सामाजिक न्याय
स्कूलों में बच्चों के नामांकन में तेज़ी लाना
- 22 Sep 2023
- 7 min read
प्रिलिम्स के लिये:संयुक्त राष्ट्र का शिक्षा परिवर्तन शिखर सम्मेलन, SDG-4, प्राथमिक शिक्षा, उच्च माध्यमिक शिक्षा मेन्स के लिये:वर्ष 2030 तक के लिये निर्धारित सतत् विकास लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु बच्चों के नामांकन में सुधार की आवश्यकता |
स्रोत: डाउन टू अर्थ
चर्चा में क्यों?
हाल ही में यूनेस्को द्वारा जारी 'SDG 4 मिड-टर्म प्रोग्रेस रिव्यू' शीर्षक के साथ वैश्विक शिक्षा निगरानी रिपोर्ट, 2023 जारी की गई है। यह रिपोर्ट अविकसित और विकासशील देशों में प्राथमिक स्तर पर बच्चों के नामांकन की एक गंभीर तस्वीर पेश करती है।
- इस रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में स्कूल में गैर-नामांकित बच्चों की संख्या 250 मिलियन है, यह वर्ष 2021 की तुलना में छह मिलियन अधिक है।
- रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2030 तक प्रत्येक वर्ष 1.4 मिलियन बच्चों को प्री-स्कूल में नामांकित तथा प्राथमिक शिक्षा पूर्णता दर को लगभग तीन गुना किये जाने की आवश्यकता है।
रिपोर्ट के प्रमुख बिंदु:
- परिचय:
- 2023 वैश्विक शिक्षा निगरानी रिपोर्ट वर्ष 2015 के बाद से सभी SDG 4 लक्ष्यों द्वारा की गई प्रगति को दर्शाती है। यह काफी हद तक यूनेस्को इंस्टीट्यूट फॉर स्टैटिस्टिक्स के आँकड़ों पर आधारित है, जो 12 वैश्विक संकेतकों में से 10 की देखरेख करता है।
- रिपोर्ट में वर्ष 2015-2021 के दौरान की स्थिति:
- प्रारंभिक बचपन: संगठित शिक्षण कार्यक्रमों में शामिल होने वाले आधिकारिक प्राथमिक प्रवेश आयु से एक वर्ष कम उम्र के बच्चों का प्रतिशत 75% पर स्थिर बना हुआ है।
- उच्च शिक्षा: तृतीयक शिक्षा सकल नामांकन अनुपात 37% से बढ़कर 41% हो गया, महिलाओं (44%) में पुरुषों (38%) की तुलना में छह प्रतिशत अंक का अंतर है।
- वयस्क शिक्षा: 57 मुख्य रूप से उच्च आय वाले देशों में औपचारिक या गैर-औपचारिक शिक्षा और प्रशिक्षण में वयस्कों की भागीदारी दर में 10% की गिरावट आई है, जो ज़्यादातर कोविड-19 के परिणामस्वरूप हुआ है।
- लैंगिक तुलना: प्रति 100 युवा पुरुषों पर माध्यमिक विद्यालय स्तर तक की शिक्षा पूरा करने वाली युवतियों की संख्या वैश्विक स्तर पर 102 से बढ़कर 105 हो गई है और उप-सहारा अफ्रीका में 84 से बढ़कर 88 हो गई है, जो वह क्षेत्र है जहाँ युवतियों को सबसे अधिक उपेक्षा का सामना करना पड़ता है।
- स्कूल की अवसंरचना: प्राथमिक शिक्षा में बिज़ली की सुविधा वाले स्कूलों की हिस्सेदारी 66% से बढ़कर 76% और उच्च माध्यमिक शिक्षा में 88% से बढ़कर 90% हो गई।
- शिक्षक: प्राथमिक शिक्षा में प्रशिक्षित शिक्षकों का प्रतिशत लगभग 86% पर स्थिर बना हुआ है। उप-सहारा अफ्रीका में प्रशिक्षित पूर्व-प्राथमिक शिक्षकों का प्रतिशत 53% से बढ़कर 60% हो गया।
- पहुँच में असमानता: कोविड-19 महामारी के दौरान ऑनलाइन सीखने की ओर तेज़ी से बदलाव के कारण विश्व में कम-से-कम आधे अरब छात्र वंचित रह गए, जिससे सबसे गरीब और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग प्रभावित हुए।
- शिक्षा पूर्णता दर:
- उप-सहारा देश:
- प्राथमिक शिक्षा में उप-सहारा अफ्रीका वैश्विक औसत से 20% से अधिक (64%) नीचे रहा।
- वहीं उच्च माध्यमिक शिक्षा में यह वैश्विक औसत (27%) से नीचे रहा।
- वियतनाम:
- प्राथमिक विद्यालय के अंत में सीखने की प्रगति को मापने वाले 31 निम्न और निम्न-मध्यम आय वाले देशों में वियतनाम एकमात्र ऐसा देश है जहाँ अधिकांश बच्चों ने पढ़ने एवं गणित दोनों में न्यूनतम दक्षता हासिल की है।
- उप-सहारा देश:
शिक्षा के लिये सतत् विकास लक्ष्य:
- परिचय
- सतत् विकास लक्ष्य (SDG) सतत् विकास के लिये वर्ष 2030 एजेंडे के हिस्से के रूप में वर्ष 2015 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा स्थापित 17 वैश्विक लक्ष्यों का एक समूह है।
- ये लक्ष्य सभी को एक स्थायी भविष्य प्राप्त करने हेतु सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान करने के लिये एक व्यापक रूपरेखा प्रदान करते हैं।
- SDG और शिक्षा:
- SDG 4 में शिक्षा के विभिन्न पहलुओं को शामिल करते हुए 10 लक्ष्य हैं।
- सात लक्ष्य ऐसे हैं जो अपेक्षित परिणाम हैं और तीन लक्ष्य ऐसे हैं जो इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के साधन हैं।
- वर्ष 2030 तक यह सुनिश्चित करना कि सभी लड़कियाँ और लड़के निःशुल्क, न्यायसंगत एवं गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक तथा माध्यमिक शिक्षा पूरी करें ताकि सीखने के प्रासंगिक एवं प्रभावी परिणाम प्राप्त हों।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2016)
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (a) केवल 1 उत्तर: (b)
|