फाफामऊ, इलाहाबाद में गंगा नदी पर 6 लेन के नए पुल के निर्माण को मिली स्वीकृति | 11 Jun 2018
चर्चा में क्यों?
हाल ही में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने इलाहाबाद के फाफामाऊ में राष्ट्रीय राजमार्ग-96 पर गंगा नदी पर 9.9 किलोमीटर लंबे 6 लेन के नए पुल के निर्माण की परियोजना को स्वीकृति दी है।
वर्तमान में यातायात की स्थिति
- वर्तमान में इलाहाबाद आने वाले वाहन राष्ट्रीय राजमार्ग-96, राष्ट्रीय राजमार्ग-24 बी, एशियाई राजमार्ग-1 और अन्य स्थानीय राजमार्गों से फाफामऊ स्थित गंगा नदी पर 2 लेन के पुल को पार करके आते हैं।
- सामान से लदे व्यावसायिक वाहनों को सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक इस पुल पर प्रवेश नहीं करने दिया जाता है।
- वर्तमान में पुराने पुल से लगभग 40,000 पीसीयू (यात्री कार) गुज़रते हैं, जो कि इसकी कुल 15,000 पीसीयू क्षमता से कई गुना ज़्यादा है।
- इसके परिणामस्वरूप पुल पर पूरे दिन और रातभर जाम की स्थिति बनी रहती है।
नए पुल के लाभ
- नए पुल के बनने से इलाहाबाद में एनएच-96 पर मौजूद 2 लेन के फाफामऊ पुल पर भीड़भाड़ की समस्या दूर होगी।
- नए पुल से कुंभ, अर्ध-कुंभ, प्रयाग में होने वाले वार्षिक स्नान के दौरान ज़्यादा-से-ज़्यादा लोगों के लिये तीर्थ नगरी इलाहाबाद में पहुँचना आसान हो जाएगा।
- इससे तीर्थाटन, पर्यटन और पवित्र नगरी प्रयाग की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
- यह 6 लेन का नया पुल मध्य प्रदेश से राष्ट्रीय राजमार्ग-27 के माध्यम से और नलिनी ब्रिज होते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग-76 से लखनऊ/फैजाबाद से आने वाले यातायात के लिये फायदेमंद होगा।
- इसके अलावा, नए पुल की इस परियोजना के निर्माण के दौरान 9.20 लाख कार्यदिवसों के बराबर रोज़गार पैदा होंगे।
- इन नए 6 लेन के पुल से पुराने पुल पर यातायात सुगम होगा और तेज़ व सुरक्षित यातायात सुनिश्चित होगा।
प्रमुख बिंदु
- मई 2014 से पहले इलाहाबाद से फरक्का के बीच गंगा नदी पर सिर्फ 13 पुल थे।
- 2014 के बाद 20 नए पुलों के निर्माण की योजना बनाई गई थी, जिनमें से 5 यातायात के लिये खोल दिये गए और 7 कई टुकड़ों में निर्माणाधीन हैं।
- इस प्रकार कुल पुलों की संख्या 33 हो जाएगी।
- शेष 8 प्रस्तावित पुलों के लिये जल्द ही फरक्का, साहेबगंज और मोकरनाथ में काम शुरू होने की उम्मीद है।
- इस प्रकार यह फाफामऊ पुल इलाहाबाद और फरक्का के बीच गंगा नदी पर बनने वाला 29वाँ पुल होगा।
- इस पुल के निर्माण पर 1948.25 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
- इस परियोजना के लिये निर्माण अवधि तीन साल है और दिसंबर 2021 तक इसके पूरा होने का अनुमान है।
- पुल के निर्माण की ज़िम्मेदारी लोक निर्माण विभाग के राष्ट्रीय राजमार्ग खंड को दी गई है।