भारतीय अर्थव्यवस्था
प्रमुख उद्योगों की वृद्धि दर 10 महीनों के निम्नतम स्तर पर
- 03 Jul 2018
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चर्चा में क्यों?
मई 2018 में आठ कोर उद्योगों की वृद्धि दर 3.6 प्रतिशत आँकी गई है। हालाँकि मई में कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के उत्पादन में गिरावट के चलते विकास की गति पिछले 10 महीनों के निम्नतम स्तर पर पहुँच गई। अप्रैल-मई के दौरान, आठ प्रमुख उद्योगों ने पिछले वर्ष की इसी अवधि में 3.3 प्रतिशत के मुकाबले 4.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की थी। उल्लेखनीय है कि औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) में शामिल वस्तुओं के भारांक (वेटेज़) का 40.27 प्रतिशत हिस्सा आठ कोर उद्योगों में शामिल होता है।
प्रमुख बिंदु
- मई 2018 के दौरान सबसे अच्छा प्रदर्शन कोयला तथा उर्वरक क्षेत्र का रहा।
- सीमेंट, रिफाइनरी उत्पादों और बिजली में मई में क्रमशः 5.2 प्रतिशत, 4.9 प्रतिशत और 3.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि इस्पात उत्पादन 0.5 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ लगभग स्थिर था।
मई 2018 में विभिन्न उद्योगों का प्रदर्शन
- मई 2017 की तुलना में मई 2018 में कोयला उत्पादन में 12.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
- इस दौरान कोयला उत्पादन की वृद्धि दर पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 14.0 प्रतिशत अधिक रही।
कच्चा तेल
- मई, 2017 की तुलना में मई, 2018 के दौरान कच्चे तेल का उत्पादन 2.9 प्रतिशत कम हो गया।
- कच्चे तेल का उत्पादन बीते वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 1.9 प्रतिशत कम रहा।
प्राकृतिक गैस
- मई, 2017 के मुकाबले मई, 2018 में प्राकृतिक गैस का उत्पादन 1.4 प्रतिशत कम हो गया।
रिफाइनरी उत्पाद
- पेट्रोलियम रिफाइनरी पदार्थों का उत्पादन मई, 2018 में 4.9 प्रतिशत बढ़ गया।
- यह उत्पादन पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 3.9 प्रतिशत अधिक रहा।
उर्वरक
- मई, 2018 के दौरान उर्वरक उत्पादन 8.4 प्रतिशत बढ़ गया।
- अप्रैल-मई, 2018-19 में उर्वरक उत्पादन पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 6.6 प्रतिशत अधिक रहा।
इस्पात
- मई, 2018 में इस्पात उत्पादन 0.5 प्रतिशत बढ़ गया।
- अप्रैल-मई, 2018-19 में इस्पात उत्पादन पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 2.1 प्रतिशत ज़्यादा रहा।
सीमेंट
- मई, 2017 के मुकाबले मई, 2018 के दौरान सीमेंट उत्पादन 5.2 प्रतिशत अधिक रहा।
बिजली
- मई, 2017 के मुकाबले मई, 2018 के दौरान बिजली उत्पादन में 3.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
- अप्रैल-मई, 2018-19 में बिजली उत्पादन पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 2.8 प्रतिशत अधिक रहा।