आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना’ | 20 Jul 2017
चर्चा में क्यों ?
विदित हो कि ग्रामीण विकास मंत्रालय, दीनदयाल अंत्योदय योजना- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) के तहत एक नई उप-योजना की शुरुआत करने जा रहा है, जिसका नाम "आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना" होगा।
योजना से संबंधित मुख्य बिंदु ?
- योजना का मुख्य उद्देश्य डीएवाई-एनआरएलएम के तहत स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के सदस्यों को आजीविका के वैकल्पिक स्रोत उपलब्ध कराना है।
- इस योजना के तहत पिछड़े ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सार्वजनिक परिवहन सेवाओं में रोज़गार दिया जाएगा।
- इसके तहत ई-रिक्शा और तीनपहिया जैसी सुरक्षित और सस्ते वाहनों के माध्यम से सामुदायिक निगरानी वाली ग्रामीण परिवहन सेवाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी।
- जिनसे क्षेत्र के समग्र आर्थिक विकास के लिये दूरदराज़ के गाँवों को बाज़ार, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मुख्य सेवाओं एवं सुविधाओं से जोड़ा जा सकेगा।
- यह उप-योजना 2017-18 से 2019-20 तक 3 वर्षों की अवधि के लिये एक पायलट योजना के तौर पर देश के 250 ब्लॉकों में लागू की जाएगी।
- इस उप-योजना के तहत दिये जाने वाले प्रस्तावित विकल्पों में से एक ‘सामुदायिक आधार संगठन’ भी है, जो वाहन खरीदने के लिये स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को ब्याज मुक्त ऋण प्रदान करेगा।
क्या होगा प्रभाव
इस योजना से गरीब परिवारों को लाभकारी स्वरोजगार का अवसर प्राप्त होगा, जिसके परिणामस्वरूप उनकी आजीविका में स्थायी एवं सराहनीय सुधार देखने को मिल सकता है। संस्थागत ऋण सुनिश्चित करने और सामाजिक सुरक्षा बहाल करने में भी इस योजना की भूमिका अहम हो सकती है।