विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
वायु रक्षा प्रणाली
- 11 Feb 2020
- 5 min read
प्रीलिम्स के लिये:वायु रक्षा प्रणाली मेन्स के लिये:भारत की सीमा-सुरक्षा और तकनीक |
चर्चा में क्यों:
हाल ही में अमेरिकी राज्य विभाग ने अपनी वायु रक्षा प्रणाली की भारत को बिक्री की मंज़ूरी प्रदान की है।
मुख्य बिंदु:
- अमेरिकी राज्य विभाग ने भारत को संभावित $1.867 बिलियन की एकीकृत वायु रक्षा हथियार प्रणाली (IADWS) की बिक्री को मंजूरी दी है।
- इस बिक्री प्रकिया को विदेशी सैन्य बिक्री (Foreign Military Sales-FMS ) मार्ग के माध्यम से आगे बढ़ाया जा रहा है।
- बिक्री के इस प्रस्ताव को विचारार्थ अमेरिकी कॉन्ग्रेस (अमेरिकी संसद) में रखा गया है जहाँ कॉन्ग्रेस 30 दिनों की समयावधि में इस पर कोई आपत्ति दर्ज़ करा सकती है।
एकीकृत वायु रक्षा हथियार प्रणाली ( IADWS ):
- IADWS प्रणाली को राष्ट्रीय सतह से हवा में मार करने वाली उन्नत मिसाइल प्रणाली (National Advanced Surface to Air Missile System-NASAMS) के रूप में भी जाना जाता है।
- इस एकीकृत वायु मिसाइल रक्षा प्रणाली को वर्तमान में वाशिंगटन के आसपास तैनात किया गया है।
- IADWS प्रणाली में राडार (RADAR), लॉन्चर्स (Launchers), लक्ष्यीकरण (Targeting) मार्गदर्शन प्रणाली (Guidance Systems), मध्यम परास की हवा से हवा में मार करने वाली उन्नत मिसाइल ( Advanced Medium-Range Air-to-Air Missile-AMRAAM), स्टिंगर मिसाइल, संबंधित उपकरण और सहायक उपकरण आदि शामिल हैं।
खरीद प्रक्रिया में शामिल उपकरण:
मिसाइल एवं राडार: इस खरीद प्रकिया में 5 AN/MPQ-64Fl प्रहरी राडार सिस्टम, 118 AMRAAM AIM-120C-7/C-8 आदि मिसाइलें शामिल है।
राइफल व सहायक उपकरण: इसमें 32 M4 A1 राइफल, 40,320 M 855 5.56 mm कारतूस, अग्नि वितरण केंद्र (Fire Distribution Centres-FDC) आदि उपकरण शामिल हैं
अन्य पैकेज: संचार, परीक्षण, प्रशिक्षण उपकरण संबंधी पैकेज।
भारत-अमेरिका प्रमुख सुरक्षा समझौतें:
- सैन्य-सूचना समझौते की सामान्य सुरक्षा (General Security of Military Information Agreement-GSOMIA): भारत कई वर्ष पूर्व ही अमेरिका के साथ इस पर हस्ताक्षर कर चुका है।
- औद्योगिक सुरक्षा अनुबंध (Industrial Security Annex-ISA): ISA सामान्य सुरक्षा समझौते (GSOMIA) का ही एक भाग है।
- संचार संगतता और सुरक्षा समझौता ( Communications Compatibility and Security Agreement-COMCASA): वर्ष 2018 में 2 + 2 वार्ता में भारत और अमेरिका ने COMCASA पर हस्ताक्षर किये थे जो उच्च-स्तरीय एन्क्रिप्टेड (High-End-Encrypted) संचार और उपग्रह डेटा साझा करने से संबंधित था।
- भू-स्थानिक सहयोग के लिये बुनियादी विनिमय और सहयोग समझौता (Basic Exchange and Cooperation Agreement for Geo-spatial Cooperation-BECA): यह समझौता अभी विचाराधीन है जिसमे भू-स्थानिक सूचनाओं के आदान-प्रदान में पारस्परिकता के मुद्दे पर मतभेद हैं और दोनों पक्ष उन्हें सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं।
- रक्षा प्रौद्योगिकी और व्यापार पहल (Defence Technology and Trade Initiative-DTTI): भारत और अमेरिका ने वर्ष 2012 में DTTI पर हस्ताक्षर किये थे। दोनों पक्षों ने DTTI के तहत नवीन संयुक्त परियोजनाओं की पहचान की है। हाल ही में एक विस्तृत योजना बनाने के साथ ही एक स्टेटमेंट ऑफ़ इंटेंट (SOI) पर भी हस्ताक्षर किये हैं।