‘कृषि शिक्षा प्रभाग और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद’ संस्थानों की तीन वर्षीय कार्य योजना को मिली मंज़ूरी | 18 Jun 2018
चर्चा में क्यों?
हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने देश में उच्च कृषि शिक्षा के सुदृढ़ीकरण तथा विकास हेतु कृषि शिक्षा प्रभाग और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) संस्थानों के लिये 2225.46 करोड़ रुपए की लागत वाली तीन वर्षीय कार्य योजना (2017-2020) को जारी रखने की मंज़ूरी दी है।
इसमें शामिल हैं:
- देश में उच्च कृषि शिक्षा के सुदृढ़ीकरण और विकास के लिये 2050.00 करोड़ रुपए
- ICAR-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी (NAARM)– 24.25 करोड़ रुपए
- ICAR – गृह विज्ञान पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना (AICRP-HS) सहित केंद्रीय कृषिरत महिला संस्थान (CIWA) – 151.21 करोड़ रुपए
उद्देश्य
- इस योजना का उद्देश्य उच्च कृषि शिक्षा संस्थानों से गुणवत्ता परक मानव संसाधन तैयार करना है।
- इसके लिये कई नई पहलें शुरू की गई हैं, जिनमें शामिल हैं-
♦ किताबी ज्ञान को कम करना।
♦ फैकल्टी की कमी को दूर करना।
♦ इस क्षेत्र में प्रतिभाशाली छात्रों को आकर्षित करने के उपाय करना।
महत्त्वपूर्ण बिंदु
- इस योजना के अंतर्गत मान्यता प्रदान करने के साथ-साथ कृषि विश्वविद्यालयों की गुणवत्तापरक रैंकिंग सुनिश्चित करने के लिये इन्हें वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी।
- इसके तहत कई ज़िम्मेदारियों का निर्वहन किया जाएगा यथा-
♦ पर्यावरण अनुकूल पहल।
♦ अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग।
♦ पूर्व छात्रों की भागीदारी।
♦ नवाचार को बढ़ावा देना।
♦ प्रेरित अध्यापक नेटवर्क।
♦ तकनीकी सक्षम शिक्षा।
♦ डॉक्टरल डिग्री के बाद की फेलोशिप।
♦ कृषि शिक्षा पोर्टल।
♦ वैज्ञानिक सामाजिक उत्तरदायित्व।
- आधुनिक बेहतरीन कार्यक्रम के ज़रिये छात्रों और फैकल्टी की ज़रूरतों से संबंधित बुनियादी ढाँचे तथा फैकल्टी और छात्रों की क्षमता बढ़ाने के लिये सुदृढ़ीकरण और आधुनिकीकरण में सहायता करना, जिससे शिक्षण में सुधार होगा और छात्रों के संपूर्ण विकास को बढ़ावा मिलेगा।
योजना के लाभ
- इससे प्रतिस्पर्द्धी और आत्मविश्वास से भरे मानव संसाधन का निर्माण होगा।
- इसके अतिरिक्त ICAR – CIWA द्वारा कृषि तथा इससे संबंधित क्षेत्रों से जुड़े लैंगिक मसलों के समाधान हेतु, कृषि क्षेत्र में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने, नीतियाँ/कार्यक्रमों और कृषि क्षेत्र में लैंगिक जागरूकता जैसे मुद्दों पर अनुसंधान किया जाएगा।
- संपूर्ण राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान और शिक्षा प्रणाली (NARES) के द्वारा मानव संसाधनों और हितधारकों की क्षमता बढ़ाए जाने की आवश्यकता को पूरा किया जाएगा, जिससे ICAR-NAARM द्वारा NARES में किसानों, युवा वैज्ञानिकों, छात्रों और कृषि आधारित उद्योग सहित हितधारकों की सामर्थ्य और क्षमताओं में वृद्धि होगी।
पृष्ठभूमि
- भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) देश भर में स्थापित 75 कृषि विश्वविद्यालयों (AU) के साथ साझेदारी के माध्यम से योजना तैयार करने, विकास, समन्वय और गुणवत्तापरक उच्च कृषि शिक्षा सुनिश्चित करने का कार्य करती है।
- कृषि शिक्षा के प्रति आकर्षण और इसके सामर्थ्य को बढ़ाने, प्रतिभावान युवाओं को इस क्षेत्र में बनाए रखने एवं शिक्षण और शिक्षा से संबंधित छात्रों तथा फैकल्टी की ज़रूरतों के अनुसार संपूर्ण बुनियादी ढाँचे में सुधार करने के लिये बहुआयामी दृष्टिकोण अपनाया गया है।
- कृषि अनुसंधान, शिक्षा और प्रौद्योगिकी प्रबंधन के क्षेत्र में राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान और शिक्षा प्रणाली (NARES) की संबंधित व्यक्तियों और संस्थानों की क्षमता बढ़ाने में राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी (NAARM) ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- महिला कृषकों को सशक्त करने में केंद्रीय कृषिरत महिला संस्थान ने प्रमुख भूमिका निभाई है, क्योंकि बदलते कृषि परिदृश्य में महिलाओं की भूमिका और ज़िम्मेदारियाँ अति आवश्यक हैं।