लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:



डेली अपडेट्स

जैव विविधता और पर्यावरण

ब्लू ब्लॉब

  • 21 Apr 2022
  • 7 min read

प्रिलिम्स के लिये:

ब्लू ब्लॉब, आर्कटिक परिषद, आर्कटिक क्षेत्र, भारत की आर्कटिक नीति।

मेन्स के लिये:

भारत की आर्कटिक नीति, भारत के लिये आर्कटिक का महत्त्व।

चर्चा में क्यों?  

हाल के एक शोध के अनुसार आइसलैंड के पास उत्तरी अटलांटिक महासागर में ठंढे ठंडे जल के क्षेत्र, जिसे "ब्लू ब्लॉब" (Blue Blob) कहा जाता है, के द्वारा आर्कटिक समुद्री बर्फ के पिघलने को अस्थायी रूप से रोकने में सहायक हो सकता है।

  • हालांँकि शोध में यह भी कहा गया है कि अगर तापमान को नियंत्रित नहीं रखा गया तो जलवायु परिवर्तन का प्रभाव बर्फ के बड़े भागों तक पहुंँच जाएगा।

प्रमुख बिंदु   

ब्लू ब्लॉब क्या के बारे में तथा ग्लेशियर के पिघलने की गति को धीमा करने में इसकी भूमिका: 

  • यह आइसलैंड और ग्रीनलैंड के दक्षिण में स्थित एक ठंडा क्षेत्र है और इसके बारे में बहुत कम जानकारी है।
  • वर्ष 2014-2015 की सर्दियों के दौरान जब समुद्र की सतह का तापमान सामान्य से लगभग 1.4 डिग्री सेल्सियस था तो इस क्षेत्र में कोल्ड पैच (Cold Patch) सबसे अधिक थे।
  • आर्कटिक क्षेत्र कथित तौर पर वैश्विक औसत से चार गुना तेज़ी से गर्म हो रहा है और आइसलैंड के ग्लेशियर वर्ष 1995 से वर्ष 2010 तक लगातार सिकुड़ते जा रहे हैं, जिससे प्रति वर्ष औसतन 11 बिलियन टन बर्फ पिघल रही है।
  • वर्ष 2011 में इसके पिघलने की प्रक्रिया शुरू हुई हालाँकि, आइसलैंड के ग्लेशियरों के पिघलने की गति धीमी हो गई, जिसके परिणामस्वरूप वार्षिक लगभग आधा ग्लेशियर की मात्रा के बराबर ही बर्फ पिघली और ब्लू ब्लॉब को आइसलैंड के ग्लेशियरों और ठंडे जल पर कूलर हवा के तापमान से जोड़ा गया है। 
    • यह प्रवृत्ति ग्रीनलैंड और स्वालबार्ड के आस-पास के बड़े ग्लेशियरों में नहीं देखी गई थी।
  • ब्लू ब्लॉब से पहले उसी क्षेत्र में एक दीर्घकालिक शीतलन प्रवृत्ति, जिसे अटलांटिक वार्मिंग होल कहा जाता है, ने पिछली शताब्दी के दौरान समुद्र की सतह के तापमान को लगभग 0.4 से 0.8 डिग्री सेल्सियस कम कर दिया और भविष्य में इस क्षेत्र के ठंडे होने की प्रक्रिया जारी रह सकती है।
    • वार्मिंग होल (Warming Hole) का एक संभावित कारण अटलांटिक मेरिडियल ओवरटर्निंग सर्कुलेशन (Atlantic Meridional Overturning Circulation- AMOC) का धीमा होना है। 
      • AMOC एक महासागरीय धारा है जो उष्ण कटिबंध से आर्कटिक तक गर्म जल का प्रसार करती है इस प्रकार इस क्षेत्र में वितरित गर्मी की मात्रा को कम करती है।

आर्कटिक के बारे में:  

  • आर्कटिक पृथ्वी के सबसे उत्तरी भाग में स्थित ध्रुवीय क्षेत्र है।
  • आर्कटिक क्षेत्र के तहत भूमि पर मौसमी रूप से अलग-अलग हिम के आवरण की प्रकृति होती है।
  • आर्कटिक के अंतर्गत आर्कटिक महासागर, निकटवर्ती समुद्र और अलास्का (संयुक्त राज्य अमेरिका), कनाडा, फिनलैंड, ग्रीनलैंड (डेनमार्क), आइसलैंड, नॉर्वे, रूस और स्वीडन को  शामिल किया जाता है।
  • वर्ष 2013 से भारत को आर्कटिक परिषद में पर्यवेक्षक का दर्जा प्राप्त है, जो आर्कटिक के पर्यावरण और विकास पहलुओं पर सहयोग के लिये प्रमुख अंतर-सरकारी मंच है।
    • आर्कटिक परिषद एक उच्च-स्तरीय अंतर-सरकारी निकाय है, जिसकी स्थापना आर्कटिक राज्यों, स्थानिक समुदायों और अन्य आर्कटिक निवासियों के बीच सहयोग, समन्वय और बातचीत को बढ़ावा देने के लिये (विशेष रूप से आर्कटिक में सतत विकास और पर्यावरण संरक्षण के मुद्दों पर) की गई थी।
    • आर्कटिक परिषद के सदस्य: ओटावा घोषणा ने कनाडा, डेनमार्क, फिनलैंड, आइसलैंड, नॉर्वे, रूसी संघ, स्वीडन और संयुक्त राज्य अमेरिका को आर्कटिक परिषद के सदस्य के रूप में घोषित किया है।

Arctic-Ocean

भारत के लिये आर्कटिक की प्रासंगिकता:

  • आर्कटिक क्षेत्र शिपिंग मार्गों के कारण महत्त्वपूर्ण है।
  • मनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज़ एंड एनालिसिस द्वारा प्रकाशित एक विश्लेषण के अनुसार, आर्कटिक के प्रतिकूल प्रभाव न केवल खनिज और हाइड्रोकार्बन संसाधनों की उपलब्धता को प्रभावित कर रहे हैं, बल्कि वैश्विक शिपिंग मार्गों को भी बदल रहे हैं।
  • विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत एक स्थिर आर्कटिक को सुरक्षित करने में रचनात्मक भूमिका निभा सकता है।
  • यह क्षेत्र अत्यधिक भू-राजनीतिक महत्त्व रखता है क्योंकि आर्कटिक के वर्ष 2050 तक बर्फ मुक्त होने का अनुमान है साथ ही वैश्विक शक्तियाँ प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध क्षेत्र का दोहन करने के लिये आगे बढ़ रही हैं।
  • मार्च, 2022 में भारत की आर्कटिक नीति का 'भारत और आर्कटिक: सतत् विकास के लिये एक साझेदारी का निर्माण' शीर्षक से अनावरण किया गया था।

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्षों के प्रश्न (PYQs) 

प्रश्न. निम्नलिखित देशों पर विचार कीजिये: (2014)  

  1. डेनमार्क
  2. जापान
  3. रूसी संघ
  4. यूनाइटेड किंगडम
  5. संयुक्त राज्य अमेरिका 

उपर्युक्त में से कौन-से 'आर्कटिक परिषद' के सदस्य हैं?

(a) 1, 2 और 3
(b) 2, 3 और 4
(c) 1, 4 और 5
(d) 1, 3 और 5

उत्तर: (d)  

स्रोत: द हिंदू

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2