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वुहान वायरस

  • 23 Jan 2020
  • 5 min read

प्रीलिम्स के लिये:

कोरोनावायरस, वुहान वायरस

मेन्स के लिये:

वुहान वायरस के लक्षण तथा इसके संक्रमण को रोकने के उपाय

चर्चा में क्यों?

हाल ही में वैज्ञानिकों द्वारा चीन में वुहान वायरस (Wuhan Virus) के संक्रमण की पुष्टि की गई है।

मुख्य बिंदु:

  • चीन में वुहान वायरस के संक्रमण से अब तक 6 लोगों की मृत्यु हो चुकी है तथा इसके संक्रमण से 291 लोगों के प्रभावित होने की पुष्टि की गई है।
  • चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग द्वारा भी हुबेई (Hubei) प्रांत में अब तक 270 मामलों की पुष्टि की जा चुकी है।
  • चीन से बाहर भी कई देशों (अमेरिका, रूस) में इस वायरस के संक्रमण के कारण विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization- WHO) द्वारा अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकाल (International Health Emergency) घोषित करने पर विचार किया जा रहा है।

वुहान वायरस के बारे में:

  • इस वायरस का नाम वुहान रखा गया है क्योंकि इसका पहला मामला मध्य चीन के हुबेई प्रांत के वुहान शहर में देखने को मिला।
  • यह एक कोरोनावायरस (Coronavirus) है यानि एक ऐसा वायरस जिसके स्पाइकी (Spiky) इलेक्ट्रॉन को माइक्रोस्कोप में देखने पर सौर कोरोना जैसे दिखते हैं। इसे 2019-CoV नाम दिया गया है।
  • इस वायरस का संचरण मानव- से- मानव के बीच होता है।
  • WHO के अनुसार, जानवर इस वायरस के संचरण के संभावित प्राथमिक स्रोत हैं। यद्यपि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि कौन से जानवर संक्रमण के लिये ज़िम्मेदार हैं।

वायरस के लक्षण:

China-coronavirus

  • WHO के अनुसार, इस वायरस के सामान्य लक्षणों में बुखार, खाँसी और सांस की तकलीफ़ जैसी शारीरिक समस्याएँ शामिल हैं।
  • वहीं गंभीर संक्रमण में निमोनिया, किडनी का फेल होना शामिल हैं जिससे मनुष्य की मृत्यु तक हो सकती है।

संक्रमण रोकने हेतु उपाय:

  • WHO द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, श्वसन के कारण होने वाले संक्रमण को रोकने के लिये लोगों को खाँसने या छींकते समय मुँह और नाक को ढकने की सलाह दी गई है।
  • संक्रमण से बचने के लिये हाथ मिलाने के बाद हाथों को धोना।
  • पालतू और जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचना।

क्या है कोरोनावायरस?

  • कोरोनावायरस वायरस का एक प्रकार है जो सामान्यतः स्तनधारियों के श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है, इनमें मानव भी शामिल है।
  • यह वायरस सामान्य सर्दी, निमोनिया और गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम (Severe Acute Respiratory Syndrome-SARS) से संबंधित है जो आँतों को भी प्रभावित करता है।
  • जब इसका संक्रमण जानवरों और लोगों में होता है तो इसे जूनोटिक कोरोनावायरस कहा जाता है

कोरोनावायरस के प्रकार:

मुख्य तौर पर छह प्रकार के कोरोनावायरस पाये जाते हैं जो मनुष्यों को संक्रमित कर सकते हैं। इनमें शामिल हैं -

  • 229E (अल्फा कोरोनावायरस)
  • NL63 (अल्फा कोरोनावायरस)
  • OC43 (बीटा कोरोनावायरस)
  • HKU1 (बीटा कोरोनावायरस)
  • MERS-CoV
  • SARS-CoV

गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम

(Severe Acute Respiratory Syndrome-SARS)

  • गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम वायरल संबंधी एक श्वसन रोग है, जो कोरोनावायरस (SARS-CoV) के कारण होता है।
  • SARS पहली बार नवंबर 2002 में चीन में देखा गया और फरवरी 2003 में इसकी पहचान की गई।
  • वर्ष 2003 में SARS का वैश्विक प्रकोप उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, यूरोप और एशिया में भी पाया गया।
  • SARS का संक्रमण श्वसन तंत्र की बीमारियों का कारण बनता है।
  • SARS के लक्षण एक सप्ताह के भीतर विकसित होते हैं और बुखार के साथ शुरू होते हैं।

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

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