दक्षिण कोरिया के साथ मुक्त व्यापार समझौते में खामियों को दूर करने की कोशिश | 19 Sep 2017
चर्चा में क्यों ?
हाल ही में दक्षिण कोरिया से सोना और सोने के बने सामानों के आयात में अचानक आई भारी वृद्धि के कारण भारत दक्षिण कोरिया के साथ अपने मुक्त व्यापार समझौतों में मौजूद खामियों को दूर करने की कोशिश कर रहा है। भारतीय अधिकारी इस घटना को एक संभावित आपराधिक कोण से भी जोड़कर देख रहे हैं।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि भारत और दक्षिण कोरिया के बीच व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता है। व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता महत्त्वपूर्ण धातुओं और उससे बनी वस्तुओं के नि:शुल्क आयात की अनुमति देता है।
- दक्षिण कोरिया से सोने का आयात 1 जुलाई, 2017 से 3 अगस्त, 2017 के बीच 340 मिलियन डॉलर था, जबकि पिछले वर्ष की पूरी अवधि में यह मात्र 71 मिलियन डॉलर ही था।
- दक्षिण कोरिया सोने का न तो अग्रणी उत्पादक देश है और न ही निर्यातक। इसलिये भारतीय अधिकारी इसके आपराधिक कोण की जाँच कर रहे हैं, क्योंकि सोना दुबई से सीधे दक्षिण कोरिया को और वहाँ से भारत को निर्यात किया जा रहा था जो कि भारत और दक्षिण कोरिया के बीच मुक्त व्यापार समझौते के नियमों का उल्लंघन है।
सोने के आयात में वृद्धि का कारण
- ऐसा माना जा रहा है कि 1 जुलाई से जीएसटी के लागू होने के बाद कुछ भारतीय स्वामित्व एवं भारतीयों द्वारा संचालित कंपनियाँ दक्षिण कोरिया से मुक्त व्यापार समझौते का लाभ उठाकर उस रास्ते सोने का आयात कर रही हैं।
- वैसे अब त्योहारों का मौसम आ रहा है, जिसके कारण देश में सोने की माँग बढ़ रही है।
जीएसटी लागू होने से पहले और बाद की स्थिति
- भारत में जीएसटी लागू होने से पहले गैर-एफटीए मार्ग से सोने का आयात करने पर 10% मूल सीमा शुल्क (Basic Customs Duty) तथा अतिरिक्त 12.5% प्रतिकारी शुल्क (countervailing duty) लगता था, जबकि मुक्त व्यापार समझौते के रास्ते से केवल 12.5% प्रतिकारी शुल्क लगता था, क्योंकि सोने के आयात से मूल सीमा शुल्क को समाप्त कर दिया गया था।
- लेकिन जीएसटी के आने के बाद प्रतिकारी शुल्क को 3% जीएसटी के साथ हटा दिया गया, जिससे एफटीए मार्ग से सोने का आयात करना सस्ता हो गया।
- हालाँकि, सरकार ने पिछले महीने दक्षिण कोरिया से सोने के आभूषणों, कीमती धातुओं और इनसे संबंधित वस्तुओं के आयात पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया था।
रोकने के उपाय
- भारत सोना और सोने के आभूषणों के दुरुपयोग को रोकने के लिये दक्षिण कोरिया के साथ मुक्त व्यापार समझौते में और कड़े नियमों एवं प्रावधानों को शामिल करने पर ज़ोर देगा।
- भारत मुक्त व्यापार समझौते में एक क्लॉज़ जिसमें कम-से-कम 35% मूल्य जोड़ने तथा हार्मोनाइज्ड सिस्टम कोड के अंतर्गत 'टैरिफ हेडिंग में परिवर्तन' को जोड़ने के लिये कहेगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि संबंधित वस्तुओं का दक्षिण कोरिया में रूपांतरण हुआ है और मुक्त व्यापार समझौते के तहत नि:शुल्क व्यापार का लाभ उठाने के लिये दक्षिण कोरिया के रास्ते मंगाया नहीं गया है।
- जो इस नियम का अनुपालन करेंगे, उन्हें मुक्त व्यापार समझौते का लाभ दिया जाएगा, अन्यथा दक्षिण कोरिया के रास्ते ऐसे किसी भी आयात पर 10% शुल्क लगाया जाएगा।
- सरकार इसके साथ-साथ दक्षिण कोरिया से सोने के आयात पर करीब 12.5% सुरक्षात्मक शुल्क भी लगाने का विचार कर रही है।
कुछ महत्त्वपूर्ण तथ्य
- भारत का दक्षिण कोरिया के साथ जनवरी 2010 से मुक्त व्यापार समझौता है।
- चीन के बाद भारत विश्व में सोने का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है।
- देश के चालू खाते घाटे में आयातित सोने का एक बड़ा योगदान होता है।
- इस वर्ष अप्रैल से अगस्त तक देश में सोने का आयात तीन गुना बढ़कर 15.24 अरब डॉलर हो गया है।
- 2017-18 की पहली तिमाही के अंत में चालू खाता घाटा बढ़कर 14.3 अरब डॉलर यानी जीडीपी का 2.4% हो गया है।
- सामान्य शब्दों में, चालू खाता घाटा विदेशी विनिमय में आयात और निर्यात के अंतर को कहा जाता है। इसका प्रभाव विनिमय दर पर पड़ता है।