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भारतीय भेषज संहिता

  • 21 Dec 2019
  • 3 min read

प्रीलिम्स के लिये

भारतीय भेषज संहिता क्या है?

चर्चा में क्यों?

हाल ही में अफगानिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा भारतीय भेषज संहिता (Indian Pharmacopoeia- IP) को औपचारिक तौर पर स्वीकृति दे दी गई। इसके बाद IP का प्रयोग अफगानिस्तान में दवाओं व अन्य स्वास्थ्य उत्पादों के निर्माण में किया जाएगा।

मुख्य बिंदु:

  • IP को औपचारिक तौर पर स्वीकृति देने वाला अफगानिस्तान पहला देश है।
  • IP आधिकारिक तौर पर स्वीकृत एक पुस्तक है जिसे ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स अधिनियम, 1940 तथा ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स नियम, 1945 के तहत निर्धारित मानकों के अनुसार बनाया गया है।
  • ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट की दूसरी अनुसूची के तहत IP को एक आधिकारिक पुस्तक का दर्जा दिया गया है। इसका कार्य देश में आयातित और/अथवा निर्मित दवाओं की बिक्री, स्टॉक, प्रदर्शनी या वितरण हेतु मानदंड निर्धारित करना है।
  • यह देश में दवाओं की पहचान, गुणवत्ता, शुद्धता तथा क्षमता को ध्यान में रखते हुए उनके निर्माण एवं बिक्री के लिये मानक तय करता है।
  • IP के निर्माण के लिये उत्तरदायी संस्था भारतीय भेषज संहिता आयोग (Indian Pharmacopoeia Commission- IPC) है।
  • भारतीय भेषज संहिता आयोग भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त संस्था है।

भेषज संहिता (Pharmacopoeia):

यह एक प्रकार की पुस्तक होती है जिसमें विभिन्न फार्मास्यूटिकल पदार्थों के फार्मूले तथा उनके निर्माण की विधियाँ संकलित होती हैं।

  • देश में मानव तथा पशुओं के स्वास्थ्य के लिये आवश्यक दवाओं हेतु प्रमाणिक एवं आधिकारिक मानकों का निर्धारण IPC द्वारा किया जाता है।साथ ही निर्धारित मानकों का प्रयोग भारत में दवाओं की गुणवत्ता के नियंत्रण हेतु विभिन्न प्राधिकारियों द्वारा किया जाता है।
  • इसके अलावा IPC द्वारा IP संदर्भ पदार्थों (IP Reference Substances- IPRS) का निर्माण किया जाता है जो एक मानक (Fingerprints) की तरह कार्य करते हैं। इनका प्रयोग IP मोनोग्राफ के तहत किसी पदार्थ के परीक्षण एवं शुद्धता की जाँच के लिये किया जाता है।
  • IP के अलावा विश्व में अधिकांश देशों की दवाओं की विवरणिका (Registry) है जिसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है। जैसे- अमेरिका की U.S.P., ब्रिटेन की B.P. आदि।
  • दवाओं के नामों के साथ अक्सर IP, BP, या USP लिखा जाता है जिससे यह पता चलता है कि वह दवा किस देश के भेषज संहिता के फॉर्मूले पर आधारित है।

स्रोत: पी.आई.बी.

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