ग्लोबल डिजिटल हेल्थ पार्टनरशिप समिट | 26 Feb 2019
चर्चा में क्यों?
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री श्री जे.पी. नड्डा ने आज नई दिल्ली में चौथे वैश्विक डिजिटल स्वास्थ्य साझेदारी सम्मेलन (Global Digital Health Partenership Summit) का उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- डिजिटल स्वास्थ्य पर वैश्विक अंतर-सरकारी सम्मेलन का आयोजन स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) तथा वैश्विक स्वास्थ्य डिजिटल साझेदारी (Global Digital Health Partenership-GDHP) के सहयोग से किया जा रहा है।
- भारत ने स्विट्ज़रलैंड के जेनेवा में 71वीं विश्व स्वास्थ्य सभा में डिजिटल स्वास्थ्य पर प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया।
- सम्मेलन में भारत द्वारा स्वास्थ्य सेवा में परिवर्तन लाने हेतु प्रौद्योगिकी नवाचार पर बल दिया गया तथा डिजिटल स्वास्थ्य सेवा में सरकार की विभिन्न पहलों का उल्लेख किया गया।
- भारत डिजिटल स्वास्थ्य कार्यक्रमों तथा डिजिटल समावेश के माध्यम से पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति तक पहुँचने के लिये संकल्पबद्ध है। डिजिटल खाई को पाटने का काम कम लागत की टैक्नोलॉजी से किया जा सकता है।
- डिजिटल स्वास्थ्य कार्यक्रम परिवर्तन को गति प्रदान कर रहा है। डिजिटल स्वास्थ्य कार्यक्रम में सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (UHC) को समर्थन देने की अपार क्षमता है और इसके लिये भारत सरकार संकल्पबद्ध है।
- सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज सुनिश्चित करने के लिये आयुष्मान भारत नाम से व्यापक स्वास्थ्य देखभाल योजना लॉन्च की गई है। इसके प्राथमिक और द्वितीय स्तर पर स्वास्थ्य और आरोग्य केंद्र (HWC) हैं और उच्च स्तर पर प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना (PMJAY) है।
- इस योजना के अंतर्गत मात्र 155 दिनों में 1.3 मिलियन लोगों ने 16 बिलियन रुपए से अधिक का लाभ उठाया है।
वैश्विक डिजिटल स्वास्थ्य साझेदारी
- ग्लोबल डिजिटल हेल्थ पार्टनरशिप (GDHP) साक्ष्य आधारित डिजिटल प्रौद्योगिकियों के बेहतरीन उपयोग के माध्यम से अपने नागरिकों के स्वास्थ्य और देखभाल में सुधार के लिये समर्पित सरकारों, सरकारी एजेंसियों और बहुराष्ट्रीय संगठनों के बीच एक अंतर्राष्ट्रीय सहयोग है।
- इसे फरवरी 2018 में स्थापित किया गया था, ताकि इसके प्रतिभागियों को परिवर्तनकारी जुड़ाव का अवसर मिल सके।
- 2018 में इसके पहले शिखर सम्मेलन के लिये ऑस्ट्रेलिया मेज़बान देश था।
स्रोत : पी.आई.बी.