विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
सितारों में लिथियम की प्रचुरता
- 01 Dec 2021
- 6 min read
प्रिलिम्स के लिये:लिथियम मेन्स के लिये:सितारों में लिथियम की प्रचुरता: कारण और महत्त्व |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में वैज्ञानिकों ने कुछ विकसित तारों में लिथियम की प्रचुरता के पीछे के रहस्य का पता लगाया है।
- विकसित सितारों में लिथियम की उपस्थिति हमेशा वैज्ञानिकों के लिये एक रहस्य रही है, क्योंकि वैज्ञानिकों द्वारा विकसित मॉडल के मुताबिक, इस तत्त्व को तारे के गर्म प्लाज़्मा से नष्ट हो जाना चाहिये था।
- लिथियम पृथ्वी पर मौजूद एक दुर्लभ तत्व है और रिचार्जेबल बैटरी का एक प्रमुख घटक है।
प्रमुख बिंदु
- शोध के लिये नमूने: इस शोध में ‘रेड जाइंट’ (अपने जीवनकाल की अंतिम अवस्था में मौजूद तारे) में लिथियम की उपस्थिति की जाँच करना शामिल था, इससे पता चला है कि सूर्य जैसे ‘रेड जाइंट’ तारों में से केवल 1% में लिथियम-समृद्ध सतह मौजूद थी।
- अनुसंधान पद्धति: इस अनुसंधान (जिसे ‘GALAH’ कहा जाता है- एक आम ऑस्ट्रेलियाई पक्षी के नाम पर) के तहत लिथियम बहुतायत सहित विभिन्न भौतिक और रासायनिक गुणों से समृद्ध लगभग 500,000 सितारों के संग्रह का अध्ययन किया गया।
- शोध के निष्कर्ष: लिथियम उत्पादन की मौजूदगी के संबंध में वैज्ञानिकों ने पहली बार पुष्टि की है कि सभी लिथियम युक्त सितारों के मूल में हीलियम जल रहा है।
- उन्होंने अनुमान लगाया कि लिथियम उत्पादन हिंसक हीलियम-कोर फ्लैश से जुड़ा हुआ है।
- शोध के अनुसार, यह दो स्थिर हीलियम समस्थानिकों के बीच टकराव से जुड़ी परमाणु प्रतिक्रियाओं का एक सरल और संक्षिप्त अनुक्रम है, जिसके कारण एक स्थिर लिथियम समस्थानिक बन गया।
- सर्वेक्षण से पता चला कि सभी सूर्य जैसे कम द्रव्यमान वाले सितारों में लिथियम युक्त जाइंट की दुर्लभ उपस्थिति है।
लिथियम:
- लिथियम के गुण:
- यह एक रासायनिक तत्त्व है जिसका प्रतीक Li है
- यह एक नरम तथा चांदी के समान सफेद धातु है।
- मानक परिस्थितियों में यह सबसे हल्की धातु और सबसे हल्का ठोस तत्त्व है।
- यह अत्यधिक प्रतिक्रियाशील और ज्वलनशील है, अत: इसे खनिज तेल के रूप में संगृहीत किया जाना चाहिये।
- लिथियम नया 'सफेद सोना' (White Gold) बन गया है क्योंकि उच्च-क्षमता वाली रिचार्जेबल बैटरी में उपयोग के कारण इसकी मांग बढ़ रही है।
- उभरती वैश्विक लिथियम मांग और बढ़ती कीमतों ने तथाकथित 'लिथियम ट्रायंगल' जिसमें अर्जेंटीना, बोलीविया और चिली के कुछ हिस्से शामिल हैं, के प्रति रुचि बढ़ा दी है।
- अनुप्रयोग:
- थर्मोन्यूक्लियर अभिक्रियाओं में।
- लिथियम धातु का अनुप्रयोग उपयोगी मिश्रित धातुओं को बनाने में किया जाता है। उदाहरण के लिये मोटर इंजनों में सफेद धातु की बियरिंग बनाने में, एल्युमीनियम के साथ विमान के पुर्जे बनाने तथा मैग्नीशियम के साथ आर्मपिट प्लेट बनाने में।
- विद्युत-रासायनिक सेल के निर्माण में तथा इलेक्ट्रिक वाहनों, लैपटॉप आदि के निर्माण में लिथियम एक महत्त्वपूर्ण घटक है।
- सर्वाधिक लिथियम भंडार वाले देश:
- चिली> ऑस्ट्रेलिया> अर्जेंटीना
- भारत में लिथियम:
- परमाणु खनिज निदेशालय (भारत के परमाणु ऊर्जा आयोग के तहत) के शोधकर्त्ताओं ने हालिया सर्वेक्षणों में दक्षिणी कर्नाटक के मांड्या ज़िले में भूमि के एक छोटे से हिस्से में 14,100 टन के लिथियम भंडार की उपस्थिति का अनुमान लगाया है।
- साथ ही यह भारत की पहली लीथियम भंडार साइट भी है।
- परमाणु खनिज निदेशालय (भारत के परमाणु ऊर्जा आयोग के तहत) के शोधकर्त्ताओं ने हालिया सर्वेक्षणों में दक्षिणी कर्नाटक के मांड्या ज़िले में भूमि के एक छोटे से हिस्से में 14,100 टन के लिथियम भंडार की उपस्थिति का अनुमान लगाया है।
- भारत में अन्य संभावित साइट:
- राजस्थान, बिहार और आंध्र प्रदेश में मौजूद प्रमुख अभ्रक बेल्ट।
- ओडिशा और छत्तीसगढ़ में मौजूद पैगमाटाइट (आग्नेय चट्टानें) बेल्ट।
- राजस्थान में सांभर और पचपदरा तथा गुजरात के कच्छ के रण का खारा/लवणीय जलकुंड।
- संबंधित सरकारी पहलें:
- भारत ने सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी ‘खनिज बिदेश इंडिया लिमिटेड’ के माध्यम से अर्जेंटीना (जहाँ विश्व में धातु का तीसरा सबसे बड़ा भंडार मौजूद है) में संयुक्त रूप से लिथियम की खोज करने के लिये अर्जेंटीना की एक कंपनी के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं।
- खनिज बिदेश इंडिया लिमिटेड का प्राथमिक कार्य विदेशों में विशिष्ट खनिज संपदा जैसे- लिथियम और कोबाल्ट आदि का अन्वेषण करना है।
- भारत ने सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी ‘खनिज बिदेश इंडिया लिमिटेड’ के माध्यम से अर्जेंटीना (जहाँ विश्व में धातु का तीसरा सबसे बड़ा भंडार मौजूद है) में संयुक्त रूप से लिथियम की खोज करने के लिये अर्जेंटीना की एक कंपनी के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं।