भूगोल
चक्रवात निवार
- 26 Nov 2020
- 5 min read
प्रिलिम्स के लियेचक्रवात निवार मेन्स के लियेउष्णकटिबंधीय चक्रवातों की उत्पत्ति एवं नामकरण |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में उष्णकटिबंधीय चक्रवात निवार (Nivar) ने तमिलनाडु-पुडुचेरी तट के साथ ‘लैंडफॉल’ (LandFall) बनाया है।
- ‘लैंडफॉल’ (LandFall) से तात्पर्य एक चक्रवात की बाहरी दीवार के तटरेखा एवं उससे आगे बढ़ने की घटना से है।
प्रमुख बिंदु:
उष्णकटिबंधीय चक्रवात (Tropical Cyclone):
- उष्णकटिबंधीय चक्रवात एक तीव्र गोलाकार तूफान है जो गर्म उष्णकटिबंधीय महासागरों में उत्पन्न होता है और कम वायुमंडलीय दबाव, तेज़ हवाएँ और भारी बारिश की इसकी विशेषताएँ है।
- उष्णकटिबंधीय चक्रवातों की एक विशेषता चक्रवात की आँख (Eye), स्पष्ट स्कीइस (Skies), गर्म तापमान और कम वायुमंडलीय दबाव का एक केंद्रीय क्षेत्र है।
- स्कीइस (Skies) पृथ्वी से देखा गया वायुमंडल और बाहरी अंतरिक्ष का क्षेत्र होता है।
- इस प्रकार के तूफान को उत्तरी अटलांटिक और पूर्वी प्रशांत में हरिकेन और दक्षिण पूर्व एशिया और चीन में टाइफून कहा जाता है। इन्हें दक्षिण-पश्चिम प्रशांत और हिंद महासागर क्षेत्र में उष्णकटिबंधीय चक्रवात और उत्तर-पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में विली-विली कहा जाता है।
- ये तूफान उत्तरी गोलार्द्ध में वामावर्त (Anticlockwise) और दक्षिणी गोलार्द्ध में दक्षिणावर्त (Clockwise) चक्कर लगाते हैं।
चक्रवात निवार:
- यह उत्तर हिंद महासागर क्षेत्र में उत्पन्न होने वाला इस वर्ष का चौथा चक्रवात है। इससे पहले आए तीन चक्रवात थे:
- चक्रवात गति (Gati) (नवंबर में सोमालिया में),
- चक्रवात अम्फान (पूर्वी भारत ने मई, 2020 में)
- चक्रवात निसर्ग (महाराष्ट्र में)।
- वर्ष 2018 में आए चक्रवात गाजा (Gaja) के बाद दो वर्ष में तमिलनाडु के तट से टकराने वाला ‘निवार’ दूसरा चक्रवात होगा।
- विश्व मौसम विज्ञान संगठन (World Meteorological Organisation- WMO) के दिशा-निर्देशों के आधार पर इस तूफान को ‘चक्रवात निवार’ नाम दिया गया है। यह ‘निवार’ नाम, ईरान द्वारा दिये गए नामों की सूची में से चुना गया है।
- WMO के दिशानिर्देशों के अनुसार, प्रत्येक क्षेत्र के देशों को चक्रवातों का नाम देने के लिये अधिकृत किया गया है।
- उत्तर हिंद महासागर क्षेत्र बंगाल की खाड़ी और अरब सागर के ऊपर बने उष्णकटिबंधीय चक्रवातों को कवर करता है।
- इस क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 13 सदस्य बांग्लादेश, भारत, मालदीव, म्याँमार, ओमान, पाकिस्तान, श्रीलंका, थाईलैंड, ईरान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और यमन हैं।
- इन देशों द्वारा इस वर्ष के लिये चक्रवात के कुल 169 नाम सुझाए गए थे, जिसमें प्रत्येक देश द्वारा सुझाए गए 13 नाम शामिल थे।
- 100-110 किमी. प्रति घंटे की हवा की गति के साथ यह तूफान एक ‘अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान’ (Very Severe Cyclonic Storm) से गंभीर चक्रवाती तूफान (Severe Cyclonic Storm) में परिवर्तित हो गया है।
सरकारी प्रयास:
- तमिलनाडु सरकार ने चक्रवात निवार के प्रभाव को देखते हुए चेन्नई सहित 16 ज़िलों में निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट, 1881 (Negotiable Instruments Act, 1881) के तहत सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है।
- मछली पकड़ने की गतिविधियों को प्रतिबंधित कर दिया गया है और चक्रवात की चपेट में आने वाले तटीय इलाकों के निवासियों को बाहर निकाला गया है। राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (National Disaster Response Force- NDRF) ने प्रभावित क्षेत्रों में अपनी टीमों को तैनात किया है।