ब्राज़ील का ग्रीन बॉण्ड | 18 Jul 2019
चर्चा में क्यों ?
हाल ही में ब्राज़ील ने लंदन क्लाइमेट एक्शन वीक (Climate Action Week) में वैश्विक स्तर पर पहली बार सोयाबीन के सतत् उत्पादन के लिये ग्रीन बॉन्ड प्रस्तुत किया ।
प्रमुख बिंदु :
- ब्राज़ील ने ग्रीन बॉण्ड सोयाबीन और मक्का का उत्पादन करने वाले किसानो को रेसपोंसिबल कमोडिटी फैसिलिटी (Responsible Commodities Facility-RCF) प्रदान करने के लिये लंदन स्टॉक एक्सचेंज में जारी किया है।
- वैश्विक स्तर पर सोयाबीन की माँग के कारण किसान इसके उत्पादन को लेकर उत्साहित हैं। एक अनुमान के अनुसार, अगले दशक तक केवल सेराडो क्षेत्र में ही लगभग 18 मिलियन हेक्टेयर चरागाह भूमि को सोयाबीन उत्पादन के लिये इस्तेमाल किया जा सकता है, जो वर्तमान की तुलना में तीन गुना अधिक है। इतने बड़े क्षेत्र में खेती होने से जैवविविधता का क्षरण होगा। ब्राज़ील के सवाना घास प्रदेश को सेराडो क्षेत्र कहा जाता है।
- RCF निवेश के माध्यम से सीमित कृषि क्षेत्रों के आकार को न बढ़ाते हुए उत्पादन को बढ़ाया जाएगा जिससे चरगाहों,घास के मैदानों और वनों को संरक्षित किया जा सकेगा।
- ब्राज़ील की महत्त्वाकांक्षा 1.5 मिलियन हेक्टेयर के सवाना घास के प्राकृतिक क्षेत्र को सुरक्षा प्रदान करने की है, इन वनों के कारण कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में 250 मिलियन टन की कमी आने का अनुमान लगाया गया है।
रेसपोंसिबल कमोडिटी फैसिलिटी (Responsible Commodities Facility-RCF) के लाभ:
- उत्पादन क्षेत्र में बढ़ोत्तरी किये बिना उत्पादन में वृद्धि सुनिश्चित करके प्राकृतिक आवासों की हानि को कम किया जा सकता है और इससे ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में भी कमी आने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
- ब्राज़ील ने वर्ष 2030 तक अपने कार्बन उत्सर्जन में 43 प्रतिशत की कमी करने का वादा किया है। RCF जैसे तंत्रों के माध्यम से कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी। साथ ही इससे ब्राज़ील अपने पर्यावरण कानूनों (वन कोड) का अनुपालन आसानी से कर पाएगा।
- RCF के माध्यम से प्राकृतिक आवासों की हानि को कम किया जा सकता है। साथ ही इससे जैव-विविधता को भी सुनिश्चित किया जा सकता है। ब्राज़ील इस प्रकार के तंत्रों के माध्यम से अपनी जैव-विविधता और प्राकृतिक संसाधनों को सुरक्षित रखकर सतत् विकास लक्ष्यों की ओर अग्रसर होगा।
- RCF के तहत वित्त की सुविधा उत्पादकों को सेराडो क्षेत्र के वनस्पति की रक्षा और राष्ट्रीय कानून के अनुपालन के लिये प्रतिबद्धताओं के आधार पर दी जाएगी। प्रतिबद्धताओं का पालन संबंधी सत्यापन बाहरी कंपनियों द्वारा स्वतंत्र रूप से किया जाएगा और प्रतिबद्धताओं की देखरेख एक पर्यावरण समिति द्वारा की जाएगी जिसमें उत्पादक, खरीददार, गैर सरकारी संगठन एवं वित्तीय संगठन शामिल होंगे।
- रेस्पोंसेबल कमोडिटीज़ रजिस्ट्री (Responsible Commodities Registry) उत्पादन के आँकडों और स्रोतों का रिकॉर्ड रखेगी। साथ ही आपूर्ति शृंखला में इन वस्तुओं के स्वामित्व का पता भी लगाएगी।
- RCF को UK सरकार के वनों के लिये साझेदारी के कार्यक्रम (Partnerships for Forests -P4F) के समर्थन से स्थापित किया जा रहा है।
- RCF, UNEP के साथ भी प्रभावी सामाजिक और पर्यावरणीय शासन तथा निगरानी ढाँचे को विकसित करने के लिये भी सहयोग ले रहा है।
- सतत् निवेश प्रबंधन (Sustainable Investment Management-SIM), 50 सिविल सोसाइटी संगठनों और 150 उपभोक्ता वस्तु कंपनियों के साथ सोयाबीन उत्पादन क्षेत्र को स्थिर रखते हुए उत्पादन की मात्रा बढ़ाने वाले सेराडो मैनिफेस्टो का समर्थन करता है।
ब्राज़ील के कृषि उत्पादन को अतिरिक्त वनों की कटाई या प्राकृतिक आवासों के क्षरण के बिना ही बढ़ाना इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है।
सतत् निवेश प्रबंधन
(Sustainable Investment Management- SIM)
- SIM, बैंकिंग, वस्तु व्यापार (commodities trading) और पर्यावरण वित्त के पेशेवरों द्वारा बनाई गई एक पर्यावरण वित्तीय फर्म (Environment finance firm) है।
- SIM, RCF के प्रबंधन में भागीदार है।
- सोयाबीन के उत्पादन और व्यापार के लिये उपयुक्त परिस्थितियाँ निर्मित करने के लिये SIM वित्तीय सेवाओं एवं गतिविधियों के विभिन्न स्रोतों का एकीकृत प्रबंधन करेगा।
वनों के लिये भागीदारी
(Partnerships for Forests -P4F)
- UK सरकार द्वारा समर्थित 5 साल का कार्यक्रम है।
- यह विश्व स्तर पर 4 महत्त्वपूर्ण वन क्षेत्रों पूर्वी अफ्रीका, लैटिन अमेरिका, दक्षिण पूर्व एशिया तथा पश्चिम और मध्य अफ्रीका में कार्य करता है।
- P4F भूमि-उपयोग के क्षेत्र में वित्त अनुदान, तकनीकी सहायता और विशेषज्ञों की एक टीम के माध्यम से सहायता प्रदान करता है।
- P4F सार्वजनिक क्षेत्र और समुदायों के साथ में निजी क्षेत्र की भागीदारी का समर्थन करता है। साथ ही ऐसी वस्तुओं को प्रोत्साहित करता है जो वनों संसाधनों पर कम दबाव पैदा करती हो।
- पैलेडियम (Palladium), मैकिन्से एंड कंपनी (McKinsey & Company) और सिस्टमआईक्यू (SYSTEMIQ) इस कार्यक्रम के लिये तकनीकी सहायता एवं अनुदान की सुविधा का प्रबंधन करने वाले प्रमुख भागीदार हैं।
UNEP (United Nation Environment Programme)
- यह संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी है। इसकी स्थापना वर्ष 1972 में मानव पर्यावरण पर स्टॉकहोम में आयोजित संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के दौरान हुई थी।
- इस संगठन का उद्देश्य मानव पर्यावरण को प्रभावित करने वाले सभी मामलों में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ाना तथा पर्यावरण संबंधी जानकारी का संग्रहण, मूल्यांकन एवं पारस्परिक सहयोग सुनिश्चित करना है।
- UNEP पर्यावरण संबंधी समस्याओं के तकनीकी एवं सामान्य निदान हेतु एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है। UNEP अन्य संयुक्त राष्ट्र निकायों के साथ सहयोग करते हुए सैकड़ों परियोजनाओं पर सफलतापूर्वक कार्य कर चुका है।
- इसका मुख्यालय नैरोबी (केन्या) में है।