बच्चों में अनुमान से अधिक ड्रग–प्रतिरोधी टीबी के लक्षण। | 05 Jul 2017
संदर्भ
फाउंडेशन फॉर इनोवेटिव न्यू डायग्नॉस्टिक्स ( FIND ) एवं केन्द्रीय क्षय रोग विभाग के सहयोग से भारत के नौ शहरों में किये गए एक अध्ययन के अनुसार मल्टी-ड्रग प्रतिरोधी (एमडीआर) टीबी के लक्षण बच्चों में उम्मीद से अधिक पाई गई है।
प्रमुख बिंदु
- एक तरफ जहाँ बच्चों में टीबी की बीमारी का पता लगाना अपने आप में एक चुनौती बनी हुई है, तो दूसरी तरफ बच्चों में एमडीआर टीबी के लक्षणों में वृद्धि पाई गई है।
- FIND द्वारा देश के नौ शहरों में 76000 बच्चों में इसकी जाँच की गई तो उनमें से 5500 बच्चों में टीबी के लक्षण पाए गए, जिनमें से नौ प्रतिशत बच्चों में एमडीआर टीबी के लक्षण पाए गए हैं।
- FIND द्वारा की जा रही इस पहल का उद्देश्य सभी प्रत्याशित बाल रोगियों को टीबी के निदान के लिये गुणवत्तापूर्ण त्वरित पहुँच प्रदान करना है।
- FIND ने 2014 से दिल्ली, चेन्नई, हैदराबाद और कोलकाता के चार शहरों में बाल चिकित्सा टीबी के निदान के लिये इस अनूठी पहल का आरंभ संयुक्त राज्य अमेरिका की एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) से फंडिंग के साथ की थी।
- 2016 में नए टीबी रोगियों के बीच बच्चों का अनुपात 6% था।
मल्टीड्रग-प्रतिरोधी टीबी
- मल्टीड्रग-प्रतिरोधी टीबी (एमडीआर टीबी) ऐसे बैक्टीरिया के कारण होता है जो कम से कम दो सबसे शक्तिशाली टीबी की औषधियों (आइसोनियाजिड और राइफैम्पिन) के प्रति प्रतिरोधी होता है। इस स्थिति में रोगी पर औषधियों का असर नहीं पड़ता है। टीबी रोग वाले सभी व्यक्तियों के उपचार के लिए इन औषधियों का उपयोग किया जाता है।
चुनौती
- टीबी के परीक्षण के लिये बच्चों से अच्छे नमूनों को पाने के लिये विकेंद्रीकृत क्षमता के साथ-साथ उपयुक्त नमूने की अनुपस्थिति एक चुनौती है।
- बाल चिकित्सा एमडीआर टीबी के मामलों को अभी तक दर्ज़ नहीं किया गया है।
- जिन बच्चों के परिवार के किसी सदस्य को यह बीमारी हो चुकी होती है, उन बच्चों में प्राथमिक एमडीआर टीबी संक्रमण की संभावना अधिक पाई जाती है।
- बच्चों में टीबी निदान के जटिल होने का प्रमुख कारण नमूना संग्रह से संबंधित चुनौतियाँ और एसिड फास्ट बेसिली (एएफबी) स्मीयर टेस्ट के प्रति खराब संवेदनशीलता है।
- जीनएक्सपर्ट (GeneXpert) एक अधिक संवेदनशील निदान उपकरण है जिसका प्रयोग इस बीमारी में किया जाता है।