अंतर्राष्ट्रीय संबंध
उजाला योजना में महत्त्वपूर्ण सुधार
- 18 Aug 2017
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चर्चा में क्यों
- हाल ही में ऊर्जा मंत्रालय के अंतर्गत एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज़ लिमिटेड (Energy Efficiency Services Limited-EESL)) ने पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के तहत आने वाली तेल विपणन कंपनियों के साथ ऊर्जा कुशल उपकरणों के वितरण के लिये समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है।
- यह समझौता उजाला (उन्नत ज्योति द्वारा सभी के लिये रियायती एलईडी) योजना के तहत किया गया है। समझौते के अनुसार तेल विपणन कंपनियाँ (इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम) अपने कुछ चुनिंदा विक्रय केन्द्रों के माध्यम से एलईडी बल्ब, एलईडी ट्यूबलाइट और ऊर्जा कुशल पंखों का वितरण करेंगी।
क्यों महत्त्वपूर्ण है यह प्रयास ?
- दरअसल, तीनों तेल विपणन कंपनियों, इंडियन ऑयल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम के पूरे देश में 54,500 खुदरा विक्रय केन्द्रों का एक विशाल नेटवर्क है।
- ये विक्रय केन्द्र ईंधन की बढ़ती ज़रूरतों को पूरा करते हैं और साथ ही साथ अन्य सेवाओं जैसे एटीएम, सर्विस स्टेशन, सुविधा स्टोर और पीयूसी जैसी सेवा भी उपलब्ध कराते हैं।
- इन खुदरा विक्रय केन्द्रों के विशाल नेटवर्क से ईईएसएल को बाज़ार तक अपनी पहुँच बनाने में और ऊर्जा कुशल उपकरणों को उपलब्ध कराने में सहायता मिलेगी।
- इस योजना के सफल क्रियान्वयन से उपभोक्ताओं के बिल में प्रतिवर्ष 13,346 करोड़ रुपए (अनुमानित) की कमी आई है। इससे कार्बन डाईऑक्साइड के उत्सर्जन में प्रति वर्ष लगभग 2.7 करोड़ टन की कमी आई है।
उजाला योजना क्या है ?
- भारत सरकार के राष्ट्रीय कार्यक्रम ‘उन्नत ज्योति द्वारा सभी के लिये रियायती एलईडी ( Unnat Jyoti by Affordable LEDs for All-UJALA) की शुरुआत पिछले वर्ष की गई।
- इस कार्यक्रम का क्रियान्वयन ऊर्जा मंत्रालय के संयुक्त सार्वजनिक उपक्रम एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज़ लिमिटेड (Energy Efficient Services Limited-EESL) द्वारा किया जा रहा है। विदित हो कि एलईडी आधारित घरेलू सक्षमता लाइटिंग कार्यक्रम (Domestic Efficient Lighting Programme-DELP) को 'उजाला' नाम दिया गया है।
उजाला योजना से प्राप्त होने वाले लाभ
- उजाला न केवल उपभोक्ताओं को बिजली बिल कम रखने में मदद देगा, बल्कि देश में ऊर्जा संरक्षण में भी योगदान करेगा।
- उजाला कार्यक्रम की निगरानी पारदर्शी तरीके से राष्ट्रीय स्तर पर की जा रही है। एलईडी बल्बों के प्रयोग से पर्यावरण की भी सुरक्षा होगी।
- यूनिट के लिहाज़ से बिजली की बचत करने के अलावा कार्बन-डाइऑक्साइड के दैनिक उत्सर्जन में कमी आएगी।
- साथ ही समाज के सभी वर्गों द्वारा इसका इस्तेमाल किया जाएगा क्योंकि उजाला योजना के तहत वितरित किए गए एलईडी बल्ब का दाम इसके बाज़ार मूल्य का एक-तिहाई है।
- बेहतर गुणवत्ता वाले इन बल्बों पर तीन साल की मुफ्त प्रतिस्थापन (Free Replacement) वारंटी भी दी जाती है।
- ईईएसएल द्वारा क्रियान्वित की जा रही उजाला योजना को देश के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में व्यापक तौर पर स्वीकार किया गया है। बड़े पैमाने पर इसे स्वीकार किये जाने का मुख्य कारण एलईडी बल्बों की कम ऊर्जा खपत के बावजूद अच्छी रोशनी देने की क्षमता है।