भूगोल
सोमालिया में बाढ़
- 20 Nov 2023
- 9 min read
प्रिलिम्स के लिये:सोमालिया में बाढ़, मानवीय मामलों के समन्वय के लिये संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (OCHA), बाढ़, अल नीनो, हिंद महासागर द्विध्रुव मेन्स के लिये:सोमालिया में बाढ़, वायुमंडलीय परिसंचरण और मौसम प्रणाली |
स्रोत: द हिंदू
चर्चा में क्यों?
हाल ही में मानवीय मामलों के समन्वय के लिये संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (OCHA) ने ऐतिहासिक सूखे के बाद सोमालिया और पूर्वी अफ्रीका के पड़ोसी देशों में हज़ारों व्यक्तियों को बेघर करने वाली बाढ़ को सदी में एक बार होने वाली घटना के रूप में वर्णित किया है।
- सोमालिया में बाढ़ का मुख्य कारण अत्यधिक वर्षा को बताया गया है, जो अल नीनो तथा हिंद महासागर द्विध्रुव जैसी जलवायु घटनाओं के कारण और बढ़ गई है।
- इसका प्रभाव केवल सोमालिया तक ही सीमित नहीं है; इससे पड़ोसी देश केन्या भी प्रभावित हुआ है, मरने वालों की संख्या 15 तक पहुँच गई है और मोम्बासा, मंडेरा तथा वजीर जैसे क्षेत्रों को बाढ़ के कारण गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
मानवीय मामलों के समन्वय के लिये कार्यालय (OCHA) क्या है?
- OCHA संयुक्त राष्ट्र सचिवालय का हिस्सा है, जिस पर आपात स्थिति में सुसंगत प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिये मानवीय अभिकर्त्ताओं को एक साथ लाने की ज़िम्मेदारी है।
- OCHA यह भी सुनिश्चित करता है कि एक रूपरेखा हो जिसके अंतर्गत प्रत्येक अभिकर्त्ता समग्र प्रतिक्रिया प्रयास में योगदान दे सके।
अल नीनो क्या है?
हिंद महासागर द्विध्रुव (IOD) क्या है?
- IOD और भारतीय नीनो:
- IOD, जिसे भारतीय नीनो भी कहा जाता है, अल नीनो के समान ही एक घटना है जो पूर्व में इंडोनेशियाई और मलेशियाई तटरेखा तथा पश्चिम में सोमालिया के पास अफ्रीकी तटरेखा के बीच हिंद महासागर के अपेक्षाकृत छोटे क्षेत्र में घटित होती है।
- अल नीनो, अल नीनो दक्षिणी दोलन ((ENSO) घटना का सामान्य से अधिक गर्म चरण है, जिसके दौरान भारत सहित विश्व के कई क्षेत्रों में सामान्यतः गर्म तापमान और सामान्य से कम वर्षा होती है।
- भूमध्य रेखा के साथ समुद्र का एक किनारा दूसरे की तुलना में गर्म हो जाता है।
- IOD को सकारात्मक तब कहा जाता है जब हिंद महासागर का पश्चिमी भाग, सोमालिया तट के पास, पूर्वी हिंद महासागर की तुलना में अधिक गर्म हो जाता है।
- जब पश्चिमी हिंद महासागर ठंडा होता है तो यह नकारात्मक होता है।
- IOD, जिसे भारतीय नीनो भी कहा जाता है, अल नीनो के समान ही एक घटना है जो पूर्व में इंडोनेशियाई और मलेशियाई तटरेखा तथा पश्चिम में सोमालिया के पास अफ्रीकी तटरेखा के बीच हिंद महासागर के अपेक्षाकृत छोटे क्षेत्र में घटित होती है।
- तंत्र:
- तटस्थ चरण:
- हिंद महासागर बेसिन में वायु का संचार पश्चिम से पूर्व की ओर होता है, यानी अफ्रीकी तट से इंडोनेशियाई द्वीपों की ओर, सतह के पास और ऊपरी स्तर पर विपरीत दिशा में। इसका अर्थ है कि हिंद महासागर में सतही जल ला प्रवाह पश्चिम से पूर्व की ओर होता है।
- एक सामान्य वर्ष में इंडोनेशिया के पास पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में गर्म जल हिंद महासागर में मिल जाता है और हिंद महासागर के उस हिस्से को थोड़ा गर्म कर देता है। इससे वायु ऊपर की ओर उठती है तथा प्रचलित वायु परिसंचरण में मदद मिलती है।
- नकारात्मक IOD:
- उन वर्षों में जब वायु परिसंचरण मज़बूत हो जाता है, अफ्रीकी तट से अधिक गर्म सतही जल इंडोनेशियाई द्वीपों की ओर धकेल दिया जाता है, जिससे वह क्षेत्र सामान्य से अधिक गर्म हो जाता है। इससे गर्म वायु ऊपर की ओर उठती है और चक्र खुद को मज़बूत करता है।
- यह नकारात्मक IOD की स्थिति है।
- तटस्थ चरण:
- सकारात्मक IOD: इस स्थिति में वायु परिसंचरण सामान्य से थोड़ा कमज़ोज़ोर हो जाता है। कुछ दुर्लभ मामलों में वायु परिसंचरण की दिशा भी उलट जाती है। इसका परिणाम यह होता है कि अफ्रीकी तट गर्म हो जाता है, जबकि इंडोनेशियाई तट ठंडा हो जाता है।
- सकारात्मक IOD को अक्सर अल नीनो के समय विकसित होते देखा जाता है, जबकि नकारात्मक IOD कभी-कभी ला नीना से संबंधित होता है।
- अल नीनो के दौरान इंडोनेशिया का प्रशांत क्षेत्र सामान्य से अधिक ठंडा हो जाता है जिसके कारण हिंद महासागर का क्षेत्र भी ठंडा हो जाता है। इससे सकारात्मक IOD को विकसित होने में सहायता मिलती है।
- IOD का प्रभाव:
- हिंद महासागर में IOD एक महासागर-वायुमंडलीय संपर्क प्रदर्शित करता है जो प्रशांत महासागर में अल नीनो घटनाओं के दौरान देखे गए उतार-चढ़ाव से काफी मिलता-जुलता है। हालाँकि अल नीनो की तुलना में IOD कम शक्तिशाली होता है, जिसके परिणामस्वरूप अपेक्षाकृत कम प्रभाव पड़ता है।
- एक सकारात्मक IOD पूरे भारतीय उपमहाद्वीप और अफ्रीकी तट पर वर्षा को प्रोत्साहित करता है, जबकि इंडोनेशिया, दक्षिण-पूर्व एशिया तथा ऑस्ट्रेलिया में वर्षा की मात्रा को कम करता है। जब IOD नकारात्मक होता है, तो विपरीत प्रभाव होते हैं।
सोमालिया के बारे में मुख्य तथ्य क्या हैं?
- स्थान:
- सोमालिया अफ्रीका के हॉर्न में स्थित है, जिसकी सीमा उत्तर में अदन की खाड़ी, पूर्व में हिंद महासागर, पश्चिम में केन्या और इथियोपिया तथा उत्तर-पश्चिम में जिबूती से लगती है।
- राजधानी :
- मोगादिशू सोमालिया की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है।
- क्षेत्र:
- देश में शुष्क मैदानों, पठारों, उच्चभूमियों और पर्वत शृंखलाओं सहित विविध परिदृश्य हैं।
- सोमालिया के उत्तरी भाग में गॉलिस पर्वत शामिल हैं, जबकि दक्षिणी क्षेत्र में सवाना और घास के मैदान हैं।
- जलवायु:
- सोमालिया गर्म तापमान तथा सीमित वर्षा के साथ मुख्य रूप से शुष्क से अर्द्ध-शुष्क जलवायु का अनुभव करता है। हिंद महासागर के प्रभाव के कारण इसके तटीय क्षेत्रों की जलवायु अधिक मध्यम है।
- द्वीप:
- सोमालिया के तट पर कई द्वीप स्थित हैं, जिनमें बाजुनी एवं सोकोट्रा द्वीप समूह शामिल हैं, जिसमें सोकोत्रा, अब्द अल कुरी व साम्हा जैसे द्वीप शामिल हैं। हालाँकि सोकोट्रा द्वीपसमूह का प्रशासन यमन द्वारा किया जाता है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. भारतीय मानसून का पूर्वानुमान करते समय कभी-कभी समाचारों में उल्लिखित 'इंडियन ओशन डाइपोल (IOD)' के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (2017)
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये: (a) केवल 1 (b) केवल 2 (c) 1 और 2 दोनों (d) न तो 1 और न ही 2 उत्तर: (b) मेन्स:प्रश्न. असामान्य जलवायवी घटनाओं में से अधिकांश अल-नीनो प्रभाव के परिणाम के तौर पर स्पष्ट की जाती हैं। क्या आप सहमत हैं? (2014) |