अंतर्राष्ट्रीय संबंध
चीन ने पंचशील सिद्धांतों पर ज़ोर दिया
- 19 May 2017
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संदर्भ
चीन ने एक बार फिर से पंचशील सिद्धांत के महत्त्व को उजागर किया है| उल्लेखनीय है कि पंचशील सिद्धांत ‘शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व’ के पाँच सिद्धांत हैं| दरअसल, यह चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा और बेल्ट और रोड पहल की ओर भारत का ध्यान आकर्षित करने के लिये चीन की ओर से किया गया एक प्रयास है|
प्रमुख बिंदु
- चीन सरकार का मानना है कि शांतिपूर्ण सहयोग के ये पाँच सिद्धांत बेल्ट और रोड फल की ओर भारत का ध्यान आकर्षित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं|
- गौरतलब है कि भारत ने चीन की बेल्ट और रोड पहल (चीन-पकिस्तान आर्थिक गलियारा इसका एक घटक है) की बैठक में शामिल न होने का निर्णय इस आधार पर लिया था कि यह गलियारा भारत की संप्रभुता का उल्लंघन करता है| ध्यातव्य है कि यह गलियारा पाक-अधिकृत कश्मीर(PoK) से होकर गुज़रता है|
- चीन सरकार का कहना है कि अन्य देशों के साथ मित्रतापूर्ण संबंधों का विकास करने के लिये वह सह-अस्तित्व के इन पाँच सिद्धान्तों का अनुसरण करेगी तथा उसके ये प्रयास क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देने के प्रति उन्मुख होंगे|
- यह सत्य है कि बेल्ट और रोड फोरम के दौरान राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने यह कहा था कि वे बेल्ट और रोड से लगे हुए देशों के साथ मित्रतापूर्ण सहयोग को बढ़ावा देने के लिये शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के सिद्धांतों का पालन करेंगे|
- भारत के तर्क के विपरीत चीन की सरकार का तर्क है कि चीन-पकिस्तान आर्थिक गलियारा पंचशील सिद्धांतों के विरुद्ध नहीं है क्योंकि चीन ने कश्मीर में इसकी वास्तविक स्थिति को परिवर्तित नहीं किया है|
- अब, अगर कश्मीर की स्थिति के संदर्भ में बात की जाए तो यह भारत और पाकिस्तान का आपसी मामला है| बेल्ट और रोड पहल कश्मीर के मुद्दे पर चीन के विचारों में कोई बदलाव नहीं करेगी|
- इस माह के प्रारंभ में नीति आयोग को संबोधित करते हुए चीन के राजदूत ने कहा था कि चीन द्विपक्षीय वार्ता के माध्यम से शिमला समझौते के अनुसार चीन और भारत के मध्य एक समझौते का समर्थन करता है|
- बैठक में चीनी राष्ट्रपति ने कहा था कि वस्तुतः बेल्ट और रोड पहल के माध्यम से चीन विश्व के सभी सभी देशों के साथ मित्रता और सहयोग को बढ़ावा देगा|
- चीनी राष्ट्रपति का यह भी कहना है कि चीन किसी भी देश के आतंरिक मामलों, निर्यात और स्वयं की सामाजिक व्यवस्था अथवा विकास के मॉडल में कोई बाधा उत्पन्न नहीं करना चाहता है, और न ही उसकी मंशा अपनी इच्छा को अन्य देशों पर थोपना है|
क्या हैं पंचशील सिद्धांत?
- इन पाँच सिद्धांतों में एक-दूसरे देश की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का सम्मान करना शामिल है|
- पंचशील में यह कहा गया है कि दोनों देश (भारत और चीन) एक-दूसरे के प्रति सम्मानपूर्वक व्यवहार करेंगे तथा एक-दूसरे की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का समान करेंगे तथा किसी के भी आतंरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे|