जैव विविधता और पर्यावरण
प्रवाल भित्तियों के लिये वैश्विक फंड
- 07 Oct 2020
- 14 min read
प्रिलिम्स के लिये:प्रवाल भित्तियों के लिये वैश्विक फंड, इंटरनेशनल कोरल रीफ इनिशिएटिव, SDG14, संयुक्त राष्ट्र पूंजी विकास कोष, हरित जलवायु कोष, UNEP, UNDP मेन्स के लिये:प्रवाल भित्तियों का महत्त्व तथा इनके संरक्षण हेतु प्रयास |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगाँठ के अवसर पर प्रवाल भित्तियों के लिये संयुक्त राष्ट्र का पहला बहु-पक्षीय ट्रस्ट फंड (United Nations Multi-Partner Trust Fund for Coral Reefs) आधिकारिक तौर पर लॉन्च किया गया।
प्रमुख बिंदु
- इस फंड में उन भागीदारों का गठबंधन शामिल है जो प्रवाल भित्तियों को और अधिक अनुकूल बनाने हेतु संसाधन एकत्रित करने का आह्वान करते हैं।
- इस वैश्विक फंड का लक्ष्य अगले 10 वर्षों में प्रवाल भित्तियों के संरक्षण हेतु 500 मिलियन डॉलर जुटाना और निवेश करना है।
- प्रवाल भित्तियों के लिये वैश्विक फंड (Global Fund for Coral Reefs) दोहरे उद्देश्यों पर केंद्रित है:
- एक, प्रवाल भित्तियों के संरक्षण और बहाली पर केंद्रित निजी बाज़ार-आधारित निवेशों सहित नवीन वित्तपोषण तंत्र के उत्थान को सुविधाजनक बनाने पर।
- दूसरा, प्रवाल भित्तियों से संबंधित जलवायु अनुकूलन के लिये हरित जलवायु कोष (Green Climate Fund), अनुकूलन कोष (Adaptation Fund) और बहुपक्षीय विकास बैंकों के माध्यम से वित्तपोषण को शुरू करने पर।
- यह फंड एक ऐसा वित्तीय साधन है जो निजी और सार्वजनिक दोनों प्रकार के वित्तपोषण करेगा। यह उन व्यवसायों और वित्तीय तंत्रों का भी समर्थन करेगा जो स्थानीय समुदायों एवं उद्यमों को सशक्त बनाते हुए प्रवाल भित्तियों तथा संबद्ध पारिस्थितिकी प्रणालियों के स्वास्थ्य एवं स्थिरता में सुधार करते हैं।
फंड के लिये साझेदारी
फंड के लिये संसाधन जुटाने की बहु-पक्षीय पहल में सार्वजनिक, परोपकारी और निजी अभिकर्त्ता शामिल हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
- पॉल जी. एलन फैमिली फाउंडेशन (Paul G. Allen Family Foundation)
- प्रिंस अल्बर्ट II ऑफ मोनाको फाउंडेशन (Prince Albert II of Monaco Foundation)
- बीएनपी परिबास (BNP Paribas)
- अलथेलिया फंड्स (Althelia Funds)
- संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (United Nations Development Programme- UNDP)
- संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (United Nations Environment Programme- UNEP)
- यूनाइटेड नेशन कैपिटल डेवलपमेंट फंड (UN Capital Development Fund- UNCDF)
यह अद्वितीय साझेदारी प्रवाल संरक्षण और SDG 14 (महासागरों, समुद्रों एवं समुद्री संसाधनों का संरक्षण और उपयोग) पर आधारित हैं।
पॉल जी एलन फैमिली फाउंडेशन
- पॉल जी एलन फैमिली फाउंडेशन (Paul G. Allen Family Foundation) ने चार दशकों से अधिक समय से विश्व की कुछ सबसे कठिन समस्याओं के प्रक्षेपवक्र को बदलने पर ध्यान केंद्रित किया है। समाज सेवी जोडी एलन और माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक पॉल जी एलन द्वारा स्थापित इस संस्थान ने शुरुआत में क्षेत्रीय कला, ऐसी आबादी जहाँ तक सेवाओं की पहुँच कम है और पर्यावरण पर ध्यान केंद्रित करने के साथ प्रशांत उत्तर-पश्चिम में सामुदायिक आवश्यकताओं के लिये निवेश किया। वर्तमान में यह फाउंडेशन महासागरों के स्वास्थ्य को संरक्षित करने, वन्यजीवों की रक्षा करने, जलवायु परिवर्तन से निपटने और समुदायों को मज़बूत बनाने के लिये काम करने वाले फ्रंटलाइन भागीदारों के वैश्विक पोर्टफोलियो का समर्थन करता है।
प्रिंस अल्बर्ट II ऑफ मोनाको फाउंडेशन:
- जून 2006 में, मोनाको के प्रिंस अल्बर्ट द्वितीय ने पृथ्वी की खतरनाक पर्यावरणीय स्थिति को दूर करने के लिये अपने फाउंडेशन की स्थापना की। प्रिंस अल्बर्ट II ऑफ मोनाको फाउंडेशन (Prince Albert II of Monaco Foundation) पर्यावरण की सुरक्षा और वैश्विक स्तर पर सतत् विकास को बढ़ावा देने के लिये समर्पित है। यह फाउंडेशन अनुसंधान एवं अध्ययन, तकनीकी नवाचार और सामाजिक रूप से जागरूक प्रथाओं के क्षेत्र में सार्वजनिक एवं निजी संगठनों की पहल का समर्थन करता है। फाउंडेशन तीन मुख्य भौगोलिक क्षेत्रों- भूमध्यसागरीय बेसिन, ध्रुवीय क्षेत्रों और अल्प विकसित देशों में परियोजनाओं का समर्थन करता है तथा अपने प्रयासों को तीन मुख्य क्षेत्रों- जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता और जल संसाधनों पर केंद्रित करता है।
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP)
- UNDP संयुक्त राष्ट्र का अग्रणी संगठन है जो गरीबी, असमानता और जलवायु परिवर्तन के बोझ को समाप्त करने के लिये समर्पित है। यह 170 देशों में विशेषज्ञों और भागीदारों के हमारे व्यापक नेटवर्क के साथ काम करते हुए गरीबी उन्मूलन और असमानता को कम करने हेतु प्रयास करता है। इसका मुख्यालय न्यूयॉर्क में अवस्थित है।
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP)
- यह संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी है। इसकी स्थापना वर्ष 1972 में मानव पर्यावरण पर स्टॉकहोम में आयोजित संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के दौरान हुई थी। इसका उद्देश्य मानव पर्यावरण को प्रभावित करने वाले सभी मामलों में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ाना तथा पर्यावरण संबंधी जानकारी का संग्रहण, मूल्यांकन एवं पारस्परिक सहयोग सुनिश्चित करना है। UNEP पर्यावरण संबंधी समस्याओं के तकनीकी एवं सामान्य निदान हेतु एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है। UNEP अन्य संयुक्त राष्ट्र निकायों के साथ सहयोग करते हुए सैकड़ों परियोजनाओं पर सफलतापूर्वक कार्य कर चुका है। इसका मुख्यालय नैरोबी (केन्या) में है।
संयुक्त राष्ट्र पूंजी विकास कोष
(United Nations Capital Development Fund- UNCDF)
- संयुक्त राष्ट्र पूंजी विकास कोष (UNCDF) अल्पविकसित देशों के लिये संयुक्त राष्ट्र की पूंजी निवेश एजेंसी है। यह अल्प विकसित देशों में गरीबों के लिये सार्वजनिक और निजी वित्त उपलब्ध कराने का कार्य करती है। इसकी स्थापना वर्ष 1966 संयुक्त राष्ट्र के अंतर्गत एक स्वायत्त संगठन के रूप में की गई थी। इसका मुख्यालय न्यूयॉर्क में है।
फंड की आवश्यकता
- वैश्विक रूप से 100 से अधिक देशों और क्षेत्रों में पाई जाने वाली प्रवाल भित्तियाँ कुल समुद्री जीवन की एक चौथाई यानी लगभग 1 मिलियन प्रजातियों को आश्रय प्रदान करती हैं। ये तूफानों और बाढ़ से समुद्र तट की रक्षा करते हुए कम-से-कम आधा बिलियन लोगों को रोज़गार तथा भोजन प्रदान करती हैं। इनके विभिन्न मूल्यों (महत्त्वों) और अपार सुभेद्यता के बावजूद, वैश्विक स्तर पर प्रवाल भित्तियों के संरक्षण को बहुत अधिक महत्त्व नहीं दिया गया है।
- प्रवाल भित्तियों को वैश्विक जैव विविधता फ्रेमवर्क (वर्ष 2020 के बाद के लिये) में एक महत्त्वपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में मान्यता दी गई है और इंटरनेशनल कोरल रीफ इनिशिएटिव (ICRI) द्वारा प्रवाल भित्तियों की सुरक्षा के लिये सिफारिश भी की गई है।
इंटरनेशनल कोरल रीफ इनिशिएटिव (ICRI)
- इंटरनेशनल कोरल रीफ इनिशिएटिव (ICRI) विभिन्न राष्ट्रों और संगठनों के बीच एक अनौपचारिक साझेदारी है जो दुनिया भर में प्रवाल भित्तियों तथा संबंधित पारिस्थितिकी प्रणालियों को संरक्षित करने का प्रयास करता है।
- यद्यपि यह एक अनौपचारिक समूह है, जिसके निर्णय सदस्यों के लिये बाध्यकारी नहीं होते हैं लेकिन पर्यावरणीय स्थिरता, खाद्य सुरक्षा तथा सामाजिक एवं सांस्कृतिक हित के लिये प्रवाल भित्तियों और संबंधित पारिस्थितिकी प्रणालियों के महत्त्व को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करने हेतु इसके कार्यों को जारी रखा गया है।
- ICRI के कार्यों को संयुक्त राष्ट्र के दस्तावेज़ों में नियमित रूप से स्वीकार किया जाता है, जो अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य में इसके महत्त्वपूर्ण सहयोग, सहकार्य और समर्थन की भूमिका को प्रदर्शित करता है।
- इसकी स्थापना वर्ष 1994 में आठ देशों- ऑस्ट्रेलिया, फ्राँस, जापान, जमैका, फिलीपींस, स्वीडन, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा की गई थी।
- अप्रैल 1994 में जैव-विविधता अभिसमय पर पक्षकारों के पहले सम्मेलन तथा अप्रैल 1995 में सतत् विकास पर अमेरिकी आयोग की आंतरिक बैठक के उच्च स्तरीय अनुभाग में इसकी घोषणा की गई थी।
- वर्तमान में ICRI के सदस्यों की संख्या लगभग 90 है।
- ICRI के उद्देश्य इस प्रकार हैं:
- प्रवाल भित्तियों और संबंधित पारिस्थितिक तंत्रों के स्थायी प्रबंधन में सर्वोत्तम अभ्यास को अपनाने के लिये प्रोत्साहित करना
- क्षमता का निर्माण
- विश्व भर में प्रवाल भित्तियों की दुर्दशा पर सभी स्तरों पर जागरूकता बढ़ाना
- ICRI ने 'कॉल टू एक्शन' (Call to Action) और 'फ्रेमवर्क फॉर एक्शन' (Framework for Action) को अपने मूलभूत दस्तावेज़ों के रूप में अपनाया है।
- दोनों दस्तावेज़ों में ICRI के चार आधार हैं: एकीकृत प्रबंधन; विज्ञान; क्षमता निर्माण और समीक्षा।
- हाल ही में जारी पाँचवें वैश्विक जैव विविधता आउटलुक (Global Biodiversity Outlook) के अनुसार, जलवायु परिवर्तन सहित मानवीय दबाव के कारण प्रवाल भित्तियों ने "सभी मूल्यांकित समूहों में विलुप्ति के जोखिम में सर्वाधिक तेज़ी से वृद्धि दर्शायी है"।
महत्त्व:
- फंड उन महत्त्वपूर्ण पारिस्थितिकी प्रणालियों के संरक्षण और बहाली/पुनर्स्थापन में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जो विश्व भर में खतरे में हैं।
- जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल द्वारा वर्ष 2018 में जारी एक रिपोर्ट में यह चेतावनी दी गई है कि, भले ही हम सामूहिक रूप से वैश्विक सतह के तापमान को पूर्व-औद्योगिक स्तर के ऊपर 1.5°C तक स्थिर करने में सफल हो जाएँ फिर भी इस सदी के मध्य तक 70 से 90 प्रतिशत प्रवाल भित्तियाँ समाप्त हो जाएंगी।
निष्कर्ष:
कई सतत् विकास लक्ष्य ऐसे हैं जो प्रकृति के बिना प्राप्त नहीं किये जा सकते हैं। SDG14 के लिये विश्व के पहले संयुक्त राष्ट्र के बहु-सहयोगी ट्रस्ट फंड के रूप में, प्रवाल भित्तियों के लिये वैश्विक फंड संरक्षण हेतु निजी क्षेत्र के वित्तपोषण की शक्ति को बढ़ावा देगा साथ ही COVID-19 और अन्य आघातों के लिये पुनर्स्थापन एवं लचीलेपन में वृद्धि का समर्थन करने के लिये देशों का समर्थन करेगा।