दिल्ली मेट्रो दुनिया का 5वाँ सबसे बड़ा नेटवर्क बनेगा | 25 Jun 2018
चर्चा में क्यों?
दिल्ली मेट्रो की ग्रीन लाइन के लगभग 11 किमी लंबे मुंडका-बहादुरगढ़ खंड का 24 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन किया गया। यह खंड राजधानी को हरियाणा से जोड़ता है| वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जल्द ही बीजिंग, लंदन, शंघाई और न्यूयॉर्क के बाद दिल्ली मेट्रो नेटवर्क विश्व का पाँचवाँ सबसे बड़ा मेट्रो कॉरीडोर बन जाएगा|
छह लाख वाहन सड़कों से कम हुए
- प्रधानमंत्री ने कहा कि मेट्रो नेटवर्क ने सड़कों पर 6 लाख वाहन कम कर दिये हैं जिससे, आम जनता का समय व धन की बचत हुई है तथा प्रदूषण भी कम हुआ है|
- उन्होंने कहा कि भारत के 12 शहरों में मेट्रो सेवाएँ प्रारंभ की जा रही हैं और स्वदेशी कोच बनाने के लिये आधुनिक संयंत्रों की स्थापना की जा रही है।
- केंद्र और राज्यों की सक्रिय भागीदारी के साथ देश में मेट्रो नेटवर्क का विस्तार, "सहकारी संघवाद” का एक उदाहरण है|
- मेट्रो के इस कॉरीडोर को खोले जाने के बाद इंद्रलोक-बहादुरगढ़ खंड 26.33 किलोमीटर लंबा हो जाएगा। दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क 208 स्टेशनों के साथ अब 288 किलोमीटर का हो गया है। यह दिल्ली के पड़ोसी राज्य हरियाणा से जुड़ा तीसरा खंड है।
- प्रधानमंत्री ने कहा कि बहादुरगढ़ को "हरियाणा के गेटवे" के रूप में जाना जाता था और अब मेट्रो के आगमन के साथ "विकास का गेटवे" के रूप में जाना जाएगा।
- क्षेत्र में तेज़ी से बढ़ता उद्योग मेट्रो कनेक्टिविटी की प्रतीक्षा कर रहा था, इससे नए रोज़गार के अवसर पैदा होंगे और छात्रों को भी फायदा होगा।
- प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने देश भर में मेट्रो रेल नेटवर्क में एकरूपता लाने और मानकीकृत करने के लिये पिछले साल मेट्रो से संबंधित एक नई नीति बनाई थी।
स्मार्ट बुनियादी ढाँचा
- प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार एक नए और स्मार्ट बुनियादी ढाँचे के लिये प्रतिबद्ध है। उनके शासन के दौरान वायुमार्ग, जलमार्ग, राजमार्ग और आई-वे (i-way) (सूचना तरीकों) में अधिकतम निवेश किया गया है।
दिल्ली मेट्रो के बारे में
- दिल्ली मेट्रो भारत के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में दिल्ली, फरीदाबाद, गुरुग्राम, बहादुरगढ़, नोएडा और गाजियाबाद शहरों को आपस में जोड़ने वाली एक परिवहन प्रणाली है।
- दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (DMRC) को कंपनी अधिनियम, 1956 के तहत 3 मई, 1995 को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और केंद्र सरकार की समान इक्विटी भागीदारी के साथ निर्माण और संचालन को पूरा करने के लिये पंजीकृत किया गया था। यह दिल्ली मेट्रो का निर्माण और संचालन करती है|
- दिल्ली मेट्रो भारत में बड़े पैमाने पर शहरी परिवहन के क्षेत्र में एक नए युग में प्रवेश करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है|
- शानदार और आधुनिक मेट्रो सिस्टम ने भारत में पहली बार आरामदायक, वातानुकूलित और पारिस्थितिकी-अनुकूल सेवाएँ पेश कीं और न केवल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, बल्कि पूरे देश में बड़े पैमाने पर परिवहन परिदृश्य में क्रांतिकारी बदलाव किया।
- रिकॉर्ड समय में 208 स्टेशनों के साथ 288 किलोमीटर का विशाल नेटवर्क बनाने के बाद, आज DMRC एक उदाहरण के रूप में सामने आया है कि कैसे विशाल तकनीकी रूप से जटिल आधारभूत संरचना परियोजना समय से पहले और सरकारी एजेंसी द्वारा बजट लागत के भीतर पूरी की जा सकती है।