आधार पर
- संभावित जलवायु परिवर्तन को भी इसके अंतर्गत एक नए मानक के रूप में शामिल किया गया है।
रिपोर्ट के परिणाम
- सबसे शंतिपूर्ण देशों की सूची में पहला स्थान आइसलैंड को प्राप्त हुआ है, यह देश वर्ष 2008 से लगातार अपने प्रथम स्थान को बरकरार रखने में कामयाब रहा है।
- इसके अलावा अन्य देश जैसे- न्यूज़ीलैंड, ऑस्ट्रिया, पुर्तगाल, डेनमार्क क्रमशः इस सूची में शीर्ष स्थानों पर काबिज़ है।
- सबसे ज़्यादा अशांतिपूर्ण देशों की सूची में सीरिया को हटाकर अफगानिस्तान प्रथम स्थान पर आ गया है। सीरिया अशांतिपूर्ण देशों की सूची में अब दूसरे स्थान पर है।
- जबकि दक्षिणी सूडान, यमन और इराक जैसे देश क्रमशः तीसरे, चौथे और पाँचवें स्थान पर है।
दक्षिण-एशियाई देशों की स्थिति
- भूटान दक्षिण एशिया का सबसे शान्तिपूर्ण देश है एवं इसका ग्लोबल पीस इंडेक्स में 15वाँ स्थान है।
- इसके अलावा इस सूचकांक में श्रीलंका 72वें, नेपाल 76वें, बांग्लादेश 101वें और पाकिस्तान 153वें स्थान पर है।
जलवायु परिवर्तन के खतरे के आधार पर वैश्विक स्तर पर देशों की स्थिति
- भारत के साथ-साथ फिलीपींस, जापान, बांग्लादेश, म्याँमार, चीन, इंडोनेशिया, वियतनाम और पाकिस्तान ऐसे नौ देशों में शामिल हैं जहाँ कई प्रकार के जलवायु परिवर्तन संबंधी खतरों की आशंका सबसे अधिक है।
- उच्चतम समग्र प्राकृतिक खतरों की संभावना के अंतर्गत भारत को 7वाँ स्थान दिया गया है।
सैन्य खर्च
- सबसे अधिक कुल सैन्य खर्च वाले शीर्ष पाँच देशों की श्रेणी में क्रमशः अमेरिका, चीन, सऊदी अरब, रूस और भारत शामिल हैं।