भारतीय अर्थव्यवस्था
एशियाई विकास आउटलुक-2021 : एशियाई विकास बैंक
- 04 May 2021
- 7 min read
चर्चा में क्यों?
एशियाई विकास आउटलुक (ADO)-2021 रिपोर्ट के अनुसार कोविड -19 की दूसरी लहर भारत के आर्थिक सुधार को ‘जोखिम’ में डाल सकती है।
- ADO एशियाई विकास बैंक (ADB) के विकासशील सदस्य देशों (DMCs) के लिये जारी वार्षिक आर्थिक रिपोर्ट की एक शृंखला है।
प्रमुख बिंदु
जीडीपी अनुमान:
- भारत:
- सार्वजनिक निवेश, टीकाकरण और घरेलू मांग में वृद्धि के कारण आर्थिक सुधार जारी रहेगा और वित्त वर्ष 2021-22 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 11 प्रतिशत की मज़बूत वृद्धि का अनुमान है।
- वित्त वर्ष 2022-23 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर घटकर लगभग 7% रहने का अनुमान है।
- सरकार के दूसरे अग्रिम अनुमान में वित्त वर्ष 2020-21 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 8 प्रतिशत का संकुचन अपेक्षित है।
- विकासशील एशिया:
- वित्त वर्ष 2021-22 में विकासशील एशिया की आर्थिक वृद्धि दर 7.3% के आसपास रहेगी, जबकि पिछले वर्ष इसमें 0.2% संकुचन देखने को मिला था।
- विकासशील एशिया में भौगोलिक समूह के आधार पर ADB सूची के 46 सदस्य शामिल हैं।
- इनमें नई औद्योगिक अर्थव्यवस्थाएँ और मध्य एशिया, पूर्वी एशिया, दक्षिण एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया तथा प्रशांत क्षेत्र के देश शामिल हैं।
- भारत भी विकासशील एशिया का सदस्य है।
चुनौतियाँ:
- इस क्षेत्र (विकासशील एशिया) के लिये महामारी सबसे बड़ा जोखिम बनी हुई है, क्योंकि टीकाकरण अभियान में हो रही संभावित देरी या अन्य महत्त्वपूर्ण प्रकोप वृद्धि को प्रभावित कर सकते हैं।
- भू-राजनीतिक तनाव में वृद्धि, उत्पादन में अड़चनें, वित्तीय के कारण उत्पन्न वित्तीय उथल-पुथल, और स्कूल बंद होने के कारण सीखने की क्षमता के नुकसान जैसे दीर्घकालिक नुकसान अन्य जोखिम कारकों में से हैं।
महामारी के कारण स्कूल बंद होने का प्रभाव:
- कई देश दूरस्थ शिक्षा का उपयोग कर रहे हैं, लेकिन यह केवल आंशिक रूप से प्रभावी हो पाई है, क्योंकि कई छात्रों के पास कंप्यूटर और इंटरनेट जैसी बुनियादी अवसंरचना का अभाव है।
- ये व्यवधान छात्रों द्वारा अर्जित किये गए कौशल को प्रभावित करेंगे और अंत में भविष्य के श्रमिकों के रूप में उनकी उत्पादकता और उपार्जन को भी प्रभावित करेंगे।
- सीखने की क्षमता संबंधी यह नुकसान पैसिफिक क्षेत्र, जहाँ स्कूल लगभग चालू ही रहे, में तकरीबन 8% रहा, जबकि दक्षिण एशिया, जहाँ स्कूल सबसे लंबी अवधि तक बंद रहे, में यह नुकसान लगभग 55% रहा।
- विकासशील एशिया के लिये छात्रों के भविष्य की उपार्जन में कमी का वर्तमान मूल्य 1.25 ट्रिलियन अमरीकी डॉलर आँका गया है, जो वित्त वर्ष 2020 में इस क्षेत्र की जीडीपी के 5.4 प्रतिशत के बराबर है।
भारतीय विश्लेषण:
- स्वास्थ्य देखभाल, जल और स्वच्छता पर भारत सरकार द्वारा किये गए खर्च में वृद्धि से भविष्य की महामारियों के खिलाफ देश के लचीलेपन को मज़बूती प्राप्त होगी होगी।
- निजी निवेश से निवेशकों के मनोभाव और जोखिम की दर में सुधार के साथ-साथ समायोजन ऋण की स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है। (उदाहरण: धन सृजन के लिये महंगे ऋण में कमी करना और अधिक खर्च को प्रोत्साहित करना)।
- घरेलू मांग के इस वृद्धि के मुख्य प्रचालक बने रहने की भी उम्मीद है।
- एक तीव्र टीकाकरण अभियान शहरी मांग को बढ़ावा दे सकता है, जबकि मज़बूत कृषि विकास से ग्रामीण मांग को बढ़ावा मिलेगा और सिंचाई का विस्तार, मूल्य शृंखलाओं में सुधार और कृषि ऋण सीमा में वृद्धि करके किसानों के लिये सरकारी समर्थन जारी रहेगा।
- उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन योजना के माध्यम से विनिर्माण क्षेत्र के लिये सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों से घरेलू उत्पादन का विस्तार होगा और वैश्विक आपूर्ति शृंखलाओं के साथ घरेलू विनिर्माण को एकीकृत करने में मदद मिलेगी।
सकल घरेलू उत्पाद (GDP)
- जीडीपी एक देश की समग्र आर्थिक गतिविधि का एक व्यापक माप है। यह देश में वस्तुओं और सेवाओं के वार्षिक उत्पादन का कुल योग होता है।
- जीडीपी = निजी खपत + सकल निवेश + सरकारी निवेश + सरकारी खर्च + (निर्यात-आयात)
एशियाई विकास बैंक (ADB)
- एशियाई विकास बैंक (ADB) एक क्षेत्रीय विकास बैंक है। इसकी स्थापना 19 दिसंबर, 1966 को हुई थी।
- ADB में कुल 68 सदस्य शामिल हैंI भारत ADB का एक संस्थापक सदस्य है।
- कुल सदस्यों में से 49 सदस्य देश एशिया-प्रशांत क्षेत्र से हैं, जबकि 19 सदस्य अन्य क्षेत्रों से हैं।
- इसका उद्देश्य एशिया में सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है।
- 31 दिसंबर 2019 तक ADB के पाँच सबसे बड़े शेयरधारकों में जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका (प्रत्येक कुल शेयरों के 15.6% के साथ), पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (6.4%), भारत (6.3%) और ऑस्ट्रेलिया (5.8%) शामिल हैं।
- ADB का मुख्यालय मनीला, फिलीपींस में है।