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UPSC

ग्रामीण विद्युतीकरण के विभेदक लाभ

  • 11 Sep 2024
  • 5 min read

स्रोत: द हिंदू

चर्चा में क्यों? 

हाल ही में जनगणना 2011 पर आधारित एक अध्ययन में 'राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना (RGGVY)' के प्रभावों की जाँच की गई, जिसका उद्देश्य पूरे भारत में 4,00,000 से अधिक गाँवों में विद्युत ऊर्जा की आपूर्ति सुनिश्चित करना था।

अध्ययन के मुख्य तथ्य क्या हैं?

  • बड़े गाँवों को असमानुपातिक लाभ: बड़े गाँवों (लगभग 2,000 लोग) को छोटे गाँवों (300 लोग) की तुलना में पूर्ण विद्युतीकरण से पर्याप्त आर्थिक लाभ हुआ।
    • छोटे गाँवों में 20 वर्ष बाद भी विद्युतीकरण से कोई लाभ नहीं हुआ।
    • बड़े गाँवों में 33% का बहुत अधिक रिटर्न दिखा, जिसमें 90% संभावना है कि आर्थिक लाभ विद्युतीकरण लागत से अधिक होगा।
  • प्रति व्यक्ति मासिक व्यय पर प्रभाव: छोटे गाँवों में विद्युतीकरण के बाद प्रति व्यक्ति मासिक व्यय में न्यूनतम परिवर्तन दर्ज किया गया, जो सीमित आर्थिक लाभ का संकेत देता है
    • इसके विपरीत बड़े गाँवों में प्रति व्यक्ति मासिक व्यय में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो पूर्ण विद्युतीकरण के कारण दोगुनी हो गई। यह वृद्धि लगभग 1,428 रुपए (लगभग 17 अमेरिकी डॉलर) प्रति माह थी।

दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (DDUGJY) क्या है?

  • परिचय: यह विद्युत मंत्रालय की एक ग्रामीण विद्युतीकरण योजना है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में निरंतर 24x7 विद्युत ऊर्जा की आपूर्ति प्रदान करना है, जो सार्वभौमिक ऊर्जा पहुँच के लिये सरकार के व्यापक दृष्टिकोण के अनुरूप है।
  • DDUGJY के घटक: 
    • कृषि एवं गैर-कृषि उपभोक्ताओं को विद्युत ऊर्जा का विवेकपूर्ण वितरण सुनिश्चित करना।
    • विद्युत ह्रास को कम करने और दक्षता में सुधार करने के लिये वितरण ट्रांसफॉर्मर, फीडर तथा उपभोक्ताओं की मीटरिंग।
    • दूरस्थ एवं पृथक क्षेत्रों तक बिजली की पहुँच सुनिश्चित करने के लिये माइक्रोग्रिड एवं ऑफ-ग्रिड की स्थापना।
  • नोडल एजेंसी: ग्रामीण विद्युतीकरण निगम लिमिटेड (REC) विद्युत मंत्रालय के समग्र मार्गदर्शन में DDUGJY के कार्यान्वयन के लिये जिम्मेदार नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करता है।

विद्युतीकरण के लिये अन्य पहल क्या हैं?

और पढ़ें: सौभाग्य योजना

दृष्टि मुख्य परीक्षा प्रश्न:

प्रश्न: ग्रामीण विद्युतीकरण भारत में सामाजिक-आर्थिक विकास का एक महत्त्वपूर्ण घटक है। चर्चा कीजिये।

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)  

प्रिलिम्स

प्रश्न. कभी-कभी समाचारों में 'नेट मीटरिंग (Net metering)' निम्नलिखित में से किसको प्रोत्साहित करने के संदर्भ में देखा जाता है? (2016)

(a) परिवारों/उपभोक्ताओं द्वारा सौर ऊर्जा का उत्पादन और उपयोग
(b) घरों के रसोईघरों में पाइप्ड नैचरल गैस का उपयोग
(c) मोटरगाड़ियों में CNG किट लगवाना
(d) शहरी घरों में पानी के मीटर लगवाना

उत्तर: (a) 


मेन्स

प्रश्न. "वहनीय (ऐफोर्डेबल), विश्वसनीय, धारणीय तथा आधुनिक ऊर्जा तक पहुँच संधारणीय (सस्टेनबल) विकास लक्ष्यों (एस.डी.जी.) को प्राप्त करने के लिये अनिवार्य है।" भारत में इस संबंध में हुई प्रगति पर टिप्पणी कीजिये। (2018)

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