न्यू ईयर सेल | 50% डिस्काउंट | 28 से 31 दिसंबर तक   अभी कॉल करें
ध्यान दें:



डेली अपडेट्स

अंतर्राष्ट्रीय संबंध

महाशक्तियों के बीच विवाद का विश्व की अन्य अर्थव्यवस्थाओं पर प्रभाव

  • 17 Apr 2018
  • 5 min read

चर्चा में क्यों?
महाशक्तियों के बीच विवाद विश्व की अन्य अर्थव्यवस्थाओं को भी प्रभावित कर सकता है।

प्रमुख बिंदु 

  • विश्व की महाशक्तियों के बीच बढ़ता हुआ तनाव और सीरिया में संघर्ष का खतरा, वैश्विक अर्थव्यवस्था को बहुत अधिक प्रभावित कर सकता है।  
  • हालाँकि पिछले कई वर्षों से ये देश अच्छी वृद्धि कर रहे हैं और हाल के दिनों में यू.एस. और चीन के बीच होने वाले व्यापार युद्ध (trade war) भी कम हो रहे हैं। परंतु निवेशकों को लग रहा है कि इससे अर्थव्यवस्थाओं को कुछ नुकसान हो चुका है।
  • अमेरिका और चीन के बीच व्यापार संबंधी संघर्ष वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकते हैं,  हालाँकि दोनों पक्षों द्वारा अब तनाव को कम करने की कोशिश की जा रही है।
  • इसके परिणामस्वरूप कमर्शज बैंक (commerzbank) ने यू.एस., चीन और जर्मनी की अर्थव्यवस्थाओं के लिये वृद्धि के अपने अनुमानों को घटा दिया है।
  • 2017 के बाद यूरोज़ोन के आर्थिक आँकड़ों ने निराश करना शुरू कर दिया। इस महीने के शुरुआती दौर में कमज़ोर घरेलू खर्च के आँकड़ों ने जापान द्वारा संभावित व्यापार युद्ध (Trade war) को चलाने की क्षमता के बारे में संदेह उत्पन्न कर दिया।
  • हालाँकि विश्व व्यापार संगठन के अनुसार वैश्विक व्यापार की मज़बूत बहाली हो सकती है,  लेकिन यह चेतावनी भी दी है कि अगर तनाव बढ़ेगा तो यह प्रभावित भी हो सकता है।
  • डब्ल्यूटीओ के महानिदेशक रॉबर्टो एज़ेवेडो ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्थाएँ प्रतिशोध के एक चक्र (A cycle of retaliation) को अंतिम विकल्प के रूप में देख रही हैं।
  • अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक अगले सप्ताह होने वाले वाशिंगटन डीसी में एक शिखर सम्मेलन में इस संदेश को दोहरा सकते हैं।  
  • लेकिन इसमें थोड़ा सा संदेह है कि वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं पर छाया हुआ राजनीतिक संकट जल्द ही दूर होगा।
  • जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे फ्लोरिडा में यू.एस. के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मिलेंगे लेकिन इससे परेशानी बढ़ सकती है। क्योंकि यू.एस. के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इससे पहले इस महीने ट्वीट किया था कि जापान ने कुछ वर्षों से हमें व्यापार में कड़ी टक्कर दी है। 
  • जापान के उस समय के आँकड़ों से पता चलता है कि पिछले 16 महीनों से जापान के निर्यात में बढ़ोतरी हो रही है।
  • जापान के प्रति संरक्षणवादी दृष्टिकोण के किसी भी संकेत से निवेशकों को प्रोत्साहन मिलेगा। मित्सुबिशी रिसर्च इंस्टीट्यूट के सीनियर रिसर्चर अकीहोरो मोरीशिगे के अनुसार यह एक जोखिम भी है और इससे वित्तीय बाज़ार अस्थिर हो सकते हैं।
  • कुछ संकेतकों से पता चलता है कि किस प्रकार भू-राजनीति वास्तविक रूप में अर्थव्यवस्थाओं को प्रभावित कर सकती है। देशों के बीच होने वाले व्यापार युद्ध (Trade war) और व्यापार प्रतिस्पर्द्धाओं के कारण निवेशकों का मनोबल भी गिर रहा है। उदाहरण के लिये यूरोज़ोन में उपभोक्ताओं का विश्वास पिछले चार महीनों से कम हो रहा है।
  • यूरोज़ोन के लिये सिटी आर्थिक आश्चर्य संकेतक (The Citi Economic Surprise Indicator) लगभग एक वर्ष में अपने निम्नतम स्तर पर चल रहा है। यह डेटा नियमित रूप से बाज़ार की उम्मीदों को धराशायी या कम करता है।
  • बहरहाल, अर्थशास्त्री अभी भी सोचते हैं कि यूरोज़ोन अर्थव्यवस्था इस तिमाही में और आगे ठोस वृद्धि कर सकती है इसकी स्थिति ब्रिटेन की तुलना में बेहतर है, जो कि पिछले वर्ष से ही आर्थिक विकास की तीव्र वृद्धि के लिये संघर्ष कर रहा है।
  • बैंक ऑफ इंग्लैंड ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में मूल्य दबावों (price pressures) को लेकर चिंतित है और जिसके परिणामस्वरूप मई में ब्याज दर बढ़ने की संभावना है। 
  • चीन के आर्थिक वृद्धि के आँकड़े और संयुक्त राज्य अमेरिका में औद्योगिक और खुदरा बिक्री आँकड़ों की जाँच भी आने वाले सप्ताह में वैश्विक आर्थिक स्वास्थ्य के बैरोमीटर के रूप में की जाएगी।
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2