चिली के संविधान का पुनर्लेखन | 31 Dec 2021
प्रिलिम्स के लिये:लिथियम आयन बैटरी, भारत-चिली संबंध, चिली की अवस्थिति और भौगोलिक विशेषताएँ। मेन्स के लिये:लिथियम खनन द्वारा उत्पन्न जलवायु चुनौतियाँ, भारत के लिये चिली का महत्त्व। |
चर्चा में क्यों?
दक्षिण अमेरिकी देश चिली ने ‘जलवायु और पारिस्थितिक आपातकाल’ से निपटने के लिये एक नया संविधान लिखने हेतु एक ‘संविधान कन्वेंशन’ का गठन किया है।
- जैसे-जैसे जलवायु आपदाएँ अपरिहार्य हो जाती हैं, वैसे देश जो पहले से ही संसाधन की कमी (चिली के मामले में जल) से ज़ूझ रहे हैं, उन्हें अपने नागरिकों द्वारा कार्रवाई करने हेतु मज़बूर होना हो रहा है।
प्रमुख बिंदु
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पृष्ठभूमि
- चिली के राजनेता देश को समृद्ध बनाने हेतु यहाँ मौजूद लिथियम का लाभ उठाना चाहते हैं। हालाँकि चिली के अधिकांश नागरिक सरकार के दृष्टिकोण से असहमत हैं, क्योंकि अतीत में इसी तरह के उपायों (पानी के निजीकरण सहित) ने उन लोगों को काफी प्रभावित किया था, जिन्हें इन संसाधनों की सबसे अधिक आवश्यकता है।
- सैन्य शासक ‘ऑगस्टो पिनोशे’ (जिन्होंने वर्ष 1980 के तख्तापलट में कम्युनिस्ट ‘सल्वाडोर अलेंदे’ को उखाड़ फेंका था) के नेतृत्व में, चिली ने संसाधनों के शोषण को शुरू किया था।
- लिथियम खनन में एक समस्या मौजूद है, क्योंकि इसके कारण मिट्टी की नमी कम हो जाती है और दिन के तापमान में वृद्धि होती है जिससे क्षेत्र में सूखे की स्थिति पैदा हो जाती है। जबकि अधिक-से-अधिक लिथियम निकाला जाना भी मनुष्यों के लिये अनुपयुक्त हो सकता है।
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परिचय
- यह नया संविधान लिथियम खनन और उसके विनियमन पर फोकस करेगा। इसके अलावा यह पूर्वाभास करेगा कि लिथियम खनन से स्वदेशी समुदायों को किस प्रकार लाभ होता है। नए संविधान के निर्माता यह भी आकलन करेंगे कि चिली की राजनीतिक व्यवस्था में सुधार की
- ज़रूरत है या नहीं।
- उनका कार्य न केवल यह निर्धारित करेगा कि 19 मिलियन का यह देश किस प्रकार शासित होगा, बल्कि यह एंडीज़ पर्वत के पास स्थित विशाल रेगिस्तान के नीचे खारे पानी में मौजूद नरम, चमकदार धातु- लिथियम के भविष्य का भी निर्धारण करेगा।
- संविधान का यह पुनर्विक्रय जलवायु आपदाओं की ओर बढ़ रहे विश्व में बदलती प्राथमिकताओं को चिह्नित करता है।
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चुनौतियाँ
- कई लोगों को डर है कि नया संविधान खनन पर भारी रॉयल्टी और प्रतिबंध लगाएगा तथा स्थानीय स्तर पर निर्णय लेने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
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चिली में लिथियम
- चिली में अत्यधिक लिथियम (ऑस्ट्रेलिया के बाद दूसरा सबसे बड़ा लिथियम उत्पादक) मौजद है, जो कि बैटरी का एक अनिवार्य घटक है और लगभग सभी आधुनिक स्मार्ट उपकरणों में प्रयोग किया जाता है।
- जैसे-जैसे विश्व स्तर पर जीवाश्म ईंधन को प्रतिस्थापित किया जा रहा है, लिथियम की मांग और इसकी कीमत में वृद्धि हो रही है।
भारत-चिली संबंध
- चिली लैटिन अमेरिका और प्रशांत गठबंधन के लिये भारत के द्वार के रूप में कार्य करता है।
- चिली लैटिन अमेरिकी क्षेत्र में भारत का पाँँचवाँँ सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है।
- भारत-चिली ने व्यापार बढ़ाने के लिये वर्ष 2017 में वरीयता व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किये।
- द्विपक्षीय व्यापार बढ़ रहा है और वर्ष 2017-18 में 2.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा।
- भारत और चिली अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन में भी भागीदार हैं।
- दोनों देश बहुपक्षीय मंचों में बड़े पैमाने पर सहयोग करते हैं और जलवायु परिवर्तन/नवीकरणीय ऊर्जा मुद्दों और UNSC (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद) के विस्तार और सुधारों पर समान विचार साझा करते हैं।
- भारत-चिली ने खनन, संस्कृति, विकलांगता के क्षेत्र में तीन समझौता ज्ञापनों (MOU) पर हस्ताक्षर किये हैं।
बैटरियों में लिथियम का उपयोग
- जिन देशों में डीकार्बोनाइज़ करने के त्वरित तरीके खोजे जा रहे हैं, लिथियम को धातु की पसंद के रूप में देखा जा रहा है। इलेक्ट्रिक वाहनों को परिवहन के भविष्य के रूप में पेश किया जा रहा है और सभी उद्योग स्वच्छ विकल्पों की तलाश कर रहे हैं, लिथियम को उनके सबसे अच्छे विकल्प के रूप में देखा जाता है।
- इसे अक्षय ऊर्जा के एक प्रमुख भाग के रूप में देखा जाता है, लिथियम आयन बैटरी को "ऊर्जा-सघन, सस्ता और सुरक्षित" माना जाता है।
- लिथियम आयन बैटरी लंबे जीवन-चक्र के साथ एक छोटे पैकेज़ में बहुत अधिक शक्ति और ऊर्जा पैक करती हैं।
- स्मार्टफोन और लैपटॉप सहित अधिकांश गैजेट लिथियम-पॉलीमर बैटरी का उपयोग करते हैं, जो लिथियम आयन बैटरी का विकल्प है।
- चूँकि लिथियम को मानक गैर-नवीकरणीय खनिज माना जाता है जो अक्षय ऊर्जा को संभव बनाता है, इसकी मांग में वृद्धि जारी रहने की उम्मीद है।
- लेकिन जलवायु परिवर्तन के खिलाफ इस लड़ाई में, लिथियम खनन से ज़हरीले क्षेत्र बन सकते हैं, जहाँ पानी (खारे पानी की नमकीन) मानव उपभोग के लिये अनुपयुक्त है और वनस्पति बढ़ने की संभावना कम है।
चिली
- चिली दक्षिण अमेरिका में एंडीज़ पर्वतमाला और प्रशांत महासागर के मध्य स्थित है।
- चिली के उत्तर में पेरू, उत्तर-पूर्व में बोलीविया, पूर्व में अर्जेंटीना और दक्षिण छोर पर ड्रेक पैसेज स्थित है।
- चिली दक्षिण अमेरिका के उन दो देशों (दूसरा इक्वाडोर) में से है जिसकी सीमाएँ ब्राजील से नहीं मिलती है।
- विश्व के प्रमुख रेगिस्तानों में से एक 'अटाकामा रेगिस्तान' उत्तरी चिली में स्थित एक तटीय रेगिस्तान है।
- चिली की राजधानी ‘सैंटियागो’ चिली के मध्य में स्थित है।
- सैंटियागो शराब उत्पादन के लिये प्रसिद्ध है।
- विश्व का सबसे शुष्क स्थान ‘अरिका’ उत्तरी चिली में अवस्थित है।
- विश्व का सबसे बड़ा ताँबा उत्पादक शहर ‘चुक्वीकमाटा’ चिली में अवस्थित है ।