भारतीय अर्थव्यवस्था
अकाउंट एग्रीगेटर मॉडल ‘सहमति’
- 29 Jul 2019
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चर्चा में क्यों?
हाल ही में एक अकाउंट एग्रीगेटर मॉडल ‘सहमति’ की शुरुआत हुई। यह नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) की श्रेणी में आता है।
प्रमुख बिंदु
- यह अकाउंट एग्रीगेटर (AA) व्यक्तिओं और छोटे कारोबारियों को उनके डिजिटल फाइनेंशियल डेटा को सुरक्षित तरीके से तीसरे पक्ष के साथ साझा करने में सहायता करेगा।
- वित्तीय नियोजन सेवाओं की मांग करने वाले उपयोगकर्त्ता म्यूचुअल फंड, बीमा, भविष्य निधि और बैंकिंग विवरण को AA एप के माध्यम से डिजिटल रूप से साझा कर सकेंगे।
- यह AA कई सेवा प्रदाताओं से डेटा संग्रहीत करेगा और उपयोगकर्त्ता की सहमति के बाद इस डेटा को वित्तीय सूचनाओं के प्रयोगकर्त्ताओं के साथ साझा करेगा।
- अकाउंट एग्रीगेटर प्रणाली को प्रोत्साहन देने के लिये ‘सहमति’ को गैर-लाभकारी निकाय के रूप में शुरू किया गया है।
- यह AA नवीन तकनीक एवं संस्थागत अवसंरचना में वित्तीय जानकारी प्रदाता (Financial Information Provider-FIPs) और वित्तीय जानकारी उपयोगकर्त्ताओं (Financial Information Users-FIUs) की संभावनाओं के संबंध में जागरूकता बढ़ाकर फ्रेमवर्क को अपनाने के लिये प्रेरित करेगा।
- भारतीय रिज़र्व बैंक, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड, बीमा नियामक और विकास एजेंसी तथा भविष्य निधि नियामक और विकास एजेंसी पहले ही संबंधित कंपनियों/संस्थाओं को इन विनियामकों के नियंत्रण के अधीन एवं उपयोगकर्त्ता की सहमति से डेटा साझा करने की अनुमति दे चुके हैं।
- इस प्रौद्योगिकी फ्रेमवर्क को गैर-लाभकारी प्लेटफार्म iSpirt द्वारा विकसित किया गया है।
अकाउंट एग्रीगेटर (AA) क्या है?
- अकाउंट एग्रीगेटर (फाइनेंशियल डेटा एग्रीगेटर) एक वेब आधारित अथवा API आधारित प्रणाली है जो विभिन्न प्रकार के अकाउंट, जैसे- बैंक अकाउंट, इन्वेस्टमेंट अकाउंट, क्रेडिट कार्ड अकाउंट आदि की सूचनाओं को संग्रहीत करती है।
- वर्ष 2016 में रिज़र्व बैंक ने अकाउंट एग्रीगेटर को NBFC की श्रेणी का दर्जा दिया।
iSpirt- Indian Software Product Industry
- यह एक गैर लाभकारी प्लेटफार्म है जो देश में सॉफ्टवेयर उत्पाद कंपनियों को बढ़ावा देने, सरकारी नीतिओं में सहयोग करने तथा सॉफ्टवेयर में निवेश को प्रोत्साहित करता है।
- वर्ष 2013 में लगभग 30 उत्पाद कंपनियों और व्यक्तियों ने iSPIRT की शुरुआत की ।