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कोविड-19 प्रदर्शन सूचकांक

  • 01 Feb 2021
  • 6 min read

चर्चा में क्यों?

98 देशों के ‘कोविड-19 प्रदर्शन सूचकांक’ (Covid-19 Performance Index) में भारत का  86वाँ स्थान है।

प्रमुख बिंदु:

सूचकांक के बारे में:

  • शामिल संस्थान:
    • कोविड-19 प्रदर्शन सूचकांक को सिडनी स्थित लोवी संस्थान (Sydney-based Lowy Institute) जो कि एक ऑस्ट्रेलियाई थिंक टैंक है, द्वारा संकलित किया गया है। इस सूचकांक में महामारी के प्रति देशों की प्रतिक्रिया को मापा गया।
      • संस्थान द्वारा परिणामों के आकलन में भूगोल, राजनीतिक प्रणालियों और आर्थिक विकास के प्रभाव को भी ध्यान में रखा गया।
  • शामिल पैरामीटर: 
    • छह संकेतक
      1. पुष्टिकृत मामलों की संख्या।
      2. पुष्टिकृत मौतों की संख्या
      3. प्रति मिलियन आबादी पर मामलों की संख्या 
      4. प्रति मिलियन आबादी पर मरने वाले लोगों की संख्या 
      5. परीक्षणों  के अनुपात में मामलों की संख्या
      6. प्रति हज़ार जनसंख्या पर किये गए परीक्षणों की संख्या
    • कम मामलों और मौतों की संख्या, कुल और प्रति व्यक्ति दोनों अर्थों में वायरस की बेहतर प्रतिक्रिया की ओर इशारा करते हैं।
    • प्रति व्यक्ति आधार पर किये गए अधिक परीक्षणों से राष्ट्रीय स्तर पर महामारी की सीमा की सटीक तस्वीर सामने आती है।
    • सकारात्मक परीक्षणों की निम्न दर कोविड-19 के संचरण (Transmission of Covid-19) पर अधिक-से-अधिक नियंत्रण का संकेत देती है।
  • मूल्यांकन की विधि: 
    • 36 हफ्तों में 98 देशों द्वारा अपने यहाँ 100 मामलों का आकलन किया गया।
      • चीन को अध्ययन में शामिल नहीं किया गया क्योंकि इसकी सभी परीक्षण दर (Testing Rates) सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं हैं।
    • प्रत्येक अवधि में सूचकांक में शामिल सभी देशों के लिये अलग-अलग औसतन छह संकेतकों की गणना की गई और इसे 0 (सबसे खराब प्रदर्शन) से 100 (सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन) तक के स्कोर में वर्गीकृत किया गया।

परिणाम:

  • सूचकांक में बेहतर प्रदर्शन करने वाले देश: 
    • न्यूज़ीलैंड रैंकिंग में शीर्ष पर है इसके बाद वियतनाम, ताइवान, थाईलैंड और साइप्रस का स्थान है।
  • सूचकांक में निम्न प्रदर्शन करने वाले देश: 
    • ब्राज़ील सूचकांक में सबसे नीचे रहा। अमेरिका पाँचवाँ सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला देश था जो 98 में से 94वें स्थान पर रहा।
  • दक्षिण एशियाई देशों का प्रदर्शन: 
    • दक्षिण एशिया में श्रीलंका का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ रहा, जो सूचकांक में  10वे स्थान पर रहा, जबकि सूचकांक में मालदीव 25वें स्थान पर, पाकिस्तान 69वें स्थान पर, नेपाल 70वें स्थान पर और बांग्लादेश 84वें स्थान पर रहा।
  • भारत का प्रदर्शन: 
    • कोविड-19 प्रदर्शन सूचकांक में भारत 98 देशों में  86वें स्थान पर रहा।
    • एशिया-पैसिफिक क्षेत्र में भारत का औसत 24.3 है, जो इस क्षेत्र (एशिया-पैसिफिक) के औसत की तुलना में काफी कम है, क्योंकि क्षेत्रवार मूल्यांकन  के मामले में एशिया-पैसिफिक का स्कोर 58.2 है, जो कि क्षेत्रवार मूल्यांकन में श्रेष्ठ प्रदर्शन है।

विश्लेषण: 

  • छोटे देशों का बेहतर प्रदर्शन: सामान्य तौर पर कम आबादी वाले देश, सुसंगठित समाज और सक्षम संस्थान इस वैश्विक  महामारी के संकट से निपटने में तुलनात्मक रूप से लाभ की स्थिति में है।
    • 10 लाख  से कम आबादी वाले छोटे देशों ने 2020 तक लगातार अपने बड़े समकक्षों (Larger Counterparts) को पीछे छोड़ दिया।
  • नेतृत्व का महत्त्व: आर्थिक विकास के स्तर और राजनीतिक प्रणालियों में अंतर का कोरोनोवायरस प्रतिक्रिया पर अपेक्षित प्रभाव नहीं पड़ता है।
    • महामारी का उचित प्रबंधन शासन व्यवस्था पर बहुत अधिक निर्भर नहीं था, लेकिन फिर भी  या तो नागरिक अपने नेताओं पर भरोसा करते हैं, या फिर नेता एक सक्षम और प्रभावी राज्य की अध्यक्षता करते हैं।
  • वायरस के प्रसार को कम करने हेतु उपयोग किये जाने वाले अपेक्षाकृत ‘निम्न-तकनीकी’ 
  • स्वास्थ्य उपायों ने विकसित और विकासशील देशों के मध्य समान अवसर सुनिश्चित किया है।
    • हालाँकि महामारी के लिये अन्य देशों में टीकों का प्रसार अमीर देशों के हित में हो सकता है।

स्रोत: द हिंदू 

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