भारत करेगा एफ-16 लड़ाकू विमान के विंग्स का निर्माण | 05 Sep 2018
चर्चा में क्यों?
अमेरिकी एयरोस्पेस की दिग्गज कंपनी लॉकहीड मार्टिन कॉर्प ने भारत में एफ-16 विमान के विंग्स के निर्माण कार्य को शुरू करने हेतु एक समझौते की घोषणा की है।
उद्देश्य
- इस रणनीतिक पहल का मुख्य उद्देश्य टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) के भविष्य के सभी ग्राहकों के लिये विंग्स प्रदाता बनने और एफ -16 की वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में उसकी भूमिका को मज़बूती प्रदान करना है।
- भारत में एफ -16 विंग्स का निर्माण टाटा के साथ लॉकहीड मार्टिन की रणनीतिक साझेदारी को मज़बूत करने के साथ ही 'मेक इन इंडिया' का समर्थन करेगा।
प्रमुख बिंदु
- टाटा संस की पूर्ण स्वामित्त्व वाली सहायक TASL टाटा समूह की रणनीतिक एयरोस्पेस और रक्षा शाखा है, साथ ही यह एक ऑपरेटिंग और होल्डिंग कंपनी है।
- केंद्र सरकार द्वारा भारतीय वायुसेना के लिये एफ-16 विमान की खरीद से इस उत्पादन योजना का कोई संबंध नहीं है।
- पिछले ही वर्ष दोनों कंपनियों ने भारत में एफ -16 ब्लॉक 70 का उत्पादन करने के लिये अपनी मंशा व्यक्त की थी।
लॉकहीड मार्टिन के बारे में
- यह वैश्विक सुरक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र से जुड़ी कंपनी है, जो दुनिया भर में लगभग 100,000 लोगों को रोज़गार प्रदान करती है।
- मुख्य रूप से यह निरंतर अनुसंधान, डिज़ाइन, विकास, निर्माण, एकीकरण और उन्नत प्रौद्योगिकी प्रणालियों, उत्पादों एवं सेवाओं की पूर्ति के कार्य में लगी हुई है।
- इसका मुख्यालय बेथेस्डा, मैरीलैंड में है।
क्या है एफ -16 ब्लॉक 70?
- ब्लॉक 70 नवीनतम लड़ाकू विमान है और एफ -16 का सबसे उन्नत प्रारूप है, जिसमें कई उन्नत और संरचनात्मक तकनीकों को शामिल किया गया है।
- यह बेहतर रडार सिस्टम, उन्नत हथियारों लैस और बढ़ी हुई युद्ध क्षेत्र की क्षमताओं के अनुकूल भविष्य की ज़रूरतों को पूरा करने हेतु मज़बूत एवं मुकाबला करने योग्य विरासत को और आगे बढ़ाता है।
- एफ -16 ब्लॉक 70 फाइटिंग फाल्कन की नवीनतम पीढ़ी है।