अब जारी होंगे डिजिटल बोर्डिंग पास | 29 Apr 2017

संदर्भ
सरकार हवाई यात्रियों के लिये एक ‘डिजी यात्रा’ (Digi Yatra) योजना पर कार्य कर रही है ताकि वह यात्रियों को पेपर रहित यात्रा की सुविधा मुहैया करा सके| इसके अतिरिक्त इस योजना में हवाई अड्डों पर डिजिटल बोर्डिंग पास भी उपलब्ध कराए जाएंगे| 

प्रमुख बिंदु
केंद्र सरकार, हवाई टिकटों के लिये आधार संख्या अथवा पासपोर्ट को अनिवार्य बनाने पर भी विचार कर रही है| इससे हवाई अड्डे में प्रवेश करते समय यात्रियों को टिकट अथवा प्रमाण के तौर पर दस्तावेज़ ले जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी|

‘डिजी यात्रा’  योजना के अंतर्गत एक उचित पहचान दस्तावेज(आधार अथवा पासपोर्ट) व्यक्तियों  की पीएनआर संख्या से जुड़ा होगा तथा इससे व्यक्ति की पहचान आसानी से कर ली जाएगी| अतः हवाई यात्रा पर जाते समय किसी भी दस्तावेज़ की आवश्यकता नहीं होगी|

हैदराबाद स्थित राजीव गाँधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे में वर्ष 2015 में एक पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई थी जिसमें यात्रियों को किसी भी प्रवेश द्वारा पर उनकी आधार संख्या दर्ज करने को कहा गया था| हैदराबाद हवाई अड्डे ने जल्द ही इस प्रोजेक्ट का कार्यान्वयन अन्य सभी प्रवेश द्वारों पर करने की योजना बनाई है|

मुंबई और बंगलुरु ने भी हवाई अड्डों के प्रवेश द्वारों पर बायोमीट्रिक पहचान की शुरुआत करने में रुचि दिखाई है|

निष्कर्ष
गौरतलब है कि इस योजना के सफलतापूर्वक लागू हो जाने के बाद हवाई यात्रा के लिये एयरपोर्ट में प्रवेश से लेकर के प्लेन से उतरने तक किसी तरह के दस्तावेज़ की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।

इसके लिए यात्रियों को अपना आधार और मोबाइल फोन साथ रखना होगा, जो कि एयरपोर्ट पर बोर्डिंग पास का काम करेगा। अभी यात्रियों को बोर्डिंग पास लेने और एयरपोर्ट में प्रवेश करने के लिये आईडी प्रूफ और टिकट लेकर जाना पड़ता है। इसकी जाँच होने के बाद ही एयरपोर्ट में प्रवेश मिलता है। इस योजना को अगले कुछ महीनों में लागू होने की सम्भावना है।