विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
11वाँ परमाणु ऊर्जा सम्मेलन
- 19 Oct 2019
- 3 min read
प्रीलिम्स के लिये:
11वें परमाणु ऊर्जा सम्मेलन की विशेषताएँ
मेन्स के लिये:
परमाणु ऊर्जा का विविध क्षेत्रों में अनुप्रयोग
चर्चा में क्यों?
18 अक्तूबर, 2019 को नई दिल्ली में 11वें परमाणु ऊर्जा सम्मेलन का आयोजन किया गया।
प्रमुख बिंदु:
- इस सम्मलेन का विषय ‘परमाणु ऊर्जा का अर्थशास्त्र’ (Economics of Nuclear Power) था।
- सम्मेलन में सरकार द्वारा विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों में परमाणु ऊर्जा के अनुप्रयोगों में विविधता लाने की बात कही गई जिससे सुरक्षित और किफायती प्रौद्योगिकियों की दिशा में नवाचार को बढ़ावा दिया जा सकता है।
- परमाणु ऊर्जा विभाग कई प्रमुख सरकारी योजनाओं को लागू करने में भी बड़ी भूमिका निभा सकता है।
- सम्मेलन में परमाणु ऊर्जा के लिये संयुक्त उपक्रम लगाने और बजट बढ़ाने जैसे सरकारी उपायों को अपनाने की बात कही गई।
- बीमारियों और विशेषकर कैंसर के इलाज में परमाणु ऊर्जा के उपयोग पर प्रकाश डाला गया।
- परमाणु ऊर्जा को लेकर लोगों के मन में पैदा भ्रांतियों को दूर करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा गया कि देश की बढ़ती ऊर्जा ज़रूरतों को पूरा करने के लिए परमाणु ऊर्जा एक बड़ा स्रोत बन सकता है। इस दिशा में छात्रों और आम जनता को परमाणु ऊर्जा के इस्तेमाल के बारे में जानकारी देने के लिये दिल्ली के प्रगति मैदान में ‘हॉल ऑफ न्यूक्लिर एनर्जी’ (Hall of Nuclear Energy) खोला गया।
- बढ़ते वैश्विक तापमान को रोकने के लिये परमाणु ऊर्जा का प्रयोग सबसे बेहतर विकल्प बन सकता है।
- सम्मेलन के दौरान परमाणु ऊर्जा उद्योग के समक्ष अवसर और चुनौतियों, शहरी कचरे के निस्तारण और स्वास्थ्य सेवाओं में परमाणु ऊर्जा के इस्तेमाल तथा परमाणु संयंत्रों की सुरक्षा के लिये उभरती प्रौद्योगिकी जैसे विषयों पर तीन तकनीकी सत्र भी आयोजित किये गए:
- आधारभूत मांगों को पूरा करने के लिये परमाणु ऊर्जा का विकास: विनिर्माण उद्योग हेतु अवसर और चुनौतियाँ।
- स्वास्थ्य देखभाल और नगरपालिका अपशिष्ट उपचार में परमाणु ऊर्जा का उपयोग।
- अर्थव्यवस्था तथा सुरक्षा के लिये उभरती हुई प्रौद्योगिकी।