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घाना का डबल ट्रैक सिस्टम (Double Track System)

  • 17 Jun 2019
  • 3 min read

संदर्भ

घाना में माध्यमिक शिक्षा को सभी के लिये उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सरकार द्वारा मुफ्त सीनियर हाई स्कूल (Free Senior High School- Free SHS) नीति अपनाई गई थी जिसके तहत घाना की सरकार ने डबल ट्रैक सिस्टम (Double Track System) का प्रयोग किया था। घाना सरकार की यह पहल उस समय काफी अधिक चर्चा में रही। इस नीति को लगभग 2 साल पूरे होने वाले हैं और इन दो सालों में नीति के परिणामों को देखते हुए इसके समर्थक और आलोचक दोनों ही सामने आ गए हैं।

मुख्य बिंदु:

  • घाना द्वारा प्रयोग किये जाने वाले डबल ट्रैक सिस्टम (Double Track System) में विद्यार्थियों को दो टोलियों (ग्रीन और गोल्ड) में पढ़ाने की योजना बनाई गई है।
  • इस प्रणाली में जब एक टोली को पढ़ाया जाता है तो दूसरी टोली के लिये स्कूल बंद कर दिया जाता है।
  • घाना सरकार द्वारा इस प्रणाली के पक्ष में यह तर्क दिया गया है कि इस प्रणाली से क्लास रूम में बच्चों की संख्या में कमी आएगी जिसके परिणामस्वरूप शिक्षक सभी बच्चों पर उचित ध्यान केंद्रित कर पाएंगे और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा।
  • परंतु उपरोक्त तथ्य के अतिरिक्त इस नीति के आलोचक (जो मुख्यतः अभिभावक ही हैं) यह तर्क प्रस्तुत करते हैं कि वे बच्चे, जिन्हें इस प्रणाली के अनुपालन के कारण घर में बैठना पड़ता हैं, तुलनात्मक रूप से पढ़ाई में पीछे छूट सकते हैं और यदि ऐसा होता है तो इस शिक्षा नीति का क्या महत्त्व रहेगा?
  • हालाँकि घाना सरकार ने यह भी कहा है कि यह नीति स्थायी नहीं है और सरकार जल्द ही सभी विद्यार्थियों के लिये पर्याप्त बुनियादी ढाँचे की व्यवस्था करेगी ताकि पुनः एकल ट्रैक सिस्टम (Single Track System) को लागू किया जा सके।
  • ज्ञातव्य है कि मुफ्त SHS नीति के कारण वर्ष 2018 में प्राथमिक शिक्षा प्राप्त करने वाले घाना के 83 प्रतिशत विद्यार्थी माध्यमिक शिक्षा प्राप्त करने के लिये पंजीकृत हुए, जबकि वर्ष 2016 में यह संख्या मात्र 67 प्रतिशत ही थी।

स्पष्ट रूप से इस संबंध में घाना सरकार द्वारा जल्द-से-जल्द कोई निर्णायक कदम उठाए जाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में देश के बहुमूल्य मानव संसाधन के रूप में तैयार होने वाली युवा पीढ़ी के लिये बेहतर शिक्षा व्यवस्था के साथ-साथ आवश्यक सुविधाओं की भी व्यवस्था की जा सकें।

स्रोत- द हिंदू

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