अंतर्राष्ट्रीय संबंध
काला सागर और रूस
- 16 Apr 2022
- 7 min read
प्रिलिम्स के लिये:काला सागर की भौगोलिक स्थिति मेन्स के लिये:यूक्रेन के खिलाफ रूस का युद्ध, काला सागर का रूस के लिये महत्त्व, उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो)। |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में काला सागर में रूसी जहाज़ी बेड़े के प्रमुख युद्धपोत मोस्कवा का डूबना चाहे वह यूक्रेनी मिसाइल हमले के कारण हो या जैसा कि रूस का दावा है कि यह बोर्ड पर आग लगने के कारण डूबा है यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस के लिये एक गंभीर झटका है।
प्रमुख बिंदु
काला सागर की भौगोलिक स्थिति:
- तटीय भौगोलिक स्थिति: काला सागर उत्तर और उत्तर पश्चिम में यूक्रेन, पूर्व में रूस तथा जॉर्जिया, दक्षिण में तुर्की एवं पश्चिम में बुल्गारिया व रोमानिया से घिरा हुआ है।
- समुद्री भौगोलिक स्थिति: यह बोस्पोरस जलडमरूमध्य के माध्यम से मरमारा सागर से तथा डारडेनेल्स जलडमरूमध्य के माध्यम से एजियन सागर से जुड़ा है।
रूस के लिये काला सागर का महत्त्व:
- सामरिक महत्त्व: काला सागर क्षेत्र पर प्रभुत्व रूस की एक भू-रणनीतिक अनिवार्यता है जो भूमध्य सागर में रूसी शक्ति को संरक्षित करने और दक्षिणी यूरोप के प्रमुख बाज़ारों के लिये आर्थिक प्रवेश द्वार को सुरक्षित करने हेतु महत्त्वपूर्ण है।
- भूमध्य सागर का प्रवेश द्वार: यह परंपरागत रूप से यूरोप के लिये रूस का गर्म पानी का प्रवेश द्वार रहा है।
- सामरिक बफर: यह उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) और रूस के बीच एक रणनीतिक बफर के रूप में कार्य करता है।
- ब्लैक सी फ्लीट: रूस वर्ष 2014 के क्रीमिया संकट के बाद से काला सागर पर पूर्ण नियंत्रण हासिल करने हेतु प्रयास कर रहा है।
- इस प्रकार रूस ने काला सागर में अपने काला सागर नौसैनिक बेड़े को तैनात कर दिया है।
- काला सागर बेड़ा: काला सागर बेड़े का एक लंबा इतिहास है और माना जाता है कि इसकी स्थापना वर्ष 1783 में हुई थी।
- इसमें काला सागर, आज़ोव सागर और पूर्वी भूमध्य सागर में रूसी नौसेना के युद्धपोत शामिल हैं तथा इसका मुख्यालय क्रीमिया प्रायद्वीप के प्रमुख बंदरगाह सेवस्तोपोल (Sevastopo) में है।
काला सागर में रूस का हित:
- मौज़ूदा आक्रमण के दौरान, काला सागर पर वर्चस्व स्थापित करना रूस का प्रमुख उद्देश्य रहा है।
- मारियुपोल पर कब्ज़ा: रूस द्वारा डोनेट्स्क के पूर्वी यूक्रेनी ओब्लास्ट में आज़ोव बंदरगाह के सागर मारियुपोल पर कब्ज़ा करने के प्रयास किये गए हैं।
- ओडेसा पर कब्ज़ा: रूस से उम्मीद की जा रही थी कि वह क्रीमिया के पश्चिम में ओडेसा पर अपने सैन्य प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करेगा।
- यदि रूस ओडेसा क्षेत्र को घेर लेता है तो यूक्रेन अपने काला सागर तट का उपयोग नहीं कर पाएगा और वास्तव में एक भूमि से घिरे देश के रूप में सिमट कर रह जाएगा।
- यह यूक्रेन का सबसे बड़ा क्षेत्र भी है जो प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक संसाधनों के साथ एक महत्त्वपूर्ण ऊर्जा एवं परिवहन गलियारे के रूप में है।
- राइन-मेन-डेन्यूब नहर काला सागर को अटलांटिक महासागर से जोड़ती है तथा ओडेसा का बंदरगाह यूक्रेन और बाहरी दुनिया के बीच एक महत्त्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करता है।
रूस की संभावनाएँ:
- युद्धपोत मोस्कवा के नुकसान से ‘ओडेसा’ शहर पर एक प्रत्याशित हमले पर रोक लगने की उम्मीद है।
- इस घटना का मतलब है कि यूक्रेन पर हमला करने के बाद से रूस की अब तक दो प्रमुख नौसैनिक संपत्तियों को नुकसान पहुँचा है, इनमें पहला रूस का एलीगेटर क्लास लैंडिंग जहाज़ सेराटोव था।
- दोनों घटनाओं के चलते रूस द्वारा काला सागर में अपनी समुद्री स्थिति और क्षमता की समीक्षा करने की संभावना है।
विगत वर्षों के प्रश्न:प्रश्न. निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिये: (2019) सागर सीमावर्ती देश
उपर्युक्त युग्मों में से कौन-से सही सुमेलित हैं? (a) केवल 1, 2 और 4 उत्तर: (b) प्रश्न. तुर्की अवस्थित है: (2014) (a) काला सागर और कैस्पियन सागर उत्तर: (b) |