प्रथम विश्वयुद्ध और इंडियन वॉर मेमोरियल (100 Years of First World War Armistice) | 12 Nov 2018
संदर्भ
इस वर्ष जब संपूर्ण विश्व प्रथम विश्वयुद्ध के युद्धविराम की शताब्दी मना रहा है तभी पेरिस से 200 किमी. दूर विलर्स गुसलेन में इंडियन वॉर मेमोरियल का अनावरण किया गया। उद्घाटन का उद्देश्य इस महान युद्ध में फ्रांस को स्वतंत्रता दिलाने में भारतीय सैनिकों के योगदान पर प्रकाश डालना है।
महत्त्वपूर्ण बिन्दु
- इस मेमोरियल का अनावरण उपराष्ट्रपति एम. वैंकैया नायडू द्वारा किया गया जो इस समय प्राँस में मनाए जा रहे शताब्दी स्मृति समारोह में भारत के प्रतिनिधि के रूप में उपस्थित थे।
- यह उन भारतीय सैनिकों की याद में पहला नेशनल मेमोरियल है जिनकी मृत्यु प्रथम विश्वयुद्ध के समय फ्रांस में हुई थी।
- इस मेमोरियल का निर्माण यूनाइटेड सर्विसेज इंस्टीट्यूशन (USI) ऑफ इंडिया के सहयोग से भारत सरकार द्वारा किया गया है।
- यह मेमोरियल प्राँस के न्यूवे-चैपेल (Neuve Chapple) के इंडियन मेमोरियल से अलग है जिसका निर्माण कॉमनवेल्थ वॉर ग्रेव्स कमीशन द्वारा किया गया था।
प्रथम विश्वयुद्ध और भारत
- 1914 से 1919 के बीच चले प्रथम विश्वयुद्ध में लगभग दुनिया की आधी आबादी हिंसा की चपेट में आ गई थी।
- 11 नवंबर, 1918 को हस्ताक्षर किये गए युद्धविराम के साथ ही प्रथम विश्वयुद्ध का अंत हो गया।
- भारत से करीब 1.5 मिलियन से ज़्यादा सैनिकों ने इस युद्ध में भाग लिया था जिसमें से 1.3 मिलियन ने विदेशों में युद्ध लड़ा। इसमें 72,000 भारतीय सैनिक मारे गए थे।
- दिल्ली का इंडिया गेट इन अज्ञात सिपाहियों के लिये श्रद्धांजलि के रूप में एक प्रतीक है, जिस पर प्रथम विश्वयुद्ध में शहीद हुए सिपाहियों के नाम अंकित हैं।
- प्रथम विश्वयुद्ध में भारत की भूमिका से जुड़े कुछ स्थल:
- फ्रांस : न्यूवे-चैपल स्मारक
- इजरायल : हाईफा स्मारक
- प्रथम विश्वयुद्ध में भारत सीधे तौर पर शामिल नहीं था, फिर भी केवल शांति की स्थापना के लिये भारतीय सैनिकों ने इस युद्ध में भाग लिया।
बैटलफिल्ड गाइड्स (Battlefield Guides)
- यूनाइटेड सर्विसेज इंस्टीट्यूशन, भारत के स्वतंत्रता पूर्व प्रमुख युद्धों का‘बैटलफिल्ड गाइड्स’ तैयार कर रहा है ताकि ‘बैटलफिल्ड टूरिज़्म’को बढ़ावा दिया जा सके।
- ‘बैटलफिल्ड टूरिज़्म’अवधारणा यूरोप में काफी लोकप्रिय है क्योंकि यूरोप में कई जगहों की स्थानीय अर्थव्यवस्था बैटलफिल्ड टूरिज़्म द्वारा संचालित है।
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय तौर पर कई पर्यटक इन स्थानों पर घूमने के लिये आते हैं, जहाँ पर युद्ध लड़े गए थे।