भारतीय अर्थव्यवस्था
क्रिप्टोकरेंसी
- 14 May 2022
- 10 min read
प्रिलिम्स के लिये:क्रिप्टोकरेंसी, बिटकॉइन, ब्लॉकचेन। मेन्स के लिये:क्रिप्टोकरेंसी और संबंधित मुद्दे, सरकारी नीतियाँ और हस्तक्षेप। |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में मध्य अफ्रीकी गणराज्य (CAR), अल सल्वाडोर के बाद बिटकॉइन को कानूनी निविदा के रूप में अपनाने वाला दूसरा देश बन गया है।
- भारत के केंद्रीय बजट 2022-2023 में भी आने वाले वित्तीय वर्ष में एक डिजिटल मुद्रा पेश करने का प्रस्ताव है।
- यह भी घोषणा की गई कि "किसी भी आभासी डिजिटल संपत्ति के हस्तांतरण से होने वाली किसी भी आय पर 30% की दर से कर लगाया जाएगा।"
क्रिप्टोकरेंसी:
- क्रिप्टोकरेंसी, जिसे कभी-कभी क्रिप्टो-मुद्रा या क्रिप्टो कहा जाता है, मुद्रा का एक रूप है जो डिजिटल या वस्तुतः मौजूद होती है और यह लेन-देन को सुरक्षित करने के लिये क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करती है।
- क्रिप्टोकरेंसी में मुद्रा जारी करने या विनियमित करने वाला कोई केंद्रीय प्राधिकरण नहीं है। यह लेन-देन को रिकॉर्ड करने और नई इकाइयों को जारी करने के लिये विकेंद्रीकृत प्रणाली का उपयोग करती है।
- यह एक विकेंद्रीकृत पीयर-टू-पीयर नेटवर्क द्वारा संचालित होता है जिसे ब्लॉकचेन कहा जाता है।
क्रिप्टोकरेंसी के लाभ:
- तीव्र एवं किफायती लेन-देन: क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन के लिये बैंक या किसी अन्य मध्यस्थ की भूमिका की आवश्यकता नहीं होती है, अतः इस माध्यम से बहुत ही कम खर्च में लेन-देन किया जा सकता है।
- निवेश गंतव्य: क्रिप्टोकरेंसी की आपूर्ति सीमित है। इसके अलावा पिछले कुछ वर्षों में अन्य वित्तीय साधनों की तुलना में क्रिप्टोकरेंसी की कीमत तेज़ी से बढ़ी है।
- इसके कारण क्रिप्टोकरेंसी एक पसंदीदा निवेश गंतव्य बन सकता है।
- मुद्रास्फीति विरोधी मुद्रा: क्रिप्टोकरेंसी की उच्च मांग के कारण इसकी कीमतें काफी हद तक ‘वृद्धिमान प्रक्षेप वक्र’ (Growing Trajectory) द्वारा निर्धारित होती हैं। इस परिदृश्य में लोग इसे खर्च करने की तुलना में अपने पास रखना अधिक पसंद करते हैं।
- इससे मुद्रा पर अपस्फीतिकारी प्रभाव (Deflationary Effect) उत्पन्न होगा।
CAR जैसे देशों द्वारा कानूनी निविदा के रूप में क्रिप्टोकरेंसी को अपनाने का कारण:
- मज़बूत और समावेशी विकास: यह उपाय "मज़बूत और समावेशी विकास" को सक्षम बनाएगा तथा अफ्रीकी देशों को "दुनिया के सबसे साहसी और दूरदर्शी देशों के मानचित्र" पर रखेगा।
- 50 लाख की आबादी के साथ CAR विश्व स्तर पर सबसे गरीब और आर्थिक रूप से सबसे कमज़ोर देशों में से एक है।
- जुलाई 2021 में उपलब्ध कराए गए विश्व बैंक के अनुमानों के अनुसार,
- CAR की 71% आबादी अंतर्राष्ट्रीय गरीबी रेखा (प्रति दिन1.90 अमेरिकी डॉलर) से नीचे जीवन यापन कर रही थी।
- 50 लाख की आबादी के साथ CAR विश्व स्तर पर सबसे गरीब और आर्थिक रूप से सबसे कमज़ोर देशों में से एक है।
- सकारात्मक वृद्धि: मुद्रास्फीति और क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग की अनुमति देने वाले देशों के बीच संभावित रूप से सीधा संबंध है।
- क्रिप्टोकरेंसी में लीगल टेंडर की अपेक्षा मुद्रास्फीति से संबंधित गिरावट को सकारात्मक विकास में बदलने की क्षमता अधिक है।
- यह संभावित प्रत्यक्ष संबंध CAR के लिये प्रासंगिक होगा। IMF के अनुसार, खाद्य और ईंधन की बढ़ती कीमतों के कारण 2022 में देश में मुद्रास्फीति के 4% तक बढ़ने की उम्मीद है।
भू-राजनीति पर प्रभाव:
- अन्य देश पर निर्भरता:
- बिटकॉइन को कानूनी निविदा के रूप में मान्यता प्रदान करने वाले दोनों देशों की अपनी मुद्रा नहीं है।
- अल साल्वाडोर अमेरिकी डॉलर का उपयोग करता है और CFA फ्रैंक ( CAR’s franc) 14 अफ्रीकी देशों के लिये पारस्परिक मुद्रा है। इन देशों को मिलाकर, जिनमें से अधिकांश कभी फ्रांँसीसी उपनिवेश थे, 'फ्रैंक ज़ोन' (Franc Zone) का निर्माण करते हैं।
- पेरिस के विनिमय बाज़ार के माध्यम से फ्रैंक का विदेशी मुद्राओं में आदान-प्रदान किया जा सकता है जो यूरोपीय देश पर निर्भरता को बढ़ाता है।
- प्रतिबंध लगाना और उन्हें लागू करना:
- अमेरिका द्वारा की गई नाकेबंदी के परिणामस्वरूप क्यूबा जैसे देश वैश्विक वित्तीय प्रणालियों से कट गए हैं तथा डेबिट या क्रेडिट कार्ड जैसे वित्तीय साधनों का अधिग्रहण नहीं कर सकते हैं, बदले में विदेश जाने और बाहर से वस्तुएँ आयातित करने व सेवाओं को प्राप्त करने के लिये संघर्ष कर रहे हैं।
कमियांँ:
- अत्यधिक अस्थिर: क्रिप्टोकरेंसी अत्यधिक अस्थि संपत्ति हैं तथा यह अपनी अनियमित प्रकृति के कारण लोकप्रिय है। विशेष रूप से कमज़ोर सामाजिक-आर्थिक बुनियादी बातों के साथ इसकी अस्थिरता के जोखिम ने देश की व्यापक आर्थिक स्थिरता पर संभावित प्रभावको लेकर चिंताओं को उत्पन्न किया है।
- हाल ही में कई देशों ने ऐसे कानूनों को स्थापित करने पर विचार किया है जो क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग को विनियमित करते हैं, विशेष रूप से जिनके पास अच्छी तरह से तैयार मुद्रा तंत्र नहीं है और लंबे समय से मुद्रास्फीति से प्रभावित हैं।
- अनियमित प्रकृति: अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund- IMF) ने अल सल्वाडोर से अनियमित परिसंपत्तियों के दायरे को सीमित करने का भी आग्रह किया था क्योंकि वित्तीय स्थिरता, वित्तीय अखंडता और उपभोक्ता संरक्षण के साथ-साथ संबंधित वित्तीय आकस्मिक देनदारियों पर बिटकॉइन के उपयोग से संबंधित बड़े जोखिम हैं।
- क्रिप्टोकरेंसी में करों का भुगतान: CRA जैसे देशों के लिये क्रिप्टोकरेंसी में करों का भुगतान करने से संबंधित जोखिम तब उजागर होंगे जब क्रिप्टो परिसंपत्तियों का उपयोग करों के भुगतान के रूप में और व्यय का भुगतान स्थानीय मुद्रा में किया जाए।
- उदाहरण के लिये सरकार क्रिप्टो मुल्यवर्गों का उपयोग करके 100 डॉलर मूल्य का कर एकत्र करती है लेकिन संपत्ति की गिरावट के कारण खर्च करने के लिये 40 डॉलर ही उपलब्ध होते हैं।
- निश्चित तंत्र का भाव: इक्विटी या मुद्राओं के विपरीत क्रिप्टो निश्चित तंत्र के अधीन नहीं हैं जिससे यह सट्टा संपत्ति हैं, यही कारण है कि केंद्रीय बैंकों के पास अपनी घरेलू आवश्यकताओं के अनुसार ब्याज दरों को निर्धारित करने के लिये कोई संदर्भ बिंदु नहीं है।
- प्रतिउत्पादक उपयोगिता: यह ब्लॉकचेन लेन-देन का पता लगाने में मदद करता है किंतु इसमें शामिल पक्षों की नहीं। इसलिये इसका मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकवादी वित्तपोषण या अन्य अवैध गतिविधियों के लिये उपयोग किया जा सकता है।
विगत वर्ष के प्रश्न:प्रश्न. कभी-कभी समाचारों में देखे जाने वाले 'बिटकॉइन्स' के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं? (2016)
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये: (a) केवल 1 और 2 उत्तर: B |