जी.वी.-971 | 07 Nov 2019
प्रीलिम्स के लिये:
अल्ज़ाइमर रोग
मेन्स के लिये:
अल्ज़ाइमर रोग तथा संबंधित दवा से जुड़े मुद्दे
चर्चा में क्यों?
हाल ही में चीन ने अल्ज़ाइमर रोग के निदान के लिये जी.वी.-971 (G.V-971) नामक एक घरेलू दवा विकसित की है।
मुख्य बिंदु:
- अल्ज़ाइमर रोग के निदान के लिये विकसित जी.वी.-971 नामक घरेलू दवा को आधिकारिक अनुमोदन के बाद दिसंबर 2019 से चीन के रोगियों के लिये उपलब्ध कराया जाएगा।
- द चाइनीज़ एकेडमी ऑफ साइंसेज़ ( The chinese Academy Of Sciences), शंघाई इंस्टीट्यूट ऑफ मैटेरिआ मेडिका ( Shanghai Institute of Materia Medica) ने ग्रीन वैली फार्मास्यूटिकल तथा ओशियन यूनिवर्सिटी ऑफ चाइना (Ocean University of China) के साथ मिलकर 22 वर्षों के शोध के बाद यह दवा विकसित की है।
- फार्मास्यूटिकल कंपनियों द्वारा अल्ज़ाइमर के निदान के लिये दुनिया भर में विकसित लगभग 320 दवाओं में से जी.वी.-971 अकेली ऐसी दवा है जो नैदानिक परीक्षणों में सफल रही है।
- जी.वी.-971, भूरे शैवाल से निर्मित विश्व की पहली बहु-लक्ष्यीय (Multi-Targeting) और कार्बोहाइड्रेट आधारित ओरल (Oral) दवा है जो प्रारंभिक तथा मध्यम स्तरीय अल्ज़ाइमर रोग के निदान तथा स्मरण क्षमता (Cognition) में सुधार के लिये उपयोगी है।
- वैज्ञानिकों के अनुसार, यह दवा मस्तिष्क में सूजन कम करके तथा आँत में उपस्थित सूक्ष्मजीवों की संख्या को संतुलित करके मस्तिष्क में होने वाली संज्ञानात्मक क्षति को कम करती है।
अल्ज़ाइमर:
- अल्ज़ाइमर रोग ‘डिमेंशिया’ नामक सिंड्रोम का सामान्य रूप है जिसमें ब्रेन डिसऑर्डर (Disorder) के रूप में मस्तिष्क की तंत्रिका कोशिकाएँ नष्ट हो जाती हैं।
- इस रोग के कारण रोगी की सोचने, सरल कार्यों को करने की तथा स्मरण क्षमता घट जाती है और इस प्रकार रोगी की निर्णय लेने की क्षमता घट जाती है।
- 55-60 वर्ष के आयु वर्ग में अल्ज़ाइमर का खतरा अधिक रहता है।
- यह रोग मस्तिष्क में टैंगल्स (Tangles) प्रोटीन के निर्माण के कारण होता है। जिसे टाइप-3 डायबिटीज़ के नाम से भी जानते हैं।
- उम्र बढ़ने के साथ-साथ इस रोग के बढ़ने का खतरा भी बढ़ जाता है, कभी-कभी आनुवंशिक लक्षणों के कारण इस बीमारी के लक्षण कम उम्र में ही देखने को मिल जाते हैं।
- विश्व अल्ज़ाइमर दिवस प्रत्येक वर्ष 21 सितंबर को मनाया जाता है।
- इस वर्ष विश्व अल्ज़ाइमर दिवस की थीम ‘लेट्स टॉक अबाउट डिमेंसिया’ (Let’s Talk About Dementia) थी।
भारत में अल्ज़ाइमर की स्थिति:
- भारत में लगभग 4 मिलियन लोग किसी-न-किसी रूप में डिमेंशिया से प्रभावित हैं।
- पूरे विश्व में लगभग 44 मिलियन लोग डिमेंशिया से प्रभावित हैं।