प्रौद्योगिकी
चीन ने BRI की निगरानी के लिये लॉन्च किया उच्च रेजोल्यूशन वाला पृथ्वी अवलोकन उपग्रह
- 04 Aug 2018
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चर्चा में क्यों?
हाल ही में चीन ने अपनी बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) परियोजना की निगरानी करने के लिये एक उच्च रेज़ोल्यूशन वाला पृथ्वी अवलोकन उपग्रह लॉन्च किया है।
प्रमुख बिंदु
- गाओफेन- 11 (Gaofen-11) नामक इस उपग्रह को ताइयुआन उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र (Taiyuan Satellite Launch Center) से लॉन्ग मार्च 4 B राकेट के माध्यम से लॉन्च किया गया।
- चीन ने गाओफेन परियोजना की शुरुआत वर्ष 2010 में की थी।
- यह लॉन्ग मार्च राकेट श्रृंखला का 282वाँ मिशन था।
लॉन्ग मार्च राकेट
- लांग मार्च रॉकेट (Long March Rocket) या Changzheng Rocket चीन सरकार द्वारा संचालित एक्सपेंडेबल लॉन्च सिस्टम का एक रॉकेट परिवार है।
- इसका विकास और डिजाइन चीन अकादमी प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी द्वारा किया गया। रॉकेट का नाम चीनी कम्युनिस्ट इतिहास के लॉन्ग मार्च की घटना के बाद नामित किया गया।
- चीन द्वारा उपग्रह का उपयोग भूमि सर्वेक्षण, शहरी नियोजन, सड़क नेटवर्क डिज़ाइन, कृषि और आपदा राहत के लिये किया जा सकता है।
- इस उपग्रह के माध्यम से प्राप्त डेटा का उपयोग बेल्ट और रोड इनिशिएटिव (BRI) के लिये भी किया जाएगा।
लॉन्ग मार्च ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
- इस घटना को दीर्घ प्रयाण या लंबा कूच या लॉन्ग मार्च (Long March) के नाम से जाना जाता है।
- 16 अक्तूबर, 1934 से शुरु होकर 20 अक्तूबर, 1935 तक चलने वाला यह चीन की साम्यवादी (कुंगचांगतांग) सेना का एक कूच था, जब उनकी फ़ौज ने विरोधी गुओमिंदांग दल (राष्ट्रवादी समूह) की सेना से बचने के लिये 370 दिनों में लगभग 6000 मील का सफ़र तय किया था।
- वास्तव में यह कई कूचों की श्रृंखला थी जिसमें से जिआंगशी प्रांत से अक्तूबर 1934 को शुरू हुआ कूच सबसे प्रसिद्ध है।
- यह कूच माओ ज़ेदोंग (माओ-त्से-तुंग) और झोऊ एन्लाई के नेतृत्व में किया गया और पश्चिमी चीन के दुर्गम क्षेत्रों से गुज़रते हुए पहले पश्चिम और फिर उत्तर की ओर मुड़कर शान्शी प्रांत में ख़त्म हुआ।
- कुल 1,00,000 साम्यवादी सैनिक इस कूच पर निकले थे लेकिन अंत में इनमें से केवल 20% ही जीवित बच पाए थे।