शासन व्यवस्था
सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना
- 15 May 2020
- 4 min read
प्रीलिम्स के लियेसेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना, उसकी भौगोलिक स्थिति मेन्स के लियेसेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना का महत्त्व तथा उससे उत्पन्न मुद्दे |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में कई पूर्व नौकरशाहों ने सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना (Central Vista redevelopment project) को लेकर अपनी चिंताएँ व्यक्त की हैं।
प्रमुख बिंदु
- वर्ष 2019 में आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना की परिकल्पना की गई थी।
- इस पुनर्विकास परियोजना में एक नए संसद भवन का निर्माण प्रस्तावित है। जो आकार में त्रिकोणीय होगा।
- इसके साथ ही एक केंद्रीय सचिवालय भी निर्मित किया जाएगा।
- इंडिया गेट से लेकर राष्ट्रपति भवन तक जाने वाली सड़क ‘राजपथ’ में भी परिवर्तन प्रस्तावित है।
- सेंट्रल विस्टा क्षेत्र में नॉर्थ व साउथ ब्लॉक को संग्रहालय में बदल दिया जाएगा और इसके स्थान पर नए भवनों का निर्माण किया जाएगा।
- इसके अतिरिक्त, इस क्षेत्र में स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (Indira Gandhi National Centre for the Arts) को भी स्थानांतरित करने का प्रस्ताव है।
- इस क्षेत्र में विभिन्न मंत्रालयों व उनके विभागों के लिये कार्यालयों का भी निर्माण किया जाएगा।
- इस पुनर्विकास परियोजना में लगभग 20,000 करोड़ रुपए के व्यय होने की संभावना है।
सरकार का पक्ष
- संसद भवन की सुविधाएँ और बुनियादी ढाँचा मौजूदा मांग को पूरा करने के लिये अपर्याप्त है। ध्यातव्य है कि वर्ष 2026 के बाद लोकसभा व राज्यसभा में जनसंख्या के अनुसार, निर्वाचन क्षेत्रों की संख्या में वृद्धि होनी है, ऐसे में मौज़ूदा संसद भवन आकार में छोटा है।
- केंद्र सरकार के मंत्रालय व उनके विभाग अन्य क्षेत्रों में फैले हैं, जिससे अंतर-विभागीय दायित्वों के निर्वहन में अनावश्यक विलंब होता है।
- मौज़ूदा भवन वर्ष 1911 में निर्मित हैं, जिनमें अधिकांश अपने संरचनात्मक जीवन को पूर्ण कर चुके हैं।
चिंताएँ
- इस पुनर्विकास परियोजना में बहुत बड़ी धनराशि की आवश्यकता पड़ेगी। वैश्विक महामारी के दौरान इतनी बड़ी राशि व्यय करना अच्छा निर्णय नहीं है।
- व्यापक पैमाने पर भवन निर्माण से क्षेत्र में पर्यावरण प्रदूषण बढ़ने की संभावना है।
- मंत्रालयों व विभागों के कार्यालय स्थापित होने से यह क्षेत्र आम जनता के लिये प्रतिबंधित हो जाएगा।
क्या है सेंट्रल विस्टा?
- दिल्ली में स्थित राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, नार्थ ब्लॉक, साउथ ब्लॉक, इंडिया गेट और अन्य राष्ट्रीय अभिलेखागार जिस क्षेत्र में स्थित हैं, उसे सामूहिक रूप से सेंट्रल विस्टा कहते हैं। इसकी लंबाई लगभग 3.2 कि.मी है।
- दिसंबर 1911 में, किंग जॉर्ज पंचम ने भारत की राजधानी को कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित करने की घोषणा की। इसके उपरांत ही राजपथ के आस-पास के क्षेत्र में इन भवनों का निर्माण किया गया।
- इन भवनों के निर्माण का उत्तरदायित्व एडविन लुटियंस (Edwin Lutyens) व हर्बर्ट बेकर (Herbert Baker) को दिया गया।