अर्जेंटीना के राष्ट्रपति का भारत दौरा | 19 Feb 2019
चर्चा में क्यों?
हाल ही में अर्जेंटीना के राष्ट्रपति मौरिसियो मैक्री (Mauricio Macri) भारत की तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर आए।
भारत-अर्जेंटीना संबंध
राजनीतिक संबंध
- 1943 में भारत द्वारा ब्यूनस आयर्स में एक व्यापार आयोग की स्थापना की गई थी। बाद में 1949 में इसे भारतीय दूतावास में बदल दिया गया।
- इस यात्रा के दौरान दोनों देशों की समृद्धि के लिये महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने के साथ ही एक रणनीतिक साझेदारी के तहत दोनों देशो ने साथ मिलकर कार्य करने का फैसला किया।
आतंकवाद का सामना (Counter-Terrorism)
- भारत और अर्जेंटीना द्वारा आतंकवाद से लड़ने के लिये अलग से एक संयुक्त घोषणा-पत्र जारी किया गया।
- अर्जेंटीना ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा ज़िले में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है।
- दोनों देशों ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों से निपटने के लिये अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और एक संयुक्त बयान में कहा कि दोनों में से कोई भी देश किसी अन्य देश पर आतंकवादी हमला करने के लिये अपने क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति नहीं देगा।
- भारत ने वर्ष 2018 में जी -20 शिखर सम्मेलन के दौरान 'आतंकवाद का मुकाबला करने के लिये हैम्बर्ग स्टेटमेंट’ (Hamburg Statement on countering terrorism) के 11-सूत्री एजेंडे को लागू करने का भी आग्रह किया।
आर्थिक और वाणिज्यिक अनुबंध (Economic and Commercial Engagement)
- पिछले 10 वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार दोगुने से अधिक होकर लगभग 3 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँच गया है।
- कृषि, धातु और खनिज, तेल एवं गैस, दवा, रसायन, मोटर वाहन तथा अन्य सेवाओं जैसे विभिन्न' क्षेत्रों में उल्लेखनीय वृद्धि की संभावना व्यक्त गई है।
- भारत और अर्जेंटीना ने व्यापार क्षेत्र में आने वाली समस्याओं को दूर कर, बाज़ार तक पहुँच अधिक सुविधाजनक बनाने, व्यापार एवं निवेश में वृद्धि एवं इसमें विविधता लाने के लिये एक साथ काम करने का फैसला किया।
कृषि (Agriculture)
- अर्जेंटीना एक कृषि शक्ति संपन्न (Powerhouse of Agriculture) है। भारत इसे अपनी खाद्य सुरक्षा के लिये एक महत्त्वपूर्ण भागीदार के रूप में देखता है।
- यात्रा के दौरान दोनों देशों ने उत्पादकता बढ़ाने, कटाई के बाद होने वाले नुकसान को कम करने और जलवायु तन्यकता (climate resilience) बढ़ाने के लिये प्रौद्योगिकी के आदान-प्रदान सहित कृषि सहयोग के दायरे को बढ़ाने का फैसला किया।
खनन (Mining)
- अर्जेंटीना लीथियम ट्राएंगल (Lithium Triangle) का एक हिस्सा है और इसके पास दुनिया के लिथियम भंडार का लगभग 54% हिस्सा है।
- भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की खनन कंपनी, खनिज बिदेश इंडिया लिमिटेड (Khanij Bidesh India Limited-KABIL) ने अर्जेंटीना में लिथियम खनन के लिये एक संयुक्त उद्यम स्थापित करने का निर्णय लिया है।
भारत-मर्कोसुर
- भारत 2004 में मर्कोसुर के साथ अधिमान्य व्यापार समझौते ( Preferential Trade Agreement-PTA) पर हस्ताक्षर करने वाला पहला देश था।
- अर्जेंटीना और भारत के बीच PTA के विस्तार के लिये भी सहमति बनी है।
मर्कोसुर (MERCOSUR)
दक्षिणी साझा बाज़ार (Southern Common Market ),जिसे स्पेनिश भाषा में मर्कोसुर कहा जाता है, एक क्षेत्रीय एकीकरण प्रक्रिया है। इसकी स्थापना अर्जेंटीना, ब्राज़ील, पराग्वे (Paraguay) और उरुग्वे (Uruguay) द्वारा की गई थी, जबकि वेनेजुएला और बोलीविया इसमें बाद में शामिल हुए थे।
अंतर्राष्ट्रीय सहयोग (International Cooperation)
- अर्जेंटीना ने विभिन्न अप्रसार व्यवस्थाओं तक भारत की पहुँच में एक प्रमुख भूमिका निभाई है, जिसमें मिसाइल संधि नियंत्रण व्यवस्था (Missile Treaty Control Regime), वासेनार व्यवस्था (Wassenaar Arrangement) और ऑस्ट्रेलिया समूह (Australia Group) शामिल हैं।
- भारत और अर्जेंटीना ने वैश्वीकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है और बहुपक्षवाद में सुधार किया है।
- दोनों पक्ष विश्व व्यापार संगठन (World Trade Organization-WTO) में सुधार और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UN Security Council) के व्यापक सुधार के लिये मिलकर काम करने पर सहमत हुए।
दक्षिण-दक्षिण सहयोग (South-South Cooperation)
- भारत 2019 में में ब्यूनस आयर्स (Buenos Aires ) में आयोजित होने वाले दक्षिण-दक्षिण सहयोग पर संयुक्त राष्ट्र के दूसरे उच्च स्तरीय सम्मेलन (BAPA 40) में भाग लेगा।
भारत तथा अर्जेंटीना के बीच हस्ताक्षरित अन्य समझौता ज्ञापन (Memorandum of Understanding-MoU) में रक्षा सहयोग, अंतरिक्ष सहयोग, परमाणु ऊर्जा, तेल और गैस, नवीकरणीय ऊर्जा, शिक्षा, संस्कृति, आदि जैसे क्षेत्रों को शामिल किया गया है।
स्रोत - PIB