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विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

बेसिल कैलमेट-गुएरिन (BCG) वैक्सीन

  • 25 Sep 2019
  • 5 min read

चर्चा में क्यों?

हाल ही के एक अध्ययन में पाया गया है कि नैनोपार्टिकल फॉर्म में करक्यूमिन (Curcumin), बेसिल कैलमेट-गुएरिन (Bacille Calmette-Guérin-BCG) वैक्सीन की प्रभावकारिता को बढ़ाने की क्षमता रखता है, जिसका इस्तेमाल तपेदिक (TB) के खिलाफ किया जाता है। यह अध्ययन इन्फेक्शन एंड इम्युनिटी (Infection and Immunity) नामक जर्नल में प्रकाशित किया गया है।

करक्यूमिन (Curcumin):

Curcumin

  • करक्यूमिन (Curcumin), हल्दी (Curcuma longa) का सक्रिय घटक है तथा हजारों वर्षों से इसका सेवन औषधीय प्रयोजनों के लिये किया जाता रहा है।
  • इसके अनुप्रयोगों की एक विस्तृत श्रृंखला है। इसका उपयोग जीवाणुरोधी गतिविधि, एंटी-इंफ्लेमेटरी (Anti-Inflammatory), एंटी-ऑक्सीडेंट (Anti-oxidant), कीमोथेराप्यूटिक (Chemotherapeutic), एंटी-प्रोलिफेरेटिव (Anti-Proliferative), घाव भरने, एंटीपैरासिटिक (antiparasitic), मलेरिया-रोधी, मधुमेह, मोटापा, न्यूरोलॉजिक, मनोरोग संबंधी विकार और कैंसर के साथ-साथ आँखों, फेफड़ों आदि को प्रभावित करने वाली बीमारियों के उपचार हेतु किया जा सकता है।
  • यद्यपि करक्यूमिन ने कई मानव बीमारियों के खिलाफ चिकित्सीय प्रभावकारिता दिखाई है, लेकिन करक्यूमिन के साथ एक बड़ी समस्या इसकी जैव-उपलब्धता का ना होना है।
  • करक्यूमिन की जैव-उपलब्धता बढ़ाने के लिये नैनोकणों का प्रयोग संभावित उपाय सिद्ध हो सकता है।

बेसिल कैलमेट-गुएरिन (BCG) वैक्सीन:

  • BCG वैक्सीन छोटे बच्चों में टीबी के प्रसार के खिलाफ प्रभावी है।
  • यह वैक्सीन दो प्रकार की प्रतिरक्षा कोशिकाओं को शामिल करती है - प्रभावकारी मेमोरी टी कोशिकाएँ (Effector Memory T Cells) और केंद्रीय मेमोरी टी कोशिकाएँ (Central Memory T Cells)।
  • टीबी बैक्टीरिया के खिलाफ तत्काल प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ाने में टी-मेमोरी/मेमोरी टी कोशिकाएँ महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
  • केंद्रीय मेमोरी टी कोशिकाएँ बच्चों में दीर्घकालिक प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाए रखने में मदद करती हैं लेकिन, कुछ समय के बाद; इनकी संख्या स्वतः कम हो जाती हैं। परिणामस्वरूप, बच्चों को पर्याप्त सुरक्षा प्राप्त नहीं होती है जिससे BCG टीकाकरण के बावजूद भी वयस्क लोग टीबी संक्रमण की चपेट में आ जाते हैं।

नैनोकणों के रूप में करक्यूमिन (Curcumin) तथा इनकी प्रभावशीलता:

  • BCG वैक्सीन की प्रभावकारिता बढ़ाने का एक तरीका केंद्रीय मेमोरी टी कोशिकाओं की संख्या में वृद्धि करना है ताकि वे लंबे समय तक बनी रहें और लंबी अवधि के लिये प्रतिरक्षा प्रदान करें।
  • शोधकर्त्ताओं द्वारा किये गए शोध में पाया गया कि चूहों को BCG का टीका लगाने के तुरंत बाद करक्यूमिन नैनोकणों का इंजेक्शन लगाने से केंद्रीय मेमोरी टी कोशिकाओं में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।
  • करक्यूमिन जन्मजात प्रतिरक्षा कोशिकाओं को मैक्रोफेज (Macrophages) और डेंड्राइटिक (Dendritic) कोशिकाओं के रूप में सक्रिय करने में भी मदद करता है। मैक्रोफेज के अंदर टीबी के जीवाणु उपस्थित होते हैं और वृद्धि करते हैं, लेकिन एक बार करक्यूमिन नैनोकणों के सक्रिय होने से, मैक्रोफेज और डेंड्राइटिक कोशिकाओं से बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं।
  • यह टीबी-विशिष्ट अधिग्रहीत प्रतिरक्षा कोशिकाओं (TB-Specific Acquired Immune Cells) Th1 और Th17 के स्तर को बढ़ाता है और साथ ही कुछ अन्य कोशिकाओं (Th2 और Tregs) के स्तर को कम करता है जिससे BCG वैक्सीन की प्रभावकारिता में सुधार होता है।
    • टीबी संक्रमण के बाद, Th2 और Tregs कोशिकाओं का स्तर बढ़ता है और वे Th1 और Th17 प्रतिक्रियाओं के सुरक्षात्मक प्रभाव को रोकते हैं।
  • यह एक तरह से वयस्क पल्मोनरी टीबी (Adult Pulmonary TB) से सुरक्षा प्रदान करता है|

स्रोत: द हिंदू 

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