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मुख्यमंत्री-निःशुल्क-दवा-योजना

  • 23 Aug 2019
  • 6 min read

चर्चा में क्यों?

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (National Health Mission-NHM) द्वारा जारी मासिक रैंकिंग में राजस्थान सरकार की मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना (Mukhyamantri Nishulk Dava Yojana) को 16 राज्यों में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है।

मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना

(Mukhyamantri Nishulk Dava Yojana)

  • 2 अक्तूबर, 2011 को राजस्थान के तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा इस योजना की शुरुआत की गई।
  • इस योजना के मुख्यतः दो घटक हैं:
    • नि: शुल्क दवाइयाँ (Free Medicines)- सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में आने वाले रोगियों को सामान्य तौर पर उपयोग की जाने वाली आवश्यक दवाइयों को नि:शुल्क उपलब्ध कराना।
    • नि: शुल्क परीक्षण (Free Tests)- सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में आने वाले रोगियों का नि: शुल्क परीक्षण सुनिश्चित करना।
  • इस योजना के सफल कार्यान्वयन हेतु राजस्थान चिकित्सा सेवा निगम लिमिटेड (Rajasthan Medical Services Corporation Limited-RMSCL) को पब्लिक लिमिटेड कंपनी (Public Limited Company) के रूप में समाविष्ट/निगमित (Incorporated) किया गया।
  • वर्ष 2011 से अभी तक इस योजना से तकरीबन 67 करोड़ रोगी लाभान्वित हुए हैं, साथ ही इस योजना में 712 दवाओं को शामिल किया गया हैं जो स्वयं में एक रिकॉर्ड संख्या है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की रैंकिंग संबंधी मुख्य बिंदु

  • राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने अपनी नि:शुल्क दवा सेवा पहल (Free Drug Service Initiative) के तहत राज्यों को इस उद्देश्य से रैंकिंग देनी शुरू की थी कि उन्हें अपने-अपने राज्य में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ देने के लिये प्रोत्साहित किया जा सके।
  • NHM द्वारा राज्यों के प्रदर्शन का आकलन 10 मापदंडों के आधार पर किया गया। इनमें से दो प्रकार हैं:
    • दवाओं का भंडार
    • दवा वितरण प्रणाली
  • NHM की नि:शुल्क दवा सेवा पहल का मुख्य उद्देश्य कैंसर, हृदय और गुर्दे से संबंधित बीमारियों एवं अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित रोगियों के स्वास्थ्य खर्च को कम करना है।
  • NHM की यह पहल स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (Ministry of Health & Family Welfare) द्वारा राज्यों को समर्थन देने के लिये लागू की गई है।

आगे की राह

  • NHM द्वारा राज्यों को पुरस्कृत किये जाने की यह पहल समाज के दलित और गरीब वर्गों तक स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं की समावेशी पहुँच को सुनिश्चित करने के लिये एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगी।
  • इससे सहकारी और प्रतिस्पर्द्धी संघवाद की भावना को भी बढ़ावा मिलेगा और देश के अन्य राज्य भी इस तरह की योजना शुरू करने के लिये प्रोत्साहित होंगे।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन

National Health Mission (NHM)

  • राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मिशन राज्‍य सरकारों को वित्‍तपोषण उपलब्‍ध कराकर ग्रामीण और शहरी स्‍वास्‍थ्‍य क्षेत्र को पुर्नजीवित करने का सरकार का एक महत्त्‍वपूर्ण कार्यक्रम है।
  • राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मिशन में निम्नलिखित चार घटकों को शामिल किया गया है- राष्‍ट्रीय ग्रामीण स्‍वास्‍थ्‍य मिशन, राष्‍ट्रीय शहरी स्‍वास्‍थ्‍य मिशन, तृतीयक देखभाल कार्यक्रम, स्‍वास्‍थ्‍य एवं चिकित्‍सा शिक्षा के लिये मानव संसाधन।
  • इसके तहत संक्रामक और गैर-संक्रामक बीमारियों के दोहरे बोझ से निपटने के साथ ही ज़िला और उप-ज़िला स्‍तर पर बुनियादी ढाँचा सुविधाओं में सुधार किया गया है।
  • राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मिशन में स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण के दो विभागों को राष्‍ट्रीय स्‍तर पर एकीकृत किया गया है। इस एकीकरण के परिणामस्वरूप देश की ग्रामीण स्‍वास्‍थ्‍य प्रणाली को पुर्नजीवित करने के लिये स्‍वास्‍थ्‍य क्षेत्र में आवंटन बढ़ाने और कार्यक्रम कार्यान्‍वयन में महत्त्‍वपूर्ण समन्‍वय देखा गया है। इसी प्रकार का एकीकरण राज्‍य स्‍तर पर भी किया गया।

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

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