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अंतर्राष्ट्रीय संबंध

अपतटीय निगरानी जहाज़ आई.सी.जी.एस. सुजय

  • 26 Dec 2017
  • 4 min read

चर्चा में क्यों?

भारतीय तटरक्षक बल द्वारा छह 105एम अपतटीय निगरानी जहाज़ों (Offshore Patrol Vessel - OPV) की श्रृंखला के छठे भारतीय तरक्षक जहाज़ सुजय (Indian Coast Guard Ship “Sujay) को तैनात किया गया। 

सुजय का अर्थ 

  • सुजय का अर्थ है ‘महान विजय’ (Great Victory)। यह भारतीय तटरक्षक (Indian Coast Guard) की इच्छाशक्ति और संकल्प को अभिव्यक्त करता है। 
  • देश के समुद्री हित की सेवा और रक्षा के लिये तैनात इस जहाज़ के संचालन और प्रशासनिक नियंत्रण का अधिकार कमांडर तटरक्षक क्षेत्र (Commander Coast Guard Region - North-East) के पास है। 

सुजय की विशेषताएँ क्या-क्या हैं?

  • 105 मीटर के इस अपतटीय जहाज़ का डिज़ाइन और निर्माण स्वदेशी गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (Goa Shipyard Ltd) द्वारा किया गया है। 
  • इस जहाज़ में अत्याधुनिक नौवहन तथा संचार उपकरण, सेंसर तथा मशीनरी लगी हुई है।
  • इसकी विशेषताओं में 30एमएम सीआरएम 91 नेवल गन (30mm CRN 91 Naval Gun), एकीकृत ब्रिज प्रणाली (Integrated Bridge System - IBS), एकीकृत मशीनरी नियंत्रण प्रणाली (Integrated Machinery Control System - IMCS), विद्युत प्रबंधन प्रणाली (Power Management System - PMS) तथा उच्च शक्ति की अग्निशमन प्रणाली (High Power External Fire Fighting System) शामिल है। 
  • यह जहाज़ इस तरह डिज़ाइन किया गया है ताकि इसमें एक दोहरे इंजन का हल्का विमान, पाँच उच्च गति के बोट कार्य, त्वरित बोर्डिंग संचालन खोज और बचाव, कानून लागू करने तथा समुद्री निगरानी के लिये शामिल बोटों में 2 क्विक रिएक्शन पवन बोटों (Quick Reaction Inflatable Boats) को शामिल किया जा सके। 
  • इस जहाज़ का वज़न 2350 टन है और इसमें 9100 केवी के दो डीज़ल इंजन लगे हुए हैं।
  • इसकी अधिकतम गति 23 नोटिकल माइल है और यह सामान्य गति से 6000 नोटिकल माइल तक जा सकता है। 

उपयोगिता

  • इतना ही नहीं यह जहाज़ समुद्र में तेल बिखराव को नियंत्रित करने के लिये प्रदूषण अनुक्रिया उपकरण ले जाने में भी सक्षम है। 
  • निरंतरता और आधुनिक उपकरण तथा प्रणालियों से लैस यह जहाज़ तटरक्षक के सभी कर्तव्यों को पूरा करने हेतु आवश्यक कमान प्लेटफार्म की भूमिका निभाने में सक्षम है। 
  • पारादीप में तटरक्षक बेड़े में शामिल होने के बाद इस जहाज़ को ईईजेड निगरानी तथा भारत के समुद्री हितों की रक्षा के लिये तटरक्षक चार्टर में दिये गए कर्तव्यों के लिये तैनात किया जाएगा। 

पृष्ठभूमि

  • वर्तमान में, भारतीय तटरक्षक बेड़े में 134 जहाज़ और बोट शामिल हैं तथा 66 जहाज़ और बोट देश के विभिन्न शिपयार्डों में निर्माण के विभिन्न चरणों में हैं। 
  • आईसीजीएस सुजय को कमीशन किये जाने का लाभ यह होगा कि इससे विभिन्न समुद्री कार्यों के निष्पादन में भारतीय तटरक्षक की संचालन क्षमता में वृद्धि होगी। 
  • वस्तुत: अत्याधुनिक ओपीवी जहाज़ को बेड़े में शामिल किये जाने से पूर्वी समुद्री क्षेत्र, विशेषकर ओडिशा तथा पश्चिम बंगाल की सुरक्षा को भी प्रोत्साहन मिलेगा। 
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