एवरेस्ट पर्वतारोहियों के लिये नए नियम | 16 Aug 2019
चर्चा में क्यों ?
नेपाल सरकार माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) पर्वतरोहियों के लिये सुरक्षा नियमों को कठोर बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। इसके लिये नए नियमों को प्रस्तावित किया गया है। इन नियमों का उद्देश्य पिछले दिनों माउंट एवरेस्ट पर पर्वतारोहण के दौरान हुई दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकना है।
प्रमुख बिंदु
नए प्रस्तावित नियमों द्वारा माउंट एवरेस्ट पर पर्वतारोहियों की संख्या अधिक होने के कारण मानव यातायात जाम (Human Traffic Jams) की घटनाओं को रोकने के साथ ही अनुभवहीन पर्वतारोहियों को भी इस शिखर पर चढ़ाई करने से रोका जा सकेगा।
- इन नियमों द्वारा माउंट एवरेस्ट पर पर्वतारोहण के लिये जारी किये जाने वाले परमिटों की संख्या को कम किया जा सकेगा।
- इन नियमों के तहत पर्वतारोही को यह साबित करना होगा कि वह किसी अन्य पर्वत शिखर (जिसकी ऊँचाई न्यूनतम 21,300 फीट हो) पर भी सफलतापूर्वक चढाई कर चुका है।
- किसी भी पर्वतारोही अभियान का आयोजन व नेतृत्व करने वाली पर्यटन कंपनी को उच्च तुंगता अभियानों (High-Altitude Expeditions) का न्यूनतम 3 वर्ष का अनुभव होना अनिवार्य होगा।
- नेपाल के पर्यटन विभाग के अनुसार, पर्वतारोहण अभियान के खर्च में कटौती (Cost-Cutting) पर्वतारोहियों को जोखिम में डालने का सबसे बड़ा कारण साबित होती है। इसको रोकने के लिये प्रत्येक पर्वतारोही को अभियान का आयोजन करने वाली कंपनी को किये गए कम-से-कम $35000 डॉलर के भुगतान का प्रमाण पर्यटन विभाग देना होगा।
- पर्वतारोहियों को परमिट जारी करने से पूर्व उनके स्वास्थ्य व पर्वतारोहण कौशल का परीक्षण किया जाएगा।
- नेपाल सरकार इन नए नियमों को लागू करने पर विचार कर रही है, परंतु ये प्रस्ताव अभी नेपाली संसद के समक्ष विचाराधीन है।
- वर्तमान में एवरेस्ट पर पर्वतारोहियों की संख्या पर कोई प्रतिबंध नहीं है। साथ ही पर्वतारोही अभियान दल चढ़ाई के लिये समय का निर्धारण करने के लिये स्वतंत्र है जिसके कारण पर्वतारोही एवरेस्ट की चरम मौसमी दशाओं से बचने के लिये मई की छोटी समयावधि को चुनते हैं और एवरेस्ट पर भीड़-भाड़ की स्थिति उत्पन्न होती है।