दूरसंचार पर अंतर-मंत्रालयी समूह के सुझाव पर स्पष्टीकरण | 09 Sep 2017
चर्चा में क्यों ?
दूरसंचार आयोग (The Telecom Commission) ने अंतर-मंत्रालयी समूह (Inter-Ministerial Group) से उसके द्वारा दिये गए विलंबित स्पेक्ट्रम भुगतान सहित कुछ अन्य सुझावों पर स्पष्टीकरण मांगा है।
प्रमुख बिंदु
- दूरसंचार आयोग, दूरसंचार विभाग (Department of Telecom) में निर्णय लेने वाला उच्चतम निकाय है। शुक्रवार को अंतर-मंत्रालयी समूह द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट पर चर्चा करने के लिये आयोग द्वारा बैठक बुलाई गई थी।
- उल्लेखनीय है कि दूरसंचार क्षेत्र पिछले कुछ समय से आर्थिक संकटों से जूझ रहा है। अतः उसे इस संकट से उबारने के लिये सरकार ने अंतर-मंत्रालयी समूह का गठन किया था।
- दूरसंचार आयोग द्वारा अंतर-मंत्रालयी समूह की सिफारिशों को स्वीकृति दिये जाने के बाद रिपोर्ट को मंज़ूरी के लिये केंद्रीय मंत्रिमंडल के समक्ष रखा जाएगा।
- दूरसंचार आयोग ने उत्तर-पूर्वी राज्यों में मोबाइल कवरेज़ उपलब्ध कराने के लिये एक परियोजना को मंज़ूरी दी है, जिसके तहत अरुणाचल प्रदेश और मेघालय को छोड़कर अन्य राज्यों के 4,502 गाँवों में लगभग 3,835 दूरसंचार टावर स्थापित किये जाएंगे। भारती एयरटेल और उसकी सहायक कंपनी ने इस परियोजना के लिये निविदा अर्जित की है।
क्या सुझाव दिया है अंतर-मंत्रालयी समूह ने ?
- अंतर-मंत्रालयी समूह ने दूरसंचार कंपनियों द्वारा स्पेक्ट्रम की भुगतान समय-सीमा को 10 वर्ष से बढ़ाकर 16 वर्ष करने का सुझाव दिया है।
- अंतर-मंत्रालयी समूह ने लाइसेंस शुल्क और स्पेक्ट्रम के उपयोग शुल्क के संबंध में ब्याज और जुर्माना दोनों के भुगतान के लिये प्राइम लेंडिंग रेट (Prime Lending Rate-PLR) को सीमांत लागत फंड-आधारित ऋण दर (Marginal Cost of funds-based Lending Rate-MCLR) में शिफ्ट करने का सुझाव दिया था।
- समूह ने दूरसंचार विभाग और बैंकों सहित सभी हितधारकों के साथ विस्तृत विचार-विमर्श के बाद यह रिपोर्ट तैयार की है।
स्पेक्ट्रम क्या है ?
- स्पेक्ट्रम (spectrum) एक प्रकार की ऊर्जा होती है, जो पृथ्वी के चारों ओर मौजूद रहती है। इस ऊर्जा का प्रमुख स्रोत सूर्य है। साथ ही यह ऊर्जा सितारों और आकाशगंगा से भी निकलती है। इसकी कुछ मात्रा पृथ्वी के नीचे दबे रेडियो सक्रिय तत्त्वों से भी निकलती है।
- इसका एक रूप प्रकाश की किरणें होती हैं तो दूसरा रूप रेडियो फ्रीक्वेंसी होती है।
- स्पेक्ट्रम में इंफ्रारेड और पराबैगनी किरणों जैसी कई अन्य प्रकार की वेबलेंथ भी होती हैं। रेडियो फ्रीक्वेंसी पूरे देश को एक साथ प्राप्त होती है।