अंतर्राष्ट्रीय संबंध
राष्ट्रीय निवेश और इंफ्रास्ट्रक्चर फंड को मिला पहला संस्थागत निवेशक
- 18 Oct 2017
- 3 min read
चर्चा में क्यों?
- हाल ही में राष्ट्रीय निवेश और इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (National Investment and Infrastructure Fund) ने अबू धाबी निवेश प्राधिकरण (Abu Dhabi Investment Authority) के साथ 1 अरब डॉलर के निवेश समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं।
- व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य परियोजनाओं में बुनियादी ढाँचे के विकास के लिये दोनों घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय स्रोतों से निवेश आकर्षित करने के उद्देश्य से सरकार ने एनआईआईएफ की स्थापना की है।
- उल्लेखनीय है कि अबू धाबी निवेश प्राधिकरण, राष्ट्रीय निवेश और इंफ्रास्ट्रक्चर फंड में निवेश करने वाली पहली संस्थागत निवेशक है।
राष्ट्रीय निवेश और इंफ्रास्ट्रक्चर फंड क्या है?
- राष्ट्रीय निवेश और अवसंरचना फंड (एनआईआईएफ) देश में अवसंरचना क्षेत्र की वित्तीय समस्याओं का समाधान प्रस्तुत करने वाला और वित्तपोषण सुनिश्चित करने वाला भारत सरकार द्वारा गठित किया गया एक फंड है।
- एनआईआईएफ की स्थापना 40,000 करोड़ रुपए की मूल राशि के साथ की गई थी, जिसमें आंशिक वित्त पोषण निजी निवेशकों द्वारा किया गया था।
- इसका उद्देश्य अवसंरचना परियोजनाओं को वित्त पोषण प्रदान करना है जिनमें अटकी हुई परियोजनाएँ शामिल हैं।
क्यों महत्त्वपूर्ण है यह प्रयास?
- हाल ही में केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (Central Statistics Office-CSO) द्वारा जारी आँकड़े ताकीद करते हैं कि अप्रैल से जून की तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर महज 5.7 फीसदी रही है।
- पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर 7.9 फीसदी थी, यानी पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले इसकी पहली तिमाही में वृद्धि दर में दो फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है।
- ज़ाहिर है वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था संकट के दौर से गुज़र रही है और भविष्यगत क्षमताओं में निवेश से भविष्य में बेहतर जीडीपी दर प्राप्त की जा सकती है।
- निवेश के लिये निजी और सार्वजनिक क्षेत्र दोनों को ही आगे आना होता है। लेकिन हम इस मोर्च पर लगातार पिछड़ते जा रहे हैं। इन परिस्थितियों के मद्देनज़र वर्तमान निवेश समझौता अत्यंत ही महत्त्वपूर्ण है।