भारतीय इतिहास
भीमा-कोरेगाँव युद्ध-1818
- 01 Jan 2020
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प्रीलिम्स के लिये:
भीमा-कोरेगाँव युद्ध
मेन्स के लिये:
भीमा-कोरेगाँव युद्ध की ऐतिहसिक पृष्ठभूमि तथा वर्तमान परिदृश्य
चर्चा में क्यों?
1 जनवरी, 2020 को वर्ष 1818 में हुए भीमा-कोरेगाँव युद्ध को 202 वर्ष पूरे हो गए हैं।
मुख्य बिंदु:
- महाराष्ट्र के पुणे जिले में स्थित पेरने गाँव में भीमा -कोरेगाँव युद्ध के सैनिकों की स्मृति में रणस्तंभ का निर्माण किया गया है, जहाँ प्रत्येक वर्ष 1 जनवरी को इस युद्ध की वर्षगाँठ मनाई जाती है।
भीमा-कोरेगाँव युद्ध?
- 1 जनवरी, 1818 को ब्रिटिश ईस्ट इंडिया के 500 सैनिकों की एक छोटी कंपनी, जिसमें ज़्यादातर सैनिक महार समुदाय से थे, ने पेशवा शासक बाजीराव द्वितीय की लगभग 28,000 हज़ार सैनिकों वाली सेना को लगभग 12 घंटे तक चले युद्ध में पराजित किया था।
- भीमा-कोरेगाँव के युद्ध में जिन महार सैनिकों ने लड़ते हुए वीरगति प्राप्त की, उनके सम्मान में वर्ष 1822 में भीमा नदी के किनारे काले पत्थरों से एक रणस्तंभ का निर्माण किया गया।