शासन व्यवस्था
रेलवे सुरक्षा बल में शामिल होंगे कोरस कमांडो
- 20 Aug 2019
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चर्चा में क्यों?
हाल ही में विघटनकारी ताकतों से होने वाले खतरे को ध्यान में रखते हुए रेलवे सुरक्षा बल (Railway Protection Force-RPF) में कोरस अर्थात् कमांडो फॉर रेलवे सिक्योरिटी (Commandos for Railway Security-CORAS) को शामिल किया गया है।
कोरस
- हमेशा से रेल यात्रियों के समक्ष आने वाले खतरे से निपटने के लिये एक विशेष और प्रशिक्षित कार्यबल के गठन की आवश्यकता महसूस की जाती रही है।
- वर्तमान में रेलवे विभाग रणनीतिक और आर्थिक रूप से महत्त्वपूर्ण कई परियोजनाएँ चला रहा है और कोरस (CORAS) के शुरू होने से न केवल इन परियोजनाओं के संदर्भ में आने वाली चुनौतियों का निपटारा हो सकेगा बल्कि इसके माध्यम से रेलवे यात्रियों से संबंधित चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से निपटा भी जा सकेगा।
- कोरस में शामिल कमांडो प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रशिक्षित हैं और किसी भी अनिश्चित स्थिति का सामना करने में सक्षम हैं।
लक्ष्य:
- विश्व स्तरीय क्षमताओं को विकसित करना ताकि क्षति, गड़बड़ी, ट्रेन परिचालन में व्यवधान, हमला/बंधक/अपहरण, संबंधित क्षेत्र में आपदा आदि परिस्थितियों में विशेष सहायता प्रदान की जा सके।
- वर्गीकृत प्रतिक्रिया के सिद्धांत (Doctrine of Graded Response) को अपनाते हुए, भारतीय रेलवे और इसके उपयोगकर्त्ताओं को ठोस सुरक्षा प्रदान करने के लिये प्रभावी बल का उपयोग किया जा सके।
मुख्य विशेषताएँ:
- इसके अंतर्गत RPF/RPSF से चुने गए अभिप्रेरित और इच्छुक युवा कर्मचारियों को ही शामिल किया जाएगा।
- कोरस में अधिकतर कर्मी 30-35 वर्ष के बीच की औसत आयु के बीच होंगे जिसके कारण कोरस सदैव ही युवा जोश से पूर्ण रहेगा।
- कोरस में शामिल होने के लिये उच्च स्तर का शारीरिक मानक निर्धारित किया गया है।
- कोरस के कमांडो को वामपंथ (Left Wing Extremism-LWE)/उग्रवाद/आतंकवाद प्रभावित रेल क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा।