जलवायु परिवर्तन से अरब सागर क्षेत्र में 'मृत क्षेत्र' के विस्तार का भय | 18 Jul 2018
संदर्भ
वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण अरब सागर के जल में स्कॉटलैंड के आकार का एक विशाल 'मृत क्षेत्र' का विस्तार हो रहा है।
मृत क्षेत्र (‘dead zone’) क्या है?
- ये समुद्र में स्थित ऐसे क्षेत्र हैं जहाँ ऑक्सीजन की कमी के कारण मछलियों के जीवित रहने की संभावना मुश्किल हो जाती है और इनमें से एक ऐसा ही क्षेत्र अरब सागर में स्थित है जो दुनिया का सबसे गहन क्षेत्र है।
- मृत क्षेत्र के निर्माण का कारण दुनिया भर में स्वाभाविक रूप से होने वाली घटनाएँ हैं, लेकिन 1990 के दशक में आखिरी बार सर्वेक्षण किये जाने के बाद से इन घटनाओं में निरंतर वृद्धि हो रही है ।
- यह क्षेत्र लगभग 100 मीटर से शुरू होकर 1,500 मीटर तक विस्तृत है, इसलिये लगभग पूरे जल क्षेत्र पर ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव का विस्तार हो रहा है।
प्रमुख बिंदु
- यह स्थानीय पारिस्थितिक तंत्र और मछली पकड़ने तथा पर्यटन उद्योग की चिंता को भी बढ़ा रहा है।
- वर्ष 2015-2016 के मध्य किये गए अध्ययन के निष्कर्ष अप्रैल में ज़ारी किये गए थे जिनमें यह दिखाया गया था कि अरब सागर में मृत क्षेत्र के आकार में वृद्धि हो रही है और अब यह यमन तथा भारत के बीच मृत क्षेत्र के रूप में समुद्र में फैला हुआ है।
- उल्लेखनीय है कि यह मुद्दा वर्ष 2015 में वैश्विक एजेंडे के शीर्ष पर था, जब कार्बन उत्सर्जन में कटौती करने के लिये दुनिया ने पेरिस सम्मलेन में एक समझौता किया था।